मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
यशायाह 32:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) निर्जन प्रदेश में न्याय का वास होगा, और उपजाऊ भूमि में धार्मिकता निवास करेगी। पवित्र बाइबल यह उपजाऊ मैदान एक हरे भरे वन जैसा बन जायेगा। चाहे जंगल हो चाहे उपजाऊ धरती, हर कहीं न्याय और निष्पक्षता मिलेगी। Hindi Holy Bible तब उस जंगल में न्याय बसेगा, और उस फलदायक बारी में धर्म रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उस जंगल में न्याय बसेगा, और उस फलदायक बारी में धर्म रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल तब तक उस बंजर भूमि में याहवेह का न्याय रहेगा, और फलदायक खेत में धर्म रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उस जंगल में न्याय बसेगा, और उस फलदायक बारी में धार्मिकता रहेगा। |
मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
जो न्याय-सिंहासन पर बैठकर न्याय करेगा, उसके लिए प्रभु न्याय की आत्मा होगा; वह उन सैनिको के लिए शक्ति की आत्मा होगा, जो नगर के प्रवेश-द्वार पर युद्ध में आक्रमणकारियों को पीछे ढकेलते हैं।
प्रभु महान है; क्योंकि वह उच्च स्थान पर विराजमान है। वह सियोन पर्वत को न्याय और धार्मिकता से परिपूर्ण करेगा।
वहां एक राजमार्ग होगा, वह ‘पवित्र मार्ग’ कहलाएगा। कोई अपवित्र प्राणी उस पर नहीं चलेगा। मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेंगे।
मरुस्थल और उसके नगर, केदार के ग्रामवासी उच्च स्वर में गाएँ, सेला के रहनेवाले जयजयकार करें, वे पहाड़ के शिखरों से जयघोष करें।
जब तक वह पृथ्वी पर न्याय की स्थापना नहीं कर लेगा तब तक उसका उत्साह बुझेगा नहीं, वह हिम्मत नहीं हारेगा। द्वीप उसके धर्म-नियमों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
भला होता कि तू मेरी आज्ञाओं को ध्यान से सुनता, तब नदी के बहते जल की तरह, तेरा कल्याण होता, सागर की लहरों की तरह तेरी धार्मिकता होती।
तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्हें मैंने अपने हाथ से रचा है।
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘जब मैं यहूदा प्रदेश के निवासियों की समृद्धि लौटा दूंगा, तब वे पुन: अपने नगरों में, यहूदा प्रदेश में यह कह कर सियोन की प्रशंसा करेंगे : “ओ पवित्र सियोन पर्वत, धर्म से परिपूर्ण नगर यरूशलेम! प्रभु तुझ पर आशिष की वर्षा करता रहे।”
तत्पश्चात् इस्राएली लौटेंगे, और अपने प्रभु परमेश्वर तथा अपने राजा दाऊद को खोजेंगे। वे प्रभु की आशिष के लिए, जो वह आनेवाले दिनों में उन्हें देगा, भय से कांपते हुए प्रभु के पास आएंगे।
प्रभु यों कहता है: मैं सियोन पर्वत को लौटूंगा। मैं यरूशलेम के मध्य निवास करूंगा और यरूशलेम “सत्य नगर” कहलाएगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का पर्वत “पवित्र पर्वत” होगा।