तब तुम यह शिकायत क्यों करते हो कि तुम्हें उसका दर्शन नहीं मिलता; तुम्हारा मुकदमा उसके सम्मुख है, और तुम उसकी प्रतीक्षा कर रहे हो?
यशायाह 30:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु अब भी प्रतीक्षा कर रहा है कि तुम प्रायश्चित करो, और वह तुम कर कृपा करे। वह तुम पर दया करने को तत्पर है। प्रभु न्याय करनेवाला परमेश्वर है। धन्य हैं वे, जो उसकी प्रतीक्षा करते हैं। पवित्र बाइबल यहोवा तुम पर अपनी करुणा दर्शाना चाहता है। यहोवा बाट जोह रहा है। यहोवा तुम्हें सुख चैन देने के लिए तैयार खड़ा है। यहोवा खरा परमेश्वर है और हर वह व्यक्ति जो यहोवा की सहायता की प्रतीक्षा में है, धन्य (आनन्दित) होगा। Hindi Holy Bible तौभी यहोवा इसलिये विलम्ब करता है कि तुम पर अनुग्रह करे, और इसलिये ऊंचे उठेगा कि तुम पर दया करे। क्योंकि यहोवा न्यायी परमेश्वर है; क्या ही धन्य हैं वे जो उस पर आशा लगाए रहते हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी यहोवा इसलिये विलम्ब करता है कि तुम पर अनुग्रह करे, और इसलिये ऊँचा उठेगा कि तुम पर दया करे। क्योंकि यहोवा न्यायी परमेश्वर है; क्या ही धन्य हैं वे जो उस पर आशा लगाए रहते हैं। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह तुम पर कृपा करने के लिए उठ गए हैं; क्योंकि याहवेह न्यायी परमेश्वर हैं. धन्य हैं वे सब, जो उस पर आशा लगाये रहते हैं! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी यहोवा इसलिए विलम्ब करता है कि तुम पर अनुग्रह करे, और इसलिए ऊँचे उठेगा कि तुम पर दया करे। क्योंकि यहोवा न्यायी परमेश्वर है; क्या ही धन्य हैं वे जो उस पर आशा लगाए रहते हैं। |
तब तुम यह शिकायत क्यों करते हो कि तुम्हें उसका दर्शन नहीं मिलता; तुम्हारा मुकदमा उसके सम्मुख है, और तुम उसकी प्रतीक्षा कर रहे हो?
ऐसा न हो कि प्रभु क्रुद्ध हो, और तुम मार्ग में ही नष्ट हो जाओ, क्योंकि उसका क्रोध तुरन्त भड़कता है। धन्य हैं वे सब, जो प्रभु की शरण में आते हैं।
प्रभु की प्रतीक्षा करो; शक्तिशाली बनो; और तुम्हारा हृदय साहसी हो; निश्चय ही प्रभु की प्रतीक्षा करो।
हे शक्तिमान न्यायप्रिय राजा, तूने ही निष्पक्षता की स्थापना की है; तूने इस्राएल में न्याय और धार्मिकता का व्यवहार किया है।
प्रभु उनके सामने से निकला और उसने घोषित किया, ‘प्रभु! प्रभु! वह दयालु, और अनुग्रह करने वाला, विलम्ब-क्रोधी, अत्यन्त करुणामय, सत्य परमेश्वर है।
जब मनुष्य प्रभु के वचन पर ध्यान देता है, तब वह सफल होता है; धन्य है वह मनुष्य जो प्रभु पर भरोसा करता है।
प्रभु ने मुझसे यों कहा : “सूर्य की तेज धूप के समान, फसल की कटनी के समय ओस-भरे बादल के समान मैं अपने निवास-स्थान से उन पर चुपचाप दृष्टिपात करूंगा।”
मनुष्य-जाति की चढ़ी हुई आंखें नीची की जाएंगी; मनुष्य का घमण्ड चूर-चूर किया जाएगा। उस दिन केवल प्रभु ही उच्च स्थान पर विराजमान होगा।
सिर उठाकर चलनेवाले मनुष्य का पतन होगा, मनुष्य-जाति का घमण्ड चूर-चूर किया जाएगा। उस दिन केवल प्रभु ही उच्च स्थान पर विराजमान होगा।
उस दिन लोग यह कहेंगे, “देखो, यही है हमारा परमेश्वर; हमने इसकी ही प्रतीक्षा की थी कि वह हमें बचाएगा। यही प्रभु है, हमने इसकी ही प्रतीक्षा की थी। आओ, हम उसके उद्धार के कारण आनन्द मनाएँ, हर्षित हों।”
मैं न्याय को मापदण्ड और धार्मिकता को साहुल बनाऊंगा! ओलों की वर्षा तुम्हारे असत्य के आश्रय-स्थल को बहा ले जाएगी, बाढ़ में तुम्हारा, झूठ का शरण-स्थान, डूब जाएगा।”
हे प्रभु, हम पर कृपा कर, हम तेरी प्रतीक्षा करते हैं। रोज सबेरे तू हमारा सम्बल बन और संकट के दिन हमारा उद्धारकर्ता!
