जब तू अपना आत्मा भेजता है, तब वे उत्पन्न किए जाते हैं; तू धरती की सतह को नया करता है।
यशायाह 32:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब ऊपर से हम पर आत्मा उंडेला जाएगा तब यह निर्जन प्रदेश उपजाऊ भूमि में बदल जाएगा, और उपजाऊ भूमि ही वन मानी जाएगी। पवित्र बाइबल तब तक ऐसा ही होता रहेगा, जब तक परमेश्वर ऊपर से हमें अपनी आत्मा नहीं देगा। अब धरती पर कोई अच्छाई नहीं है। यह रेगिस्तान सी बनी हुई हैं किन्तु आने वाले समय में यह रेगिस्तान उपजाऊ मैदान हो जायेगा। Hindi Holy Bible जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने, और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने, और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए। सरल हिन्दी बाइबल जब तक हम पर ऊपर से आत्मा न उंडेला जाए, और मरुभूमि फलदायक खेत न बन जाए, और फलदायक खेत वन न बन जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने, और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए। |
जब तू अपना आत्मा भेजता है, तब वे उत्पन्न किए जाते हैं; तू धरती की सतह को नया करता है।
मेरी चेतावनियों पर ध्यान दो; देखो, मैं अपनी आत्मा तुम पर उण्डेल रही हूं। मैं तुम पर अपनी बातें प्रकट करूंगी।
जो न्याय-सिंहासन पर बैठकर न्याय करेगा, उसके लिए प्रभु न्याय की आत्मा होगा; वह उन सैनिको के लिए शक्ति की आत्मा होगा, जो नगर के प्रवेश-द्वार पर युद्ध में आक्रमणकारियों को पीछे ढकेलते हैं।
निस्सन्देह कुछ ही समय के पश्चात् लबानोन का जंगल उपजाऊ मैदान में बदल जाएगा, और उपजाऊ मैदान घने जंगल में!
गर्म रेतीली भूमि तालाब बन जाएगी, प्यासी धरती जल-स्रोतों में बदल जाएगी! जहां गीदड़ घूमते-फिरते हैं, वहां अब कांस और सरकंडे होंगे!
मैं प्यासी भूमि को पानी दूंगा, सूखी भूमि पर नदियाँ बहाऊंगा। मैं तेरे वंशजों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा, तेरी सन्तान पर अपनी आशिष की वर्षा करूंगा।’
ओ आकाश, धर्म की वर्षा कर। ओ आकाश-मण्डल, धार्मिकता बरसा। धरती की सतह खुल जाए, जिससे उद्धार का अंकुर फूटे। वह धार्मिकता को भी उपजाए। मैं-प्रभु ने ही उसे रचा है।
अत: पूर्व से पश्चिम तक लोग प्रभु के नाम से, उसके तेज से डरेंगे; क्योंकि वह उमड़ते हुए जल-प्रवाह के सदृश आएगा, जिसको प्रभु का आत्मा बहाएगा।
प्रभु कहता है, ‘जहाँ तक मेरा प्रश्न है, मैंने तेरे साथ यह विधान स्थापित किया है : मेरा आत्मा, जो तुझ पर है, तथा मेरे वचन, जो मैंने तेरे मुंह में प्रतिष्ठित किए हैं, वे तेरे मुंह से, तेरी सन्तान के मुंह से तथा आनेवाली पीढ़ी से पीढ़ी के मुंह से आज से युग-युगान्त तक कभी अलग न होंगे’ − प्रभु की यही वाणी है।
तब इस्राएली कौम को प्रभु के सेवक मूसा का प्राचीन समय स्मरण हुआ; उसने पूछा, ‘कहां है प्रभु, हम-भेड़ों का चरवाहा, जिसने हमें समुद्र पार कराया था? कहां है वह जिसने अपना पवित्र आत्मा हमारे मध्य में भेजा था;
‘मैं अपना आत्मा तुममें प्रतिष्ठित करूंगा, और तुम जीवित हो जाओगे! मैं तुम्हें तुम्हारे अपने देश में पुन: बसाऊंगा। तब तुम्हें अनुभव होगा कि मैंने, तुम्हारे प्रभु ने ही यह कहा था; और मैंने अपने वचन के अनुसार उसको पूरा भी किया है।’ प्रभु की यह वाणी है।
‘मैं इस्राएल के वंशजों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा,और फिर कभी उनसे अपना मुंह नहीं मोड़ूंगा। स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
मैं दाऊद के परिवार और यरूशलेम के निवासियों पर कृपा और प्रार्थना की आत्मा उण्डेलूंगा। अत: वे मुझ पर दृष्टि डालेंगे। जिस व्यक्ति को उन्होंने बेधा है उसके लिए वे विलाप करेंगे, जैसे कोई अपने मृत इकलौते पुत्र के लिए विलाप करता है। वे रोएंगे, जैसे कोई अपने ज्येष्ठ पुत्र की मृत्यु पर रोता है।
देखो, मेरे पिता ने जिस वरदान की प्रतिज्ञा की है, उसे मैं तुम पर भेजूँगा। इसलिए जब तक तुम ऊपर के सामर्थ्य से सम्पन्न न हो जाओ, तुम नगर में ठहरे रहो।”
उन्होंने यह बात उस आत्मा के विषय में कही, जो उन में विश्वास करने वालों को प्राप्त होगा। उस समय तक आत्मा नहीं था, क्योंकि येशु अभी महिमान्वित नहीं हुए थे।
अब वह परमेश्वर के दाहिने हाथ से उन्नत हुए और उन्हें पिता से पवित्र आत्मा प्राप्त हुआ, जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी। उन्होंने उसे उंडेल दिया, जैसा कि आप देख और सुन रहे हैं।