मुझ में बल ही क्या है कि मैं प्रभु के अनुग्रह की प्रतीक्षा करूं? जब मेरा अन्त निश्चित है तब मैं अपने प्राण को क्या धीरज दूं?
यशायाह 38:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने यह सोचा था : मुझे अपने जीवनकाल के मध्य में ही यहां से प्रस्थान करना होगा; मुझे अधोलोक के द्वारों से प्रवेश करना होगा! जीवन के शेष वर्ष मुझ से छिन गए! पवित्र बाइबल मैंने अपने मन में कहा कि मैं तब तक जीऊँगा जब तक बूढ़ा होऊँगा। किन्तु मेरा काल आ गया था कि मैं मृत्यु के द्वार से गुजरुँ। अब मैं अपना समय यहीं पर बिताऊँगा। Hindi Holy Bible मैं ने कहा, अपनी आयु के बीच ही मैं अधोलोक के फाटकों में प्रवेश करूंगा; क्योंकि मेरी शेष आयु हर ली गई है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं ने कहा, अपनी आयु के बीच ही मैं अधोलोक के फाटकों में प्रवेश करूँगा; क्योंकि मेरी शेष आयु हर ली गई है। सरल हिन्दी बाइबल मैंने सोचा, “कि मेरे जीवन के बीच में ही मुझे नर्क के फाटकों में से जाना होगा और मेरे जीवन का कोई पल अब बचा नहीं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैंने कहा, अपनी आयु के बीच ही मैं अधोलोक के फाटकों में प्रवेश करूँगा; क्योंकि मेरी शेष आयु हर ली गई है। (मत्ती 16:18) |
मुझ में बल ही क्या है कि मैं प्रभु के अनुग्रह की प्रतीक्षा करूं? जब मेरा अन्त निश्चित है तब मैं अपने प्राण को क्या धीरज दूं?
‘हे परमेश्वर, स्मरण कर कि मेरा जीवन हवा का एक झोंका है। मेरी आँखें अब अच्छे दिन नहीं देखेंगी।
मैं यह कहता हूँ, ‘हे मेरे परमेश्वर! तेरी आयु पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थिर है, तू मेरी पकी आयु के पूर्व मुझे न उठा।’
ओ प्रभु के भक्तगण, प्रभु से प्रेम करो! प्रभु विश्वासियों को सुरक्षित रखता है; किन्तु अहंकार में कार्य करने वाले से वह अत्यधिक प्रतिशोध लेता है।
तुम्हारे हाथ में जो भी काम आए, उसको पूरी शक्ति से करो, क्योंकि अधोलोक में, जहाँ अपनी मृत्यु के बाद तुम जाओगे, न काम है, न विचार। वहाँ न ज्ञान है, न बुद्धि।
इन्हीं दिनों में राजा हिजकियाह इतना बीमार पड़ा कि वह मृत्यु के समीप पहुंच गया। तब नबी यशायाह बेन-आमोत्स उसके पास आए। उन्होंने उससे कहा, “प्रभु यों कहता है: ‘मृत्यु के पूर्व अपने परिवार की समुचित व्यवस्था कर ले, क्योंकि निश्चय ही तेरी मृत्यु होगी। तू नहीं बचेगा।’ ”
यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह का आलेख। एक बार वह बीमार पड़ा। स्वस्थ होने पर उसने यह कविता लिखी:
मैं पहाड़ों की जड़ तक पहुंच गया था। मैं अधोलोक में आ गया था, जहां अर्गलाओं ने मुझे सदा के लिए बन्द कर लिया था। फिर भी, हे प्रभु मेरे परमेश्वर, तू मेरे जीवन को मृत्यु के गड्ढे से ऊपर ले आया।
और हम यह समझ रहे थे कि हमें प्राणदण्ड मिल चुका है। यह इसलिए हुआ कि हम अपने पर नहीं, बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखें, जो मृतकों को पुनर्जीवित करता है।