यशायाह 22:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: निश्चित स्थान में प्रतिष्ठित की गई खूंटी उस दिन अपने स्थान से उखाड़ ली जाएगी। वह काटी जाएगी और टूटकर गिर जाएगी। जो भार उस पर लदा था, वह गिरकर नष्ट हो जाएगा।” प्रभु ने यह कहा है। पवित्र बाइबल “उस समय, वह खूँटी (शेबना) जो अब एक बड़े कठोर तख्ते में गाड़ी हुई खूँटी है, दुर्बल हो कर टूट जायेगी। वह खूँटी धरती पर गिर पड़ेगी और उस खूँटी पर लटकी हुई सभी वस्तुएँ नष्ट हो जायेंगी। तब वह प्रत्येक बात जो मैंने उस सन्देश में बताई थी, घटित होगी।” (ये बातें घटेंगी क्योंकि इन्हें यहोवा ने कहा है।) Hindi Holy Bible सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूंटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काट कर गिराई जाएगी; और उस का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है’।” सरल हिन्दी बाइबल “सर्वशक्तिमान याहवेह ने कहा, जो खूंटी सुरक्षित स्थान में स्थिर की गई थी वह उखड़ जाएगी; यहां तक की वह टूटकर बिखर जाएगी, और इस पर लटका बोझ हटा दिया जाएगा,” याहवेह की वाणी है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है।’” |
अरे अत्याचारी, परमेश्वर तुझे सदा के लिए धूल में मिला देगा, वह तुझे पकड़ कर तेरे निवास-स्थान से निकाल देगा; वह तुझे जीव-लोक से उखाड़ देगा। सेलाह
मैं उसको एक निश्चित स्थान में खूंटी के सदृश दृढ़ता से प्रतिष्ठित करूंगा। वह अपने पितृकुल के लिए महिमायुक्त सिंहासन बनेगा।’
“परन्तु एलयाकीम के कन्धों पर उसके पितृकुल के समस्त सदस्यों का− वंशजों और सन्तानों का, बाल-वृद्ध, स्त्री-पुरुषों का − भार होगा।
मैंने पूर्व देश के एक शिकारी पक्षी को बुलाया है; दूर देश से मैंने अपने संकल्प को पूरा करनेवाले को बुलाया है। यह मैं कह चुका हूं; निस्सन्देह मैं यह कार्य सम्पन्न करूंगा; जैसा मेरा अभिप्राय है, वैसा ही मैं करूंगा।
मैंने, हां मैंने ही यह कहा है, मैंने ही कुस्रू को बुलाया है। मैं ही उसको लाया हूं, उसका हर काम सफल होगा।
पृथ्वी इस देश के लिए विलाप करेगी; आकाश शोक से अंधकारमय हो जाएगा। जो मैंने कहा है, जो मैंने निश्चित किया है उसको पूरा करूंगा मैं इस कार्य के लिए नहीं पछताऊंगा, और न ही अपने वचन से मुंह मोड़ूंगा।’
‘इस प्रकार मेरा क्रोध शान्त होगा। जब तक मेरी क्रोधाग्नि उन पर पूरी तरह न भड़क उठेगी, तब तक वह शांत न होगी, और न मुझे चैन मिलेगा। और तब उनको मालूम होगा कि मैं-प्रभु ने ही ईष्र्या की अग्नि में धधक कर यह कहा है। उस समय ही उनके प्रति मेरा क्रोध ठण्डा होगा।
जब मैं तुझको क्रोध, कोप और रोषपूर्ण चेतावनी के साथ दण्ड दूंगा, तब तू सब राष्ट्रों में घृणा, निन्दा, चेतावनी और अपमान का पात्र बन जाएगा। सुन, मैंने, तेरे प्रभु ने, यह कहा है।
मैं तुझ पर जंगली पशु और अकाल भेजूंगा। वे तेरे बच्चों को खा जाएंगे। महामारी और हत्या की काली छाया तेरे दरवाजों से गुजरेगी। ओ यरूशलेम के निवासियो, सुनो, मैं − तुम्हारा प्रभु, तुम पर शत्रु की तलवार चलवाऊंगा। मैं-प्रभु ही यह कह रहा हूँ।’
हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है।