यशायाह 14:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब गरीबों के ज्येष्ठ पुत्रों का पालन पोषण होगा; दरिद्र भी निश्चिन्त निवास करेंगे। पर, ओ पलिश्ती राज्य-संघ! तेरे वंश को वह अकाल से मार डालेगा, और जो शेष बच जाएंगे, उनका भी वध करेगा। पवित्र बाइबल किन्तु मेरे दीन जन सुरक्षा पूर्वक खाते पीते रह पायेंगे। उनकी संतानें भी सुरक्षित रहेंगी। मेरे दीन जन, सो सकेंगे और सुरक्षित अनुभव करेंगे। किन्तु तुम्हारे परिवार को मैं भूख से मार डालूँगा और तुम्हारे सभी बचे हुए लोग मर जायेंगे। Hindi Holy Bible तब कंगालों के जेठे खाएंगे और दरिद्र लोग निडर बैठने पाएंगे, परन्तु मैं तेरे वंश को भूख से मार डालूंगा, और तेरे बचे हुए लोग घात किए जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब कंगालों के जेठे खाएँगे, और दरिद्र लोग निडर बैठने पाएँगे, परन्तु मैं तेरे वंश को भूख से मार डालूँगा, और तेरे बचे हुए लोग घात किए जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल वे जो कंगाल हैं उन्हें भोजन मिलेगा, और गरीब सुरक्षित रहेंगे. मैं तुम्हारे वंश को दुःख से मार डालूंगा; और तुम्हारे बचे हुए लोग घायल किए जायेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब कंगालों के जेठे खाएँगे और दरिद्र लोग निडर बैठने पाएँगे, परन्तु मैं तेरे वंश को भूख से मार डालूँगा, और तेरे बचे हुए लोग घात किए जाएँगे। |
वरन् वह गरीबों का न्याय धार्मिकता से करेगा, वह पृथ्वी के दीन-दलितों का निर्णय निष्पक्षता से करेगा। वह अपने शब्द-रूपी डंडे से अत्याचारियों पर प्रहार करेगा; वह मुंह की फूंक से दुष्टों का नाश करेगा।
पीड़ित व्यक्ति प्रभु में अधिकाधिक आनन्दित होंगे, समाज का सर्वाधिक दरिद्र मनुष्य इस्राएल के पवित्र परमेश्वर में हर्षित होगा;
प्रभु ने अपने निज लोगों के धर्मवृद्धों और शासकों से बहस आरम्भ की : ‘तुमने ही अंगूर-उद्यान उजाड़ा है, तुमने ही गरीब को लूटा है और उसका माल अपने घर में रखा है।
तुम किस उद्देश्य से लोगों को रौंदते हो, गरीबों को पीसते हो?’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, स्वामी की यह वाणी है।
ये कार्य करनेवाला व्यक्ति उच्चस्थान पर निवास करेगा, उसके रक्षा-स्थान चट्टानी किले होंगे; उसे भोजन सदा मिलता रहेगा, उसे जल का अभाव कभी न होगा।
“ओ हिजकियाह! तेरे लिए यह चिह्न होगा: तू इस वर्ष अपने-आप उगनेवाली जंगली साग-पात खाएगा। दूसरे वर्ष इससे जो उत्पन्न होगा, वह खाएगा। तीसरे वर्ष जो तू बोएगा, उसको काटेगा। तू अंगूर की बेल लगाएगा, और उसका फल खाएगा।
जहाँ हृष्ट-पुष्ट बैल चरते थे, अब वहां मेमने चरेंगे; जहाँ पशु घास खाकर मोटे होते थे, वहाँ अब विस्तृत चरागाह में भेड़-बकरी के बच्चे चरेंगे।
ये दो विपत्तियाँ तुझ पर टूटीं: तबाही और विनाश; अकाल और शत्रु का आक्रमण! कौन तेरे प्रति सहानुभूति प्रकट करेगा? कौन तुझे शान्ति देगा?
वे अत्यन्त निराश और भूखे इधर-उधर भटकेंगे-फिरेंगे। वे भूख से पीड़ित होकर अपने देश के राजा और अपने परमेश्वर के प्रति क्रुद्ध होंगे और उनको अपशब्द कहेंगे। वे भ्रमित होकर कभी ऊपर
वे दाहिनी ओर से छीन-झपट कर खाते हैं; फिर भी उनकी भूख मिटती नहीं; वे बायीं ओर से भकोसते हैं, फिर भी सन्तुष्ट नहीं होते। वे अपनी सन्तान का भी मांस खा रहे हैं।
मैं तेरे मध्य में विनम्र और विनीत लोगों का एक समूह छोड़ूंगा। वे मुझ-प्रभु के नाम का आश्रय खोजेंगे।