यशायाह 32:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे देशवासी शान्तिपूर्ण घरों में, सुरक्षित मकानों में और आरामदायक स्थानों में निवास करेंगे। पवित्र बाइबल मेरे लोग शांति के इस सुन्दर क्षेत्र में निवास करेंगे। मेरे लोग सुरक्षा के तम्बुओं में रहा करेंगे। वे निश्चिंतता के साथ शांतिपूर्ण स्थानों में निवास करेंगे। Hindi Holy Bible मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। सरल हिन्दी बाइबल तब मेरे लोग शांति से, और सुरक्षित एवं स्थिर रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। |
दुर्जन धार्मिक मनुष्य के घर को नष्ट करने के लिए घात लगाकर बैठता है; तू ऐसा मत करना। धार्मिक मनुष्य के निवास-स्थान को मत उजाड़ना।
उस दिन यिशय का वंश-मूल देश-देश के लोगों के लिए एक पताका बनेगा। राष्ट्र उसको ढूंढ़ेंगे। उसका निवास-स्थान तेजोमय होगा।
ओ इस्राएली राष्ट्र! जब प्रभु तेरे कष्ट और बेचैनी से तुझे मुक्त करेगा, तुझे गुलामी से छुड़ाएगा, जिसके कारण तुझे कठोर श्रम करना पड़ा था; और जब तू चैन की सांस लेगा
प्रभु राष्ट्रों के मध्य न्याय करेगा; वह भिन्न-भिन्न कौमों को अपना निर्णय सुनायेगा। तब विश्व में शान्ति स्थापित होगी : राष्ट्र अपनी तलवारों को हल के फाल बनायेंगे, वे अपने भालों को हंसियों में बदल देंगे। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के विरुद्ध तलवार नहीं उठायेगा, वे युद्ध-विद्या फिर नहीं सीखेंगे।
प्रभु, तू ही हमारे लिए शान्ति स्थापित करेगा, जो कुछ हमने किया, उसका करनेवाला वस्तुत: तू ही था!
प्रभु! जो व्यक्ति अपने मन को सदा तुझ में लीन रखता है, उसको तू पूर्ण शान्त जीवन प्रदान करता है, क्योंकि वह तुझ पर भरोसा रखता है।”
इनके विषय में प्रभु ने यह कहा था: “यही विश्राम है, कि तुम स्वयं थके-मांदे लोगों को विश्राम दो; इसी से पुनर्जीवन प्राप्त होता है।” परन्तु उन्होंने नहीं सुना था।
इस्राएल का पवित्र परमेश्वर, प्रभु, स्वामी यों कहता है: “लौट आने और शान्त रहने से ही तुम्हारी रक्षा होगी, चुप रहने और भरोसा करने में ही तुम्हारी शक्ति है।” पर तुमने ऐसा नहीं किया।
ओ इस्राएल, तेरे युग में प्रभु स्थायित्व का आधार होगा; वह तुझे पूर्ण उद्धार, अपार बुद्धि और असीमित ज्ञान प्रदान करेगा। प्रभु का भय ही तेरा एकमात्र धन है!
‘यरूशलेम निवासी अपने लिए मकान बनाएंगे, और वे उनमें रहेंगे भी। वे अंगूर-उद्यान लगाएंगे, और उनका फल भी खा सकेंगे।
मैं याकूब की संतति में से एक वंश, यहूदा कुल में से अपने पर्वतों का एक वारिस उत्पन्न करूंगा। मेरे मनोनीत लोग उन पर अधिकार करेंगे; मेरे सेवक वहाँ निवास करेंगे।
उस के समय में यहूदा प्रदेश सुरक्षित रहेगा, और यरूशलेम नगर निश्चिंत निवास करेगा। उसका यह नाम होगा, “प्रभु हमारा धर्म है।”
तब वे विश्व के राष्ट्रों का शिकार नहीं बनेंगे, और जंगली जानवर उनको मार कर नहीं खाएंगे। निस्सन्देह वे अपने देश में निरापद निवास करेंगे, और उनको फिर कोई भयभीत नहीं करेगा।
प्रभु यह कहता है : मैं ही उसके चारों ओर अग्नि की दीवार बनूंगा, मैं ही उसके भीतर महिमा होऊंगा।” ’
जब स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्हें लूटने वाले राष्ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्हें स्पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्पर्श करता है।
उस दिन तुम सब अपने पड़ोसियों को आनन्द उत्सव के लिए अंगूर-उद्यानों में और अंजीर वृक्ष के नीचे आमंत्रित करोगे’, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह कथन है।
इस प्रकार हम अपने प्रति परमेश्वर का प्रेम जान गये और इस में विश्वास करते हैं। परमेश्वर प्रेम है और जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में और परमेश्वर उस में निवास करता है।