“तूने किस की ओर व्यंग्य-बाण छोड़े थे? किसको गाली दी थी? किसके विरुद्ध आवाज उठाई थी? अहंकार से किसको आंखें दिखाई थीं? क्या मुझे, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर को?
यशायाह 30:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नबियो, मार्ग छोड़ दो, रास्ते से हट जाओ। इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के विषय में हमें और न सुनाओ।” पवित्र बाइबल जो बातें सचमुच घटने को हैं, उन्हें देखना बन्द करो! हमारे रास्ते से हट जाओ! इस्राएल के उस पवित्र परमेश्वर के बारे में हमें बताना बन्द करो।” Hindi Holy Bible मार्ग से मुड़ो, पथ से हटो, और इस्राएल के पवित्र को हमारे साम्हने से दूर करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मार्ग से मुड़ो, पथ से हटो, और इस्राएल के पवित्र को हमारे सामने से दूर करो।” सरल हिन्दी बाइबल तुम रास्ता छोड़ दो, मार्ग से हट जाओ, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के विषय में और कुछ न सुनाओ!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मार्ग से मुड़ो, पथ से हटो, और इस्राएल के पवित्र को हमारे सामने से दूर करो।” |
“तूने किस की ओर व्यंग्य-बाण छोड़े थे? किसको गाली दी थी? किसके विरुद्ध आवाज उठाई थी? अहंकार से किसको आंखें दिखाई थीं? क्या मुझे, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर को?
स्वामी ने यह कहा, “ये लोग केवल मुंह से मेरी आराधना करते हैं, केवल ओंठों से मेरा सम्मान करते हैं; किन्तु इनका हृदय मुझसे दूर है। ये दूसरों के आदेश से मेरी भक्ति करते हैं; इनकी भक्ति रटी-रटाई, सीखी हुई है।
जो मनुष्यों को शब्दों में फंसाते हैं, जो अदालत में न्याय करनेवाले के लिए जाल रचते हैं, और जो झूठे तर्कों के द्वारा सच्चे मनुष्य को परास्त करते हैं, वे सब मिट जाएंगे।
बेत-एल की वेदी राज-वेदी है। यह इस्राएल राज्य का राज्य-मन्दिर है। यहाँ फिर कभी नबूवत मत करना।’
यदि कोई खाली बातें करता और झूठ बोलता हुआ, इधर-उधर फिरता है, और यह कहता है, ‘मैं तुम्हें मदिरा और शराब के पक्ष में उपदेश दूंगा’ तो ये लोग उसको अपना उपदेशक स्वीकार कर लेते हैं!
परन्तु बर-येशु ने, जिसका उपनाम एलिमास (अर्थात् जादूगर) था, उनका विरोध किया और राज्यपाल को विश्वास करने से रोकना चाहा।
उन्होंने परमेश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करना उचित नहीं समझा, इसलिए परमेश्वर ने उन्हें उनकी भ्रष्ट बुद्धि पर छोड़ दिया, जिससे वे अनुचित आचरण करने लगे।
परनिन्दक, परमेश्वर के बैरी, धृष्ट, घमण्डी और डींग मारने वाले लोग हैं। वे बुराई करने में चतुर हैं, अपने माता-पिता की आज्ञा नहीं मानते
क्योंकि शारीरिक आचरण की चिन्ता करना परमेश्वर के प्रतिकूल है। यह शारीरिक चिन्ता परमेश्वर के नियम के अधीन नहीं होती और हो भी नहीं सकती।
उनकी बुद्धि पर अन्धकार छाया हुआ है। वे अपने अज्ञान और हृदय की कठोरता के कारण ईश्वरीय जीवन से विमुख हो गये हैं।