एक बार राजा होशे ने मिस्र देश के राजा सेवे को दूत भेजे। इसके अतिरिक्त, जो कर वह प्रति वर्ष असीरिया देश के राजा को देता था, उसको उसने बन्द कर दिया। असीरिया देश के राजा को होशे के इस विश्वासघात का पता लगा। असीरिया देश के राजा ने उसको बन्दी बना लिया, और उसको बन्दी-गृह में डाल दिया।
सोआन नगर के सामन्त निश्चय ही मूर्ख हैं, फरओ के बुद्धिमान मन्त्री भी मूर्खतापूर्ण सलाह देते हैं। तब तुम फरओ के सामने यह दावा कैसे कर सकते हो कि तुम बुद्धिमानों के अवशिष्ट हो, प्राचीन राजाओं के वंशज हो?
प्रभु ने मुझे समाचार दिया है कि सब राष्ट्रों में एक दूत भेजा गया है। वह उनसे यह कहता है : ‘अपनी सेनाएं एकत्र करो, और एदोम पर आक्रमण करो; युद्ध के लिए तैयार हो।’
जब मैं मिस्र के राज्य का अन्त करूंगा, और जब उसका घमण्ड चूर-चूर हो जाएगा, तब तहपन्हेस नगर में दिन का प्रकाश अन्धकार में बदल जाएगा, सम्पूर्ण मिस्र देश बादल से ढक जाएगा; और उसकी सब पुत्रियां गुलाम बनकर विदेश चली जाएंगी।
वे बअल देवता की ओर लौटते हैं; वे धोखेबाज धनुष की तरह हैं। उनके शासक अपने अहंकारपूर्ण वचनों के कारण तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। यह सुन्कर मिस्र देश में उनका मजाक उड़ाया जाएगा।
ओबद्याह का दर्शन : प्रभु ने हमें यह संदेश दिया। स्वामी-प्रभु ने एदोम राष्ट्र के संबंध में यों कहा : “मैंने राष्ट्रों में इस समाचार के साथ एक दूत भेजा है : “युद्ध के लिए तत्पर हो। एदोम से युद्ध करने के लिए तैयार हो।”
वे नेगेब क्षेत्र से होकर गए और उन्होंने हेब्रोन नगर में प्रवेश किया। वहाँ ऊंचे-ऊंचे अनक के वंशज अहीमन, शेशय और तलमय रहते थे। (हेब्रोन नगर मिस्र के सोअन नगर से सात वर्ष पूर्व बसा था।)