यशायाह 2:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब प्रभु पृथ्वी को आतंकित करने के लिए अपने सिंहासन से उठेगा, तब मनुष्य उसके आतंक से, उसकी प्रभुता के तेज से भागकर चट्टान की गुफाओं में प्रवेश करेंगे, वे भूमि के गड्ढों में छिपेंगे। पवित्र बाइबल लोग चट्टानों, गुफाओं और धरती के भीतर जा छिपेंगे। वे यहोवा और उसकी महान शक्ति से डर जायेंगे। ऐसा उस समय होगा जब यहोवा धरती को हिलाने के लिए खड़ा होगा। Hindi Holy Bible और जब यहोवा पृथ्वी के कम्पित करने के लिये उठेगा, तब उसके भय के कारण और उसके प्रताप के मारे लोग चट्टानों की गुफाओं और भूमि के बिलों में जा घुसेंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब यहोवा पृथ्वी को कम्पित करने के लिये उठेगा, तब उसके भय के कारण और उसके प्रताप के मारे लोग चट्टानों की गुफाओं और भूमि के बिलों में जा घुसेंगे। सरल हिन्दी बाइबल जब याहवेह पृथ्वी को कंपित करने के लिए उठेंगे तब उनके भय तथा प्रताप के तेज के कारण मनुष्य चट्टानों की गुफाओं में तथा भूमि के गड्ढों में जा छिपेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब यहोवा पृथ्वी को कम्पित करने के लिये उठेगा, तब उसके भय के कारण और उसके प्रताप के मारे लोग चट्टानों की गुफाओं और भूमि के बिलों में जा घुसेंगे। |
हे प्रभु, रोष से उठ! मेरे शत्रुओं के क्रोधोन्माद के विरुद्ध खड़ा हो! हे मेरे परमेश्वर, जाग! तूने न्याय का आदेश दिया है।
मैं सेनाओं का प्रभु, अपने भयंकर क्रोध के दिन अपने रोष से आकाश को कंपाऊंगा, पृथ्वी अपने स्थान से टल जाएगी।
ओ मनुष्य! प्रभु के आतंक से, उसकी प्रभुता के तेज से भागकर चट्टान की गुफा में प्रवेश कर; तू रेत के ढेर में छिप जा।
और वे प्रभु के आतंक से, उसकी प्रभुता के तेज से भागकर चट्टानों की खोहों में, अधरशिलाओं के दरारों में छिपेंगे; क्योंकि प्रभु पृथ्वी को आतंकित करने के लिए अपने सिंहासन से उठेगा।
देखो, प्रभु पृथ्वी को निर्जन और उजाड़ बना देगा; वह उसकी सतह को उलट देगा, और उस पर रहनेवालों को तितर-बितर कर देगा।
जो व्यक्ति आतंक का स्वर सुनकर भागेगा, वह गड्ढे में गिरेगा; और जो व्यक्ति गड्ढे से बचकर बाहर निकल आएगा, वह फंदे में फंसेगा, क्योंकि आकाश के झरोखे खुल गए हैं, और पृथ्वी की नींव कांप रही है।
प्रभु के डण्डे का प्रहार, जिससे वह उन्हें दण्ड देगा और उन पर आघात करेगा, डफ और सितार की ध्वनि के साथ होगा। वह हाथ घुमा-घुमा कर उनसे लड़ता रहेगा।
प्रभु राष्ट्रों से यह कहता है, “अब मैं उठूंगा, अब मैं हस्तक्षेप करने के लिए उठूंगा; मैं अपनी महानता प्रकट करूंगा।
वे आएंगी, और प्रपाती दर्रों, चट्टान की दरारों, कंटीली झाड़ियों और समस्त चरागाहों पर बैठ जाएंगी।
‘ओ यिर्मयाह, देख’, प्रभु की यह वाणी है: ‘मैं अनेक मछुओं को भेज रहा हूँ, और वे उनको अपने जाल में पकड़ेंगे। मछुओं के बाद मैं अनेक शिकारियों को भेजूँगा, जो इस्राएलियों को हर एक पहाड़ पर, प्रत्येक घाटी में और सब चट्टानों की दरारों में ढूंढ़-ढूंढ़कर उनका शिकार करेंगे।
शत्रु-सेना के घुड़सवारों और धनुष-धारियों के शोर से नगरों के लोग प्राण बचाकर भागने लगे। वे झाड़ियों में छिप गए। वे चट्टानों पर चढ़ गए। सब नगर निर्जन और सुनसान पड़े हैं। अब उनमें मनुष्य नहीं रहते।
