‘मेरा परिवार निस्सन्देह परमेश्वर के विश्वास में सुदृढ़ है। परमेश्वर ने मेरे साथ स्थायी विधान स्थापित किया है, जो सब प्रकार से व्यवस्थित और अटल है। वह मेरे सब कल्याणप्रद कार्यों को, मेरी सब इच्छाओं को निस्सन्देह पूर्ण करेगा।
यशायाह 24:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धरती अपने निवासियों के बोझ से अशुद्ध हो गई, क्योंकि लोगों ने विधि-विधानों का उल्लंघन किया, संविधियों की अवहेलना की, शाश्वत विधान को तोड़ दिया। पवित्र बाइबल इस धरती के लोगों ने इस धरती को गंदा कर दिया है। ऐसा कैसा हो गया लोगों ने परमेश्वर की शिक्षा के विरोध में गलत काम किये। (इसलिये ऐसा हुआ) लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं किया। बहुत पहले लोगों ने परमेश्वर के साथ एक वाचा की थी। किन्तु परमेश्वर के साथ किये उस वाचा को लोगों ने तोड़ दिया। Hindi Holy Bible पृथ्वी अपने रहने वालों के कारण अशुद्ध हो गई है, क्योंकि उन्होंने व्यवस्था का उल्लंघन किया और विधि को पलट डाला, और सनातन वाचा को तोड़ दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पृथ्वी अपने रहनेवालों के कारण अशुद्ध हो गई है, क्योंकि उन्होंने व्यवस्था का उल्लंघन किया और विधि को पलट डाला, और सनातन वाचा को तोड़ दिया है। सरल हिन्दी बाइबल पृथ्वी अपने रहनेवालों के कारण दूषित कर दी गई; क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की व्यवस्था और आज्ञाओं को नहीं माना तथा सनातन वाचा को तोड़ दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पृथ्वी अपने रहनेवालों के कारण अशुद्ध हो गई है, क्योंकि उन्होंने व्यवस्था का उल्लंघन किया और विधि को पलट डाला, और सनातन वाचा को तोड़ दिया है। |
‘मेरा परिवार निस्सन्देह परमेश्वर के विश्वास में सुदृढ़ है। परमेश्वर ने मेरे साथ स्थायी विधान स्थापित किया है, जो सब प्रकार से व्यवस्थित और अटल है। वह मेरे सब कल्याणप्रद कार्यों को, मेरी सब इच्छाओं को निस्सन्देह पूर्ण करेगा।
इसलिए मैं, इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर, यह कहता हूं : मैं यरूशलेम नगर और यहूदा प्रदेश पर ऐसी विपत्ति ढाहूंगा, कि सुनने वाले के कान झनझना जाएंगे।
उन्होंने उन कार्यों को किया है, जो मेरी दृष्टि में बुरे हैं। जिस दिन से उनके पूर्वज मिस्र देश से बाहर निकले हैं, उस दिन से आज तक, ये लोग मेरी क्रोधाग्नि को भड़काते ही रहे हैं!’
मनश्शे ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को पथ-भ्रष्ट किया। इसलिए जिन जातियों को प्रभु ने इस्राएलियों के सम्मुख नष्ट किया था, उनसे अधिक दुष्कर्म इस्राएलियों ने किये।
मैंने तुझे एक भक्तिहीन राष्ट्र को दण्ड देने के लिए भेजा; मेरा क्रोध भड़कानेवाली जाति को लूटने, उसकी सम्पत्ति का अपहरण करने, गली की कीचड़ की तरह उसे रौंदने के लिए तुझे भेजा।’
राजमार्ग उजाड़ पड़े हैं, यात्रियों का आना-जाना बन्द है। संधियां भंग हो गईं, सािक्षयां तुच्छ समझी जा रही हैं; अब मनुष्य, मनुष्य का सम्मान नहीं करता।
प्रभु यों कहता है, ‘क्या तुम्हारी मां के पास तलाक-पत्र है, जिससे यह प्रमाणित हो कि मैंने उसे त्याग दिया है? मैंने किस साहूकार के हाथ तुम्हें बेचा है? सुनो, तुम स्वयं दुष्कर्मों के कारण बिक गए हो। तुम्हारे ही अपराधों के कारण तुम्हारी मां को तलाक मिला है!
