‘यह भी कहो: “हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, हमारा उद्धार कर! हम विभिन्न राष्ट्रों में तितर-बितर हैं; वहाँ से हमें एक स्थान पर एकत्र कर, हमारी रक्षा कर, ताकि हम तेरे पवित्र नाम का गुणगान करें, तेरी स्तुति से आनन्दित हों।
यशायाह 17:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया; तुझे अपने आश्रय की चट्टान का स्मरण नहीं रहा। अत: चाहे तू अदोनी देवता के सम्मान में बाग-बगीचे लगा ले; उस विदेशी देवता के लिए फूल-पौधों की कलम जमा ले, पवित्र बाइबल ऐसा इसलिये होगा क्योंकि तुमने अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भुला दिया है। तुमने यह याद नहीं रखा कि परमेश्वर ही तुम्हारा शरण स्थल है। तुम सुदूर स्थानों से कुछ बहुत अच्छी अँगूर की बेलें लाये थे। तुम अंगूर की बेलों को रोप सकते हो किन्तु उन पौधों में बढ़वार नहीं होगी। Hindi Holy Bible क्योंकि तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया और अपनी दृढ़ चट्टान का स्मरण नहीं रखा; इस कारण चाहे तू मनभावने पौधे लगाए और विदेशी कलम जमाए, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया और अपनी दृढ़ चट्टान का स्मरण नहीं रखा; इस कारण चाहे तू मनभावने पौधे लगाये और विदेशी कलम जमाये, सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि तुम अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गए; और अपनी चट्टान को याद नहीं किया, इसलिये तब चाहे तुम अच्छे पौधे और किसी अनजान के लिए दाख की बारी लगाओ, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया और अपनी दृढ़ चट्टान का स्मरण नहीं रखा; इस कारण चाहे तू मनभावने पौधे लगाए और विदेशी कलम जमाये, |
‘यह भी कहो: “हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, हमारा उद्धार कर! हम विभिन्न राष्ट्रों में तितर-बितर हैं; वहाँ से हमें एक स्थान पर एकत्र कर, हमारी रक्षा कर, ताकि हम तेरे पवित्र नाम का गुणगान करें, तेरी स्तुति से आनन्दित हों।
हे प्रभु, मेरी चट्टान! तू ही मेरा शरण-स्थल और मुक्तिदाता है। तू मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है, मैं तेरी शरण में आया हूँ। तू मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़ है।
अपने कान मेरी ओर लगा, प्रभु, अविलंब मुझे बचा। मेरे निमित्त आश्रय की चट्टान और मुझे बचाने के लिए दृढ़ गढ़ बन।
हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, तू हमें भयप्रद कार्यों द्वारा उत्तर देता है, तू हमें विजय प्रदान करता है। तू ही जगत के समस्त सीमान्तों, और दूर सागरों के निवासियों की आशा है।
हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, अपने नाम की महिमा के लिए हमारी सहायता कर; अपने नाम के निमित्त हमें मुक्त कर, और हमारे पापों को ढांप दे।
“देखो, प्रभु परमेश्वर ही मेरा उद्धारकर्ता है; मुझे उसपर पूर्ण भरोसा है, मैं डरूंगा नहीं; क्योंकि प्रभु ही मेरा बल, और मेरी रक्षा है। वह मेरा उद्धारकर्ता बन गया है।”
हिव्वी और एमोरी राष्ट्रों ने इस्राएलियों के आगमन पर अपने नगर खाली कर दिए थे। इसी प्रकार उस दिन हिव्वी और एमोरी नगरों के समान सीरिया के किलाबन्द नगर भी खाली हो जाएंगे। सब नगर उजाड़ पड़े रहेंगे।
अंगूर की फसल काटने के पहले जब बौड़ियों का खिलना समाप्त हो जाएगा, जब अंगूर के गुच्छे पकने लगेंगे, तब वह हंसियों से टहनियों को काटेगा, फैली हुई शाखाओं को छांटेगा।
तू गरीबों का सुदृढ़ आश्रय रहा है; तू संकट में पड़े निर्धन का सहारा रहा है। तू तूफान से रक्षा करनेवाला शरण-स्थल, ग्रीष्म-ताप से बचानेवाली शीतल छाया है। निर्दयी जन का फूत्कार उस तूफान के झोंके-सा है, जो दीवार से टकराता है;
राष्ट्र के लोगो, प्रभु पर सदा भरोसा करो; क्योंकि प्रभु स्वयं शाश्वत चट्टान है : वह सदा हमारी रक्षा करता है।
जैसे पवित्र पर्व की रात में तुम गीत गाते हो, वैसे ही तुम उस दिन गीत गाओगे। जैसे प्रभु के पर्वत, इस्राएल की चट्टान पर आनेवाला तीर्थयात्री मार्ग में बांसुरी बजाता हुआ आनन्द मनाता है, वैसे ही तुम हृदय से आनन्द मनाओगे।
हे प्रभु, हम पर कृपा कर, हम तेरी प्रतीक्षा करते हैं। रोज सबेरे तू हमारा सम्बल बन और संकट के दिन हमारा उद्धारकर्ता!
