वे अय्यूब के साथ भूमि पर सात दिन और सात रात चुपचाप बैठे रहे। उनके मुँह से सहानुभूति का एक शब्द भी न निकला; क्योंकि उन्होंने अनुभव किया कि अय्यूब का दु:ख अपार है।
यशायाह 3:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे प्रवेश-द्वार विलाप करेंगे; वे शोक मनाएंगे; तू लुटी हुई, विधवा-स्त्री-सी भूमि पर बैठेगी। पवित्र बाइबल नगर द्वार के निकट सभा स्थलों में रोना बिलखना और दुःख ही फैला होगा। यरूशलेम उस स्त्री के समान हर वस्तु से वंचित हो जायेगी जिसका सब कुछ चोर और लुटेरे लूट गये हों। वह धरती पर बैठेगी और बिलखेगी। Hindi Holy Bible और उसके फाटकों में सांस भरना और विलाप करना होगा; और भूमि पर अकेली बैठी रहेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसके फाटकों में साँस भरना और विलाप करना होगा; और वह भूमि पर अकेली बैठी रहेगी। सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे फाटक रोएंगे और शोक मनाएंगे; वह अकेली भूमि पर बैठी रहेगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसके फाटकों में साँस भरना और विलाप करना होगा; और वह भूमि पर अकेली बैठी रहेगी। |
वे अय्यूब के साथ भूमि पर सात दिन और सात रात चुपचाप बैठे रहे। उनके मुँह से सहानुभूति का एक शब्द भी न निकला; क्योंकि उन्होंने अनुभव किया कि अय्यूब का दु:ख अपार है।
तब अय्यूब ने अपना शरीर खुजाने के लिए एक ठीकरा लिया, और नगर के बाहर राख के ढेर पर बैठ गया।
नगर के प्रवेश-द्वार पर विलाप करो, नगरों में सहायता के लिए दुहाई दो। ओ पलिश्तियों, डर से मूर्च्छित हो जाओ। उत्तर दिशा से महाकाल की आंधी आ रही है! शत्रु सेना का एक भी सैनिक पीछे नहीं छूटेगा।
तब मैं तुझको संकट में डालूंगा। नगर में शोक मनाया जाएगा; हर जगह रोना-पीटना होगा, तू निस्सन्देह मेरे क्रोध का अग्निकुण्ड बन जाएगा।
राजमहल परित्यक्त हो जाएगा, आबाद नगर उजाड़ हो जाएगा। पहाड़ी और पहरेदार के बुर्ज सदा के लिए खोहें बन जाएंगे; जहाँ जंगली गधे मौज करेंगे, जहाँ पालतू पशु घास चरेंगे।
देश विलाप कर रहा है, वह दु:ख से व्याकुल है। अनावृष्टि के कारण लबानोन की हरियाली कुम्हला गई, वह सूख गया। शारोन की उपजाऊ भूमि मरुस्थल बन गई। बाशान और कर्मेल क्षेत्र के वृक्ष सूख गए।
ओ बेबीलोन देश की कुंआरी कन्या। अब सिंहासन से उतर और धूल पर बैठ, ओ कसदी कौम की बेटी! अब सिंहासन पर नहीं, वरन् भूमि पर बैठ। लोग तुझे फिर कभी कोमल और सुकुमारी नहीं कहेंगे।
मैंने पूछा, ‘स्वामी, यह स्थिति कब तक रहेगी?’ प्रभु ने कहा, ‘जब तक नगर उजड़ कर निर्जन न बन जाएं; जब तक मकान सुनसान न हो जाएं; जब तक खेत पूर्णत: उजड़ न जाएं।
‘यहूदा प्रदेश विलाप कर रहा है; उसके नगर के प्रवेश-द्वार गर्मी से मूर्छित पड़े हैं। उसके निवासी भूमि पर बैठकर शोक मना रहे हैं; यरूशलेम के रोने की आवाज आकाश तक पहुंच रही है।
मैंने उनके देश में विधवाओं की संख्या सागर-तट के रेत-कणों से अधिक कर दी! मैंने तरुण सैनिकों की माताओं के विरुद्ध दिन-दहाड़े एक विध्वंसक भेजा। मैंने आदेश दिया, और उन पर दु:ख और आतंक का पहाड़ अचानक टूट पड़ा।
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
सियोन को जानेवाले मार्ग विलाप करते हैं, क्योंकि अब पर्व मनाने के लिए कोई वहां नहीं आता! सियोन के सब द्वार उजाड़ पड़े हैं; उसके पुरोहित कराह रहे हैं। उसकी कन्याएँ दु:ख से पीड़ित हैं; स्वयं सियोन नगरी दु:ख भोग रही है।
सियोन की पुत्री के धर्मवृद्ध निराशा में डूबे भूमि पर बैठे हैं। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने-अपने सिर पर राख डाली है, और टाट का वस्त्र पहिना है। यरूशलेम की कन्याएँ भूमि की ओर सिर झुकाकर विलाप कर रही हैं।
प्रभु ने यह निश्चय किया था कि वह सियोन की पुत्री की शहरपनाह ढाह देगा; उसने साहुल से नापकर निशान लगाए; उसने विनाश करने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, और उसको नहीं रोका। उसने परकोटा और शहरपनाह को रुला दिया, दोनों एक-साथ जर्जर हो गए।
तुम्हारे आबाद नगर उजाड़ हो जाएंगे, और सारा देश निर्जन हो जाएगा। तब तुम्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।’
समुद्र-तटीय देशों के सामंत अपने सिंहासन से नीचे उतरेंगे। वे अपनी राजकीय पोशाक और कसीदा कढ़े वस्त्र उतार देंगे। वे डरते और थरथराते हुए शोकवस्त्र पहिनेंगे, और भूमि पर बैठेंगे। वे हर पल कांपते रहेंगे, और तेरे पतन पर आश्चर्य-चकित होंगे।
सामरी का घाव असाध्य है, उसका जहर यहूदा तक पहुंच गया है। वह मेरे लोगों तक, यरूशलेम के प्रवेश-द्वार तक आ गया है।’
‘हम ने तुम्हारे लिए बाँसुरी बजायी पर तुम नहीं नाचे, हम ने विलाप किया किन्तु तुम ने छाती नहीं पीटी’;
तुझे और तुझ में निवास करने वाली तेरी सन्तान को मिट्टी में मिला देंगे और तुझ में एक पत्थर पर दूसरा पत्थर पड़ा नहीं रहने देंगे; क्योंकि तूने उस शुभ घड़ी को नहीं पहचाना जब परमेश्वर ने तेरी सुध ली।”