अत: स्वामी इन लोगों के नवयुवकों से प्रसन्न नहीं है, और न वह उनके अनाथ बच्चों पर, और न उनकी विधवा स्त्रियों पर दया करता है। ये सब भक्तिहीन और कुकर्मी हैं; हर आदमी मूर्खतापूर्ण बातें करता है। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
वे अपने पूर्वजों के दुष्कर्मों की ओर लौट गए हैं। जैसा उनके पूर्वजों ने मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया था, वैसा ही उन्होंने किया है। वे अन्य कौमों के देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए उनका अनुसरण करने लगे हैं। इस्राएल प्रदेश के और यहूदा प्रदेश के लोगों ने भी उस विधान को तोड़ दिया है, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था।
वे सियोन की ओर उन्मुख हो, यह पूछेंगे, “सियोन का मार्ग कौन-सा है?” वे परस्पर यह कहेंगे, “आओ, हम प्रभु के साथ शाश्वत विधान स्थापित करें, जो कभी भुलाया न जा सकेगा। आओ, हम प्रभु से मेल-मिलाप कर लें।”
स्वामी-प्रभु यों कहता है: ‘ओ यरूशलेम, तूने शपथ खाकर मुझसे विवाह का विधान स्थापित किया था। किन्तु तूने अपनी शपथ को तुच्छ समझा, और विधान को तोड़ दिया। अत: जैसा तूने किया है वैसा ही मैं तुझ से व्यवहार करूंगा।
लेकिन इस्राएल के वंशजों ने निर्जन प्रदेश में मुझ से विद्रोह किया। उन्होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया, बल्कि मेरे न्याय-सिद्धान्तों को ताक पर रख दिया, जिनके अनुरूप आचरण करने से मनुष्य जीवित रहता है। उन्होंने मेरे विश्राम-दिवस की घोर उपेक्षा कर उसको अपवित्र कर दिया। ‘अत: मैंने सोचा कि मैं उनको निर्जन प्रदेश में दण्ड देने के लिए उन पर अपनी क्रोधाग्नि की वर्षा करूंगा और उनको पूर्णत: नष्ट कर दूंगा।
क्योंकि उन्होंने मेरे न्याय-सिद्धान्तों का पालन नहीं किया; उन्होंने मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण नहीं किया। उन्होंने मेरे विश्राम-दिवस को अपवित्र किया। उनकी आंखें अपने पूर्वजों की इष्ट मूर्तियों पर लगी रहीं।
मैं उनके साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। यह विधान उनके साथ शाश्वत विधान होगा। मैं उनको आशिष दूंगा, और उनकी आबादी बढ़ाऊंगा। मैं उनके मध्य में स्थायी रूप से अपना पवित्र निवास-स्थान बनाऊंगा।
यह राजा सर्वोच्च परमेश्वर की निन्दा करेगा, और उसके भक्तों को पीस डालेगा। यह निर्धारित पर्व-कालों और विधि-विधानों को बदलने का प्रयत्न करेगा; सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त साढ़े तीन वर्ष तक इसके हाथ में सौंप दिए जाएंगे।
और तेरे धर्म के नियम-कानूनों के अनुसार आचरण नहीं किया था, जो तूने अपने सेवक नबियों के माध्यम से हमारे सम्मुख रखे थे। प्रभु, इस प्रकार हमने अपने स्वामी परमेश्वर की वाणी नहीं सुनी।
हमने पाप किया। हमने दुष्कर्म किए, और तेरे प्रति दुष्ट व्यवहार किया। तेरी आज्ञाओं और आदेशों की अवहेलना कर तुझसे विद्रोह किया।
उन्होंने आदम घाट में विधान का उल्लंघन किया; वहाँ उन्होंने मेरे साथ विश्वासघात किया।
‘अत: तुम मेरी सब संविधियों और न्याय-सिद्धान्तों का पालन करना, और उनको व्यवहार में लाना जिससे वह देश जहां मैं तुम्हें ला रहा हूँ, तुम्हें नहीं निकाल सके।
जितने दिन तक वह निर्जन रहेगी, वह विश्राम करेगी। जब तुम उस पर निवास करते थे तब उसको तुम्हारे विश्राम दिवसों में यह विश्राम नहीं मिला था।
उठो, और जाओ, यह विश्राम-स्थल नहीं है। तुम्हारी अशुद्धता के कारण निस्सन्देह उसका महासंहार होगा!’
वे दोनों परमेश्वर की दृष्टि में धार्मिक थे। वे प्रभु की सब आज्ञाओं और नियमों का निर्दोष अनुसरण करते थे।
‘पर तू, यशूरून! मोटा होकर लात मारने लगा! तू मोटा हुआ, हृष्ट-पुष्ट हुआ! तेरी देह पर चर्बी चढ़ गई! तब तूने परमेश्वर को छोड़ दिया, जिसने तुझे बनाया था, अपने उद्धार की चट्टान के साथ मूर्खतापूर्ण व्यवहार किया।
उसने कहा, मैं विमुख होऊंगा। मैं देखूंगा कि उनका क्या अन्त होता है। यह सत्य और न्याय से जी चुरानेवाली पीढ़ी है! इन बच्चों में निष्ठा का अभाव है।
शान्ति का परमेश्वर, जिसने शाश्वत विधान के रक्त द्वारा भेड़ों के महान् चरवाहे, हमारे प्रभु येशु को मृतकों में से पुनर्जीवित किया,
यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विधान को भंग करोगे, जिसका पालन करने की आज्ञा उसने तुम्हें दी थी, और दूसरे देवताओं का अनुसरण कर उनकी पूजा करोगे, झुक कर उनकी वन्दना करोगे, तो तुम्हारे प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठेगा, और तुम इस उत्तम देश में, जिसको उसने तुम्हें प्रदान किया है, अविलम्ब नष्ट हो जाओगे।’
अत: यहोशुअ ने उस दिन इस्राएली लोगों के लिए एक विधान स्थापित किया। उसने वहां शकेम में, संविधियों और न्यास-सिद्धान्त निश्चित किए।