प्रभु महान है; क्योंकि वह उच्च स्थान पर विराजमान है। वह सियोन पर्वत को न्याय और धार्मिकता से परिपूर्ण करेगा।
परन्तु प्रभु की प्रतीक्षा करनेवाले नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे गरुड़ के पंखों की तरह नवशक्ति प्राप्त कर ऊंचे उड़ेंगे; वे दौड़ेंगे, पर थकेंगे नहीं; वे चलते रहेंगे, किन्तु निर्बल नहीं होंगे।
‘मैं बहुत समय तक चुप रहा, मैं शांत रहा, और अपने को रोकता रहा। परन्तु अब मैं प्रसव-पीड़ित स्त्री की तरह चिल्लाऊंगा, मैं हांफ-हांफ कर सांस भरूंगा।
मैं अनजान मार्ग पर अंधों का मार्ग-दर्शन करूंगा, मैं अपरिचित राह पर उनका पथ-प्रदर्शन करूंगा। मैं उनके सम्मुख अंधकार को प्रकाश में बदल दूंगा, ऊबड़-खाबड़ स्थानों को समतल मैदान बना दूंगा। मैं यह सब आश्चर्यपूर्ण कार्य करूंगा, और उनको कभी नहीं त्यागूंगा।
‘मैं अपने नाम के कारण अपना क्रोध रोके हुए हूं, मैंने अपनी स्तुति के अभिप्राय से, उसको तेरे लिए रोक लिया है, अन्यथा मैं तुझे टुकड़े-टुकड़े कर देता।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु न्याय करने के कारण उन्नत हुआ है; पवित्र परमेश्वर धार्मिक कार्यों के द्वारा अपनी पवित्रता प्रकट करता है।
प्रभु यह कहता है : ‘मेरे विचार तुम्हारे विचारों के समान नहीं हैं, और न तुम्हारे मार्ग मेरे मार्गों के सदृश हैं।
‘मैं इस्राएल पर सदा अभियोग नहीं लगाता रहूंगा, और न सदा क्रुद्ध रहूंगा; क्योंकि मुझसे आत्मा निसृत होता है, मैंने ही जीवन का श्वास सृजा है।
प्रभु कहता है : ‘मैं न्याय से प्रेम करता हूं, मुझे अन्याय और लूटमार से घृणा है। मैं अपने निज लोगों को सच्चाई से उनका प्रतिफल दूंगा। मैं उनके साथ स्थायी विधान स्थापित करूंगा।
प्राचीन काल से यह कभी सुनने में नहीं आया; न किसी ने कानों से सुना, और न अपनी आंखों से देखा कि तेरे अतिरिक्त और कोई ईश्वर है। केवल तू उनके लिए आश्चर्यपूर्ण कार्य करता है, जो तेरी प्रतीक्षा करते हैं।
प्रभु याकूब के वंशजों से मुख मोड़े हुए है। मैं उसकी प्रतीक्षा करूंगा; वही मेरी आशा का आधार होगा।
पर मैं यहूदा वंश पर दया करूंगा। मैं उसको मुक्त करूंगा; धनुष से नहीं, तलवार से नहीं, युद्ध से नहीं, अश्व से नहीं, घुड़सवार सैनिकों से नहीं, वरन् मैं स्वयं, उसका प्रभु परमेश्वर, उसे मुक्त करूंगा।’
देख, अब मैं उसे मोहित करके, निर्जन प्रदेश में ले जाऊंगा; मैं वहाँ उससे प्रेम से बातें करूंगा।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
ओ पुरोहितो! तुमने अपनी बातों से प्रभु को उकता दिया है। फिर भी तुम पूछते हो, ‘हमने कैसे प्रभु को उकता दिया?’ तुम यह कहकर उसे उकता देते हो, ‘जो बुराई करता है, वह प्रभु की दृष्टि में भला है, क्योंकि प्रभु बुरे कार्यों से प्रसन्न होता है।’ तुम यह भी पूछते हो, ‘न्याय करने वाला परमेश्वर कहां है?’
