उन्होंने नबी यशायाह से कहा, ‘महाराज हिजकियाह यों कहते हैं : हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके! ऐसी है हमारी दयनीय स्थिति।
यशायाह 37:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने नबी यशायाह से यह कहा, “महाराज हिजकियाह यों कहते हैं: ‘हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके। पवित्र बाइबल इन लोगों ने यशायाह से कहा, “राजा हिजकिय्याह ने कहा है कि आज का दिन शोक और दु:ख का एक विशेष दिन होगा। यह दिन एक ऐसा दिन होगा जैसे जब एक बच्चा जन्म लेता है। किन्तु बच्चे को जन्म देने वाली माँ में जितनी शक्ति होनी चाहिये उसमें उतनी ताकत नहीं होती। Hindi Holy Bible उन्होंने उस से कहा, हिजकिय्याह यों कहता है कि आज का दिन संकट और उलहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने उससे कहा, “हिजकिय्याह यों कहता है, ‘आज का दिन संकट और उलाहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर ज़च्चा को जनने का बल न रहा। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने जाकर यशायाह से विनती की, “हिज़किय्याह की यह विनती है, ‘आज का दिन संकट, फटकार और अपमान का दिन है. प्रसव का समय आ पहुंचा है मगर प्रसूता में प्रसव के लिए शक्ति ही नहीं रह गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने उससे कहा, “हिजकिय्याह यह कहता है कि ‘आज का दिन संकट और उलाहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा। |
उन्होंने नबी यशायाह से कहा, ‘महाराज हिजकियाह यों कहते हैं : हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके! ऐसी है हमारी दयनीय स्थिति।
परन्तु जब-जब इस्राएली संकट के समय प्रभु परमेश्वर की ओर लौटे और उन्होंने अपने परमेश्वर की खोज की, तब-तब उन्होंने उसको पाया।
जब वह मुझे पुकारेगा, मैं उसे उत्तर दूंगा; संकट में मैं उसके साथ रहूंगा; मैं उसे मुक्त करूंगा और उसे महिमान्वित करूंगा।
तुम अपना हृदय कठोर न करना, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने उस दिन किया था जब वे मरीबा में, निर्जन प्रदेश के मस्सा में थे।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, स्वामी ने कोलाहल, विध्वंस और संभ्रम का दिन निर्धारित कर दिया है। दर्शन की घाटी में शहरपनाह फेंक दी गई। लोगों की दुहाई पहाड़ से टकरा रही है।
वह सदा के लिए मृत्यु को समाप्त कर देगा, प्रभु, स्वामी सबकी आंखों के आंसू पोंछ डालेगा। वह अपने निज लोगों के कलंक को समस्त पृथ्वी से दूर कर देगा; प्रभु ने यह कहा है।
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
तब मैं तुझको संकट में डालूंगा। नगर में शोक मनाया जाएगा; हर जगह रोना-पीटना होगा, तू निस्सन्देह मेरे क्रोध का अग्निकुण्ड बन जाएगा।
हे प्रभु, हम पर कृपा कर, हम तेरी प्रतीक्षा करते हैं। रोज सबेरे तू हमारा सम्बल बन और संकट के दिन हमारा उद्धारकर्ता!
‘प्रसव-पीड़ा के पूर्व ही उसने शिशु को जन्म दिया; उसे प्रसव-पीड़ा नहीं हुई और उससे एक बालक उत्पन्न हुआ।
प्रभु कहता है, ‘क्या मैं जन्म का समय हो जाने पर भी जन्म न होने दूं? मैं ही जन्मदाता हूं : अत: क्या मैं गर्भ का द्वार ही बन्द कर दूं?’ यह तुम्हारे परमेश्वर की वाणी है।
उफ! वह महा संकट का दिन है। उस के तुल्य और कोई दिन नहीं है। वह याकूब के लिए दु:ख का दिन है। फिर भी याकूब उससे बच जाएगा।
प्रसव-पीड़ा उसे होती है, पर उत्पन्न होनेवाला शिशु मूर्ख है। वह गर्भ के मुख से बाहर ही नहीं निकलता।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
मैं इस्राएली कुलों के सम्बन्ध में यह भविष्यवाणी घोषित करता हूं, जो सच सिद्ध होगी : दण्ड-दिवस पर एफ्रइम पूर्णत: नष्ट होगा।
मैं जिन से प्रेम करता हूँ, उन्हें डाँटता और दण्डित करता हूँ। इसलिए उत्साही बनो और पश्चात्ताप करो।