मत डरो, भयभीत मत हो। मैं प्राचीनकाल से ये बातें तुम्हें बताता आ रहा हूं, तुम पर प्रकट करता आ रहा हूं। तुम मेरे गवाह हो। क्या मुझे छोड़ और कोई ईश्वर है? नहीं, मुझे छोड़ तुम्हारी कोई “चट्टान” नहीं है। मैं किसी अन्य को नहीं जानता।’
तू अपने सृजक प्रभु को क्यों भूल गया, जिसने आकाश को फैलाया, जिसने पृथ्वी की नींव डाली? तू दिन-भर, निरन्तर अत्याचार करनेवाले के क्रोध से क्यों भयभीत रहता है? जब वह तुझे नष्ट करने को तत्पर होता है तब तू क्यों थर-थर कांपता है? कहां है अत्याचार करनेवाले का क्रोध?
मैं प्रभु में अति आनन्दित हूं, मेरा प्राण परमेश्वर में उल्लसित है। जैसे दूल्हा पुष्पहार से स्वयं को सजाता है, जैसे दुल्हिन आभूषणों से अपना श्रृंगार करती है, वैसे ही प्रभु ने उद्धार के वस्त्र मुझे पहिनाए, और धार्मिकता की चादर मुझे ओढ़ाई।
देखो, प्रभु ने पृथ्वी के सीमान्तों तक, यह आदेश प्रसारित किया है: सियोन के निवासियों से यह कहो, ‘देखो, तुम्हारा उद्धारकर्ता आ रहा है, उसका पुरस्कार उसके साथ है, उसके आगे-आगे उसका प्रतिशोध है।’
उन्होंने बोया था गेहूं, पर काटे कांटे। उन्होंने खून-पसीना बहाया, किन्तु हाथ कुछ न आया। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि के कारण वे अपनी फसल के लिए लज्जित होंगे।’
हे प्रभु, तू ही इस्राएल की आशा है! जो तुझको त्याग देते हैं, वे अंत में अपने शत्रु से पराजित होते हैं। जो तुझ से मुंह मोड़ लेते हैं, उनका नाम और निशान पृथ्वी की सतह से मिट जाता है; क्योंकि उन्होंने तुझ-प्रभु को, जीवन-जल के झरने को, त्याग दिया है।
क्या कुंआरी कन्या सजना-संवरना भूल सकती है? क्या नई दुल्हन श्रृंगार भुला सकती है? फिर भी मेरे निज लोगों ने मुझे युगों से भुला दिया,
मुण्डे पहाड़ी शिखरो पर शोक-स्वर सुनाई दे रहा है, इस्राएली रो रहे हैं, वे गिड़गिड़ा रहे हैं। वे मार्ग से भटक गए थे; वे अपने प्रभु परमेश्वर को भूल गए थे।
‘ओ यरूशलेम, तेरे निवासी, हत्या करने के लिए घूस लेते हैं। वे ब्याज पर धन देते हैं, और सूद खाते हैं। वे अपने पड़ोसियों का शोषण करते हैं। ‘ओ यरूशलेम, तूने मुझे भुला दिया है,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘तूने मुझे भुला दिया, अपना मुंह मुझ से फेर लिया, और कीचड़ के समान मुझे फेंक दिया। अत: अब तू अपनी कामुकता और व्यभिचार के कुकर्म का फल भोग।’
मेरे निज लोग ईश्वरीय ज्ञान के अभाव में नष्ट हो गए। तूने मेरा ज्ञान प्राप्त करना स्वीकार नहीं किया, इसलिए मैं भी तुझे पुरोहित-पद पर स्वीकार नहीं करूंगा। तू मुझ-परमेश्वर की व्यवस्था भूल गया, अत: मैं भी तेरे पुरोहित-वंश को भूल जाऊंगा।
इस्राएल अपने बनानेवाले को भूल गया; इस्राएल ने केवल भवन बनाए! यहूदा ने किलाबन्द नगरों की संख्या में वृद्धि की, मैं उसके नगरों पर अग्नि की वर्षा करूंगा, और अग्नि उसके किलों को खण्डहर बना देगी।