‘ओ मोआब के निवासियो! नगर छोड़कर पहाड़ी की गुफा में जा बसो। कबूतरों के समान बन जाओ जो गुफा के मुंह के किनारों पर घोंसला बनाते हैं।
ओ मानव, तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है : इस्राएल देश के उजाड़ प्रदेशों में रहनेवाले निस्सन्देह तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। जो आदमी खेत में होगा, उसको मैं जंगली पशु के मुंह में डाल दूंगा, और वह उसको खा जाएगा। जो गढ़ों और गुफाओं में रहते होंगे, वे महामारी से मारे जाएंगे।
इस्राएल के पाप-कर्मों के चिह्न, आवेन के पहाड़ी शिखर की वेदियां उजड़ जाएंगी। इस्राएली की वेदियों पर झाड़-झंखाड़ उगने लगेंगे। तब इस्राएली लोग पहाड़ों से कहेंगे : ‘हमें ढक लो!’ और पहाड़ियों से कहेंगे, ‘हम पर गिरो।’
वे रेंगनेवाले जीव-जन्तुओं की तरह, सांप के समान धूल चाटेंगे। वे कांपते हुए अपने किलों से बाहर निकलेंगे। वे डरते हुए हमारे प्रभु परमेश्वर के पास जाएंगे; वे तेरे कारण भय से कांपेंगे।
ओ नीनवे, तू प्रभु के कोप की मदिरा पिएगी तू स्तम्भित हो जाएगी; तू शत्रु से भागकर आश्रय की तलाश करेगी।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यह वाणी सुनो : एक बार फिर मैं पलक झपकाते ही आकाश और पृथ्वी को, जल और थल को कंपा दूंगा।
मैं समस्त राष्ट्रों को कंपा दूंगा; और तब उनकी समस्त धन-सम्पत्ति इस भवन में अर्पित की जाएगी, और मैं इसको ऐश्वर्य से भर दूंगा। मैं, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा है।
ऐसे लोगों को प्रभु के सान्निध्य और उनके तेजोमय सामर्थ्य से पृथक होकर अनंत विनाश का दण्ड मिलेगा।
संसार उनके योग्य नहीं था। उन्हें उजाड़ स्थानों, पहाड़ी प्रदेशों, गुफाओं और धरती के गड्ढों की शरण लेनी पड़ी।
उस समय उसकी वाणी ने पृथ्वी को हिला दिया था; किन्तु अब वह यह घोषित करता है, “मैं एक बार और न केवल पृथ्वी को, बल्कि आकाश को भी हिलाऊंगा।”
उसी समय भारी भूकम्प हुआ और नगर का दसवाँ भाग मिट्टी में मिल गया। सात हजार लोग भूकम्प में मर गये और जो बच गये, उन्होंने भयभीत हो कर स्वर्ग के परमेश्वर की स्तुति की।
तब स्वर्ग में परमेश्वर का मन्दिर खुल गया और मन्दिर में परमेश्वर के विधान की मंजूषा दिखाई पड़ी। बिजलियाँ, वाणियाँ एवं मेघगर्जन उत्पन्न हुए, भूकम्प हुआ और भारी ओला-वृष्टि हुई।
इस पर बिजलियाँ, वाणियाँ एवं मेघगर्जन उत्पन्न हुए और भारी भूकम्प हुआ। पृथ्वी पर मनुष्य की उत्पत्ति के समय से इतना भारी भूकम्प कभी नहीं हुआ था।
इसके बाद मैंने एक विशाल श्वेत सिंहासन और उस पर विराजमान व्यक्ति को देखा। पृथ्वी और आकाश उसके सामने लुप्त हो गये और उनका कहीं भी पता नहीं चला।
उन दिनों मनुष्य मृत्यु की खोज करेंगे, किन्तु वह उन्हें नहीं मिलेगी, वे मरने की अभिलाषा करेंगे, किन्तु मृत्यु उन से भागती रहेगी।
इस्राएलियों पर दबाव पड़ने लगा। जब उन्होंने देखा कि वे संकट में पड़ गए हैं तब वे गुफाओं और कन्दराओं में, चट्टानों, तलघरों और गड्ढों में छिप गए।
अत: दोनों ने स्वयं को पलिश्ती चौकी के सैनिकों पर प्रकट कर दिया। पलिश्ती सैनिकों ने कहा, ‘देखो, इब्रानी चूहे अपने बिलों से बाहर निकल रहे हैं, जहाँ वे छिपे हुए थे।’