नगर के प्रवेश-द्वार पर विलाप करो, नगरों में सहायता के लिए दुहाई दो। ओ पलिश्तियों, डर से मूर्च्छित हो जाओ। उत्तर दिशा से महाकाल की आंधी आ रही है! शत्रु सेना का एक भी सैनिक पीछे नहीं छूटेगा।
यशायाह 24:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नगर में केवल विनाश ही शेष है, नगर के प्रवेश-द्वार तोड़ दिए गए, वे मलवा हो गए। पवित्र बाइबल नगर के लिए बस विनाश ही बच रहा है। द्वार तक चकनाचूर हो चुके हैं। Hindi Holy Bible नगर उजाड़ ही उजाड़ रहेगा, और उसके फाटक तोड़ कर नाश किए जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नगर उजाड़ ही उजाड़ रहेगा, और उसके फाटक तोड़कर नष्ट किए जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल नगर सुनसान पड़ा, और सब कुछ नष्ट कर दिया गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 नगर उजाड़ ही उजाड़ रहेगा, और उसके फाटक तोड़कर नाश किए जाएँगे। |
नगर के प्रवेश-द्वार पर विलाप करो, नगरों में सहायता के लिए दुहाई दो। ओ पलिश्तियों, डर से मूर्च्छित हो जाओ। उत्तर दिशा से महाकाल की आंधी आ रही है! शत्रु सेना का एक भी सैनिक पीछे नहीं छूटेगा।
राजमहल परित्यक्त हो जाएगा, आबाद नगर उजाड़ हो जाएगा। पहाड़ी और पहरेदार के बुर्ज सदा के लिए खोहें बन जाएंगे; जहाँ जंगली गधे मौज करेंगे, जहाँ पालतू पशु घास चरेंगे।
मैं तेरे आगे-आगे जाऊंगा, और पहाड़ों को समतल मैदान बनाऊंगा। मैं पीतल के प्रवेश-द्वार तोड़ दूंगा, मैं लोहे की छड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूंगा।
प्रभु कहता है, ‘मैं यरूशलेम को खण्डहरों का ढेर और गीदड़ों की मांद बना दूंगा। मैं यहूदा प्रदेश के नगरों को उजाड़ दूंगा, वे निर्जन हो जाएंगे।’
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
सियोन को जानेवाले मार्ग विलाप करते हैं, क्योंकि अब पर्व मनाने के लिए कोई वहां नहीं आता! सियोन के सब द्वार उजाड़ पड़े हैं; उसके पुरोहित कराह रहे हैं। उसकी कन्याएँ दु:ख से पीड़ित हैं; स्वयं सियोन नगरी दु:ख भोग रही है।
उसके प्रवेश-द्वार भूमि में धंस गए; प्रभु ने उसकी अर्गलाएँ टुकड़े-टुकड़े कर दीं। उसका राजा और प्रशासक विदेशी राष्ट्रों में निर्वासित हैं। व्यवस्था की मान्यता नहीं रहीं; नबियों को प्रभु की ओर से दर्शन नहीं मिलता।
मारोत के निवासी उत्सुकतापूर्वक कुशल-मंगल की प्रतीक्षा कर रहे हैं, क्योंकि प्रभु ने विपत्ति ढाही है, और वह यरूशलेम के प्रवेश-द्वार तक पहुंच गई है।
सामरी का घाव असाध्य है, उसका जहर यहूदा तक पहुंच गया है। वह मेरे लोगों तक, यरूशलेम के प्रवेश-द्वार तक आ गया है।’
राजा को बहुत क्रोध आया। उसने अपनी सेना भेज कर उन हत्यारों का संहार कर दिया और उनका नगर जला डाला।