‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
यशायाह 19:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यद्यपि प्रभु मिस्र-निवासियों को मारेगा, तथापि वह उनको मार के द्वारा स्वस्थ भी करेगा। वे पश्चात्ताप कर प्रभु की ओर उन्मुख होंगे। प्रभु उनकी प्रार्थना सुनेगा, और तब उन्हें स्वस्थ करेगा। पवित्र बाइबल यहोवा मिस्र के लोगों को दण्ड देगा। फिर यहोवा उन्हें (चंगा) क्षमा कर देगा और वे यहोवा की ओर लौट आयेंगे। यहोवा उनकी प्रार्थनाएँ सुनेगा और उन्हें क्षमा कर देगा। Hindi Holy Bible और यहोवा मिस्रियों को मारेगा, वह मारेगा और चंगा भी करेगा, और वे यहोवा की ओर फिरेंगे और वह उनकी बिनती सुनकर उन को चंगा करेगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा मिस्रियों को मारेगा, वह मारेगा और चंगा भी करेगा, और वे यहोवा की ओर फिरेंगे, और वह उनकी विनती सुनकर उनको चंगा करेगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह मिस्रियों को मारेंगे; याहवेह मारेंगे और चंगा भी करेंगे. तब वे याहवेह की ओर लौट आएंगे, याहवेह उन्हें उत्तर देंगे और चंगा करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यहोवा मिस्रियों को मारेगा, वह मारेगा और चंगा भी करेगा, और वे यहोवा की ओर फिरेंगे और वह उनकी विनती सुनकर उनको चंगा करेगा। |
‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
यदि तुम विनम्र भाव से सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर लौटोगे, यदि तुम अपने निवास-स्थान से अधर्म को दूर करोगे,
यद्यपि वह घायल करता है, तथापि वह घावों पर पट्टी भी बांधता है। वह प्रहार करता है, पर उसके हाथ रोगी को स्वस्थ करते हैं।
उस दिन दूसरी बार स्वामी अपना भुजबल प्रकट करेगा: वह अपनी प्रजा के बचे हुए लोगों को मुक्त करेगा। वह उन्हें असीरिया, मिस्र, पतरोस, इथियोपिआ, एलाम, शिनआर, हमात और समुद्र तटीय देशों से छुड़ा लेगा।
उस दिन महा नरसिंगा फूंका जाएगा। तब जो इस्राएली असीरिया देश में खो गए थे, और जो मिस्र देश को खदेड़ दिए गए थे, वे सब आएंगे, और यरूशलेम नगर में, पवित्र पर्वत पर प्रभु की आराधना करेंगे।
उस दिन जब प्रभु अपने निज लोगों की चोटों की मरहम पट्टी करेगा। जब वह उनके घावों को स्वस्थ करेगा जो उसके प्रहार से हुए थे, तब चन्द्रमा का प्रकाश सूर्य के प्रकाश के सदृश हो जाएगा, और सूर्य का प्रकाश सात गुना तेज होगा, सप्ताह भर का सम्मिलित प्रकाश एक दिन में होगा!
प्रभु इस्राएली लोगों से यों कहता है: ‘मिस्र देश की धन-सम्पत्ति, इथियोपिआ देश की व्यापार-सामग्री तेरी हो जाएगी। ऊंचे कदवाले सबाई लोग तेरे पास आएंगे और वे तेरे हो जाएंगे; वे तेरा अनुसरण करेंगे। वे बेड़ियों में बंधे हुए तेरे पास आएंगे और तेरे सम्मुख सिर झुकाएंगे। वे तुझ से यह कहते हुए अनुनय-विनय करेंगे, “ईश्वर केवल आपके साथ है, उसे छोड़ दूसरा कोई ईश्वर नहीं है; उसके अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है।” ’
दुर्जन मनुष्य अपने मार्ग को छोड़ दे, और अधार्मिक व्यक्ति अपने बुरे विचारों को। वह प्रभु की ओर लौटे, जिससे प्रभु उस पर दया करे। वह हमारे परमेश्वर के पास आए; क्योंकि प्रभु उसे पूर्णत: क्षमा करेगा।
मैंने उसका आचरण देखा, तो भी मैं उसको स्वस्थ करूंगा। मैं उसका पथ-प्रदर्शन करूंगा, मैं उसकी क्षति के बदले में उसको शान्ति प्रदान करूंगा। जो उसके लिए शोक करते हैं, उन्हें मैं स्वयं अपने मुंह से शान्ति के वचन कहूंगा।’
इन लोगों की समझ पर पत्थर पड़ गए हैं; इनके कान बहरे हैं, और आंखें अंधी! अत: ये अपने कानों से सुन नहीं सकते, और न आंखों से इन्हें दिखाई देता है। इनका हृदय समझ नहीं पाता है; अन्यथा ये पश्चात्ताप करते, और मैं इनको स्वस्थ कर देता।’
“स्वामी-प्रभु यों कहता है : जिन कौमों के मध्य मिस्र-निवासी तितर-बितर होंगे, मैं वहां से उनको चालीस वर्ष की समाप्ति पर इकट्ठा करूंगा,
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
दो दिन पश्चात् वह हमें पुनर्जीवित करेगा, और तीसरे दिन वह हमें खड़ा कर देगा, ताकि हम उसके सम्मुख जीवित रहें।
अब मुझे देखो! मैं, हाँ मैं, वही हूँ! मेरे अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है। मैं ही प्राण लेता हूँ, मैं ही जीवन देता हूँ। मैं ही घायल करता हूँ, मैं ही स्वस्थ करता हूँ। मेरे हाथ से छुड़ानेवाला कोई नहीं है।
कोई भी अनुशासन, अनुशासन की अवधि में सुखद नहीं, दु:खद प्रतीत होता है; किन्तु जो ताड़ना-प्रताड़ना द्वारा प्रशििक्षत होते हैं, वे बाद में धार्मिकता का शान्तिप्रद फल प्राप्त करते हैं।