तब वह उठ कर अपने पिता के घर की ओर चल पड़ा। वह दूर ही था कि उसके पिता ने उसे देख लिया और वह दया से द्रवित हो उठा। उसने दौड़कर उसे गले लगा लिया और उसका चुम्बन किया।
उस समय यरूशलेम में शिमोन नामक एक धर्मी तथा भक्त मनुष्य रहता था। वह इस्राएल की सान्त्वना की प्रतीक्षा में था। पवित्र आत्मा उस पर था
परमेश्वर ने उन्हें अधिनायक तथा मुक्तिदाता का उच्च पद देकर अपने दाहिने हाथ से उन्नत किया, कि वह इस्राएल को पश्चात्ताप और पापक्षमा प्रदान करें।
बाद में व्यवस्था दी गयी और इस से अपराधों की संख्या बढ़ गयी। किन्तु जहाँ पाप की वृद्धि हुई, वहाँ अनुग्रह की उससे कहीं अधिक वृद्धि हुई।
यदि परमेश्वर ने अपना क्रोध प्रदर्शित करने तथा अपना सामर्थ्य प्रकट करने के उद्देश्य से बहुत धैर्य से कोप के उन पात्रों को सहन किया, जो विनाश के लिए तैयार थे, तो कौन आपत्ति कर सकता है?
‘प्रभु चट्टान है। उसका शासन-कार्य सिद्ध है; क्योंकि उसके समस्त मार्ग न्यायपूर्ण हैं। वह सच्चा परमेश्वर है, उसमें पक्षपात नहीं, वह निष्पक्ष न्यायी और निष्कपट है।
हम उन्हें धन्य समझते हैं, जो दृढ़ बने रहे। आप लोगों ने अय्यूब के धैर्य के विषय में सुना है और आप जानते हैं कि प्रभु ने अन्त में उसके साथ कैसा व्यवहार किया; क्योंकि प्रभु दयालु और करुणामय है।
यदि हमारे प्रभु अपनी सहनशीलता के कारण देर करते हैं, तो इसे अपनी मुक्ति में सहायक समझें, जैसा कि हमारे प्रिय भाई पौलुस ने अपने को प्रदत्त प्रज्ञ के अनुसार आप को लिखा।
प्रभु अपनी प्रतिज्ञाएँ पूरी करने में विलम्ब नहीं करता, जैसा कि कुछ लोग समझते हैं; किन्तु वह आप लोगों के प्रति सहनशील है और यह चाहता है कि किसी का सर्वनाश नहीं हो, बल्कि सबको पश्चात्ताप करने का अवसर मिले।
अब गर्व के बोल मत बोलो। तुम्हारे मुँह से धृष्ट वचन न निकलें; क्योंकि प्रभु सर्वज्ञ परमेश्वर है, वही कर्मों को तौलता है।