असीरिया के राजा ने लाकीश नगर से मुख्य सेनापति, मुख्य खोजा और मुख्य साकी को विशाल सेना के साथ राजा हिजकियाह के पास यरूशलेम नगर में भेजा। वे गए। उन्होंने यरूशलेम नगर में प्रवेश किया। वे उपरले जलकुण्ड की नहर के समीप रुक गए। यह धोबी-खेत को जानेवाले राजमार्ग पर स्थित है।
‘प्रभु असीरिया देश के राजा के विषय में यों कहता है : सनहेरिब इस नगर में प्रवेश नहीं करेगा। वह यहां तीर भी नहीं चलाएगा। वह ढाल के साथ इसका सामना भी नहीं करेगा। वह इसके विरुद्ध मोर्चाबन्दी भी नहीं करेगा।
उसके दाहिने हाथ में यरूशलेम के नाम पर चिट्ठी निकली है। वह मुंह खोल कर पुकारता है। वह अत्यन्त उच्च स्वर में आदेश देता है कि प्रवेश-द्वारों पर युद्ध-यंत्र लगाओ, दमदमा बान्धो, और मोर्चाबन्दी करो।
केवल वे पेड़, जिनको तू जानता है कि उनके फल आहार के योग्य नहीं हैं, नष्ट कर देना। तू उनको काट डालना, और उनकी लकड़ी से उस नगर के विरुद्ध जिसने तेरे साथ युद्ध छेड़ रखा है, घेराबन्दी के लिए परकोटा बनाना, जब तक उसका पतन न हो जाए।