मिट्टी के ढेलों के नीचे बीज झुलस गए। खलियान उजड़ गए, भण्डार-गृह खाली पड़ गए, क्योंकि फसल बर्बाद हो गई।
तो मैं तुम्हारे साथ यह व्यवहार करूंगा : तुम पर आतंक ढाहूंगा, तुम्हें क्षय रोग और ऐसे ज्वर से पीड़ित करूंगा जिसके कारण आंखें धंस जातीं और प्राण मुरझा जाते हैं। तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा; क्योंकि तुम्हारे शत्रु ही उनको खाएंगे।
तब भूमि पर तुम्हारा सम्पूर्ण परिश्रम व्यर्थ हो जाएगा; क्योंकि भूमि अपनी उपज न उपजाएगी और न मैदान के वृक्षों के फल लगेंगे।
तुम गरीब को रौंदते हो, उससे भेंट के रूप में जबरदस्ती अनाज लेते हो। तुमने घूस की कमाई से पत्थरों के भव्य मकान बनाए हैं; पर तुम उन मकानों में रह नहीं सकोगे! तुमने अंगूर के हरे-भरे उद्यान लगाए हैं; लेकिन तुम उनका रस न पी सकोगे!
शत्रु उनकी सम्पत्ति लूटेंगे; उनके आबाद घर उजड़ जाएंगे। यद्यपि वे मकान बनाएंगे, तथापि वे उनमें रह नहीं पाएंगे। यद्यपि वे अंगूर-उद्यान लगाएंगे तथापि वे उसका अंगूर-रस पी नहीं सकेंगे।’
तू कुंआरी कन्या से सगाई करेगा, पर दूसरा व्यक्ति उससे विवाह करेगा। तू मकान बनाएगा, पर स्वयं उसमें निवास नहीं कर सकेगा। तू अंगूर का उद्यान लगाएगा, पर उसके फलों का आनन्द नहीं ले पाएगा।
‘पर तू, यशूरून! मोटा होकर लात मारने लगा! तू मोटा हुआ, हृष्ट-पुष्ट हुआ! तेरी देह पर चर्बी चढ़ गई! तब तूने परमेश्वर को छोड़ दिया, जिसने तुझे बनाया था, अपने उद्धार की चट्टान के साथ मूर्खतापूर्ण व्यवहार किया।
ओ इस्राएल! जिस “चट्टान” ने तुझे जन्म दिया, उसको तू भूल गया! जिस परमेश्वर ने तुझे उत्पन्न किया, उसको तूने विस्मृत कर दिया।
हमारी “चट्टान” के सदृश उनकी चट्टान नहीं है, चाहे हमारे शत्रु हमारे न्यायकर्ता क्यों न हों!
‘प्रभु चट्टान है। उसका शासन-कार्य सिद्ध है; क्योंकि उसके समस्त मार्ग न्यायपूर्ण हैं। वह सच्चा परमेश्वर है, उसमें पक्षपात नहीं, वह निष्पक्ष न्यायी और निष्कपट है।
तब तू सावधान रहना! ऐसा न हो कि तू उस प्रभु को भूल जाए जो तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से बाहर निकाल लाया है।
‘सावधान! ऐसा न हो कि तू अपने प्रभु परमेश्वर की आज्ञाओं, न्याय-सिद्धान्तों और संविधियों को भूल जाए, जिनका आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ और तू उनका पालन न करे।
तब तेरे हृदय में अहंकार आ जाए, और तू अपने प्रभु परमेश्वर को भूल जाए। ओ इस्राएल! मत भूलना कि प्रभु परमेश्वर ने तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से निकाला है।
पर यदि तू अपने प्रभु परमेश्वर को भूल जाएगा, और दूसरे देवताओं का अनुसरण करेगा, उनकी पूजा और वन्दना करेगा, तो मैं आज तुझे गम्भीर चेतावनी देता हूँ कि तू निश्चय ही नष्ट हो जाएगा।