उन्होंने नबी यशायाह से कहा, ‘महाराज हिजकियाह यों कहते हैं : हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके! ऐसी है हमारी दयनीय स्थिति।
यशायाह 17:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) देखो, संध्या समय आतंक का वास था; पर सबेरा होने के पूर्व ही वे गायब हो गए। यह उन लोगों की नियति है जो हमें लूटते हैं; यही उनका अन्त है, जो हमें उजाड़ते हैं। पवित्र बाइबल उस रात लोग बहुत ही डर जायेंगे। सुबह होने से पहले, कुछ भी नहीं बच पायेगा। सो शत्रुओं को वहाँ कुछ भी हाथ नहीं आयेगा। वे हमारी धरती की ओर आयेंगे, किन्तु वहाँ भी कुछ नहीं होगा। Hindi Holy Bible सांझ को, देखो, घबराहट है! और भोर से पहिले, वे लोप हो गए हैं! हमारे नाश करने वालों का भाग और हमारे लूटने वाले की यही दशा होगी॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) साँझ को, देखो, घबराहट है! और भोर से पहले, वे लोप हो गये हैं! हमें नाश करनेवालों का भाग और हमें लूटनेवाले की यही दशा होगी। सरल हिन्दी बाइबल शाम को तो घबराहट होती है! परंतु सुबह वे गायब हो जाते हैं! यह उनके लिए है जिन्होंने हमें लूटा है, और इससे भी ज्यादा उनके लिए जिन्होंने हमें सताया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 साँझ को, देखो, घबराहट है! और भोर से पहले, वे लोप हो गये हैं! हमारे नाश करनेवालों का भाग और हमारे लूटनेवाले की यही दशा होगी। |
उन्होंने नबी यशायाह से कहा, ‘महाराज हिजकियाह यों कहते हैं : हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके! ऐसी है हमारी दयनीय स्थिति।
उस रात प्रभु का एक दूत बाहर निकला। वह असीरियाई सेना के पड़ाव में गया, और वहाँ एक लाख पचासी हजार सैनिकों का वध कर दिया। जब सबेरा हुआ, तब लोगों ने देखा कि शव पड़े हैं!
अय्यूब, परमेश्वर ने दुर्जन की नियति यही निश्चित की है; उसके लिए परमेश्वर ने यही भाग निर्धारित किया है।’
मैं पुन: वहाँ से निकला। तब वह वहाँ नहीं था! यद्यपि मैंने उसे खोजा तोभी वह वहाँ नहीं मिला।
क्योंकि स्वयं प्रभु उनका मुकद्दमा लड़ेगा, और वह उनका प्राण ले लेगा, जो गरीबों और पीड़ितों को लूटते हैं।
कुछ क्षण में, पलक झपकते ही, तुम्हारे प्रति मेरा क्रोध शान्त हो जाएगा; और मेरा कोप उनके विनाश के लिए प्रेषित होगा।
रखवाला कहता है : “सबेरा हो रहा है, पर रात फिर आएगी। यदि पूछना चाहते हो, तो पूछो। लौटकर फिर आओ।”
तब मैं तुझको संकट में डालूंगा। नगर में शोक मनाया जाएगा; हर जगह रोना-पीटना होगा, तू निस्सन्देह मेरे क्रोध का अग्निकुण्ड बन जाएगा।
तेरा शत्रु-दल बारीक रेत-कणों के सदृश बिखर जाएगा; निर्दयी आक्रमणकारियों का समुदाय भूसे के सदृश उड़ जाएगा। पलक झपकते, अचानक
ओ यरूशलेम नगर, तुझसे युद्ध करनेवाले सब राष्ट्रों का समुदाय, तुझे और तेरे गढ़ को घेरकर तुझसे लड़नेवाले सब शत्रु, जो तुझे कष्ट देते हैं, वे रात में देखे गए स्वप्न के सदृश, लुप्त हो जाएंगे।
उसका श्वास उमड़ती हुई नदी के समान है, जिसकी बाढ़ में लोग गले तक डूब जाते हैं। वह विनाश की छलनी से राष्ट्रों को छानता हुआ, कौमों के जबड़ों में पथभ्रष्ट करनेवाली लगाम लगाता हुआ आ रहा है।
अरे विनाशक, तेरा बुरा हो; स्वयं तेरा कभी विनाश नहीं हुआ! अरे विश्वासघाती, तेरे साथ कभी किसी ने विश्वासघात नहीं किया! जब तू विनाश कर चुकेगा तब तेरा भी विनाश होगा। जब तू विश्वासघात कर चुकेगा तब तेरे साथ भी विश्वासघात किया जाएगा।
तेरा हृदय आतंक के दिनों को याद करेगा: “अब वह कर-मापक कहाँ गया? लेखपाल कहाँ है? जो बुर्जों को गिनता था, वह कहां गया?”
प्रभु ने चिट्ठी डालकर उनका स्थान निर्धारित किया है; अपने ही हाथों से डोरी से नापकर उनका भाग बांट दिया है। वे अपने-अपने भूमिभाग पर सदा बसे रहेंगे; वे पीढ़ी दर पीढ़ी उस पर निवास करेंगे।
जो राज्य तुझसे लड़ने आए हैं, तू उन्हें ढूंढ़ेगा, पर वे तुझे नहीं मिलेंगे। जो राष्ट्र तुझसे युद्ध करते हैं, उनका अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा,
प्रभु कहता है, ‘जो मैंने तेरे लिए निश्चित् किया है, वह यही है, यही तेरी नियति है; क्योंकि तू मुझे भूल गई, तूने झूठ पर भरोसा किया।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तू मुझ-प्रभु के लिए पवित्र था, फसल का प्रथम फल था। जिस-जिस ने उसको खाया, वह दोषी हो गया, और उस पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा,’ प्रभु की यह वाणी है।
इसी प्रकार मैंने एसाव को नंगा कर दिया। मैंने उसके छिपने के स्थानों को उघाड़ दिया, और वह स्वयं को फिर न छिपा सका। उसके बच्चे, उसके भाई-बन्धु, उसके पड़ोसी सब नष्ट हो गए।
अस्त्र-शस्त्रों से उन्हें इतनी लकड़ी मिलेगी कि उन्हें जंगल में लकड़ी बीनने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, और न ही वे जंगलों के पेड़ों से लकड़ी काटेंगे। वे शत्रुओं के हथियारों को ही जलाया करेंगे। जिन्होंने उनको लूटा था, अब वे उनको लूटेंगे। जिन्होंने उनकी धन-सम्पत्ति छीनी थी, अब वे उनकी धन-सम्पत्ति छीनेंगे; स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
प्रभु पवित्र भूमि में यहूदा प्रदेश को अपनी मीरास बनाकर पुन: उस पर अधिकार करेगा। वह अपने निवास-स्थान के लिए यरूशलेम नगर को पुन: चुनेगा।
‘यों, हे प्रभु, तेरे सब शत्रु मर मिटें! पर तेरे मित्र शक्ति के साथ उगते हुए सूर्य के सदृश हों!’ इस्राएलियों के देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही।