अभिशाप इसकी चादर बन जाए, जिसको यह ओढ़ता है; अभिशाप इसका कटिबन्ध हो जाए, जिसको वह नित्य लपेटता है।’
यशायाह 11:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धर्म ही उसकी शक्ति, सच्चाई ही उसका सामर्थ्य होगी। Hindi Holy Bible उसकी कटि का फेंटा धर्म और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसकी कटि का फेंटा धर्म और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी। सरल हिन्दी बाइबल धर्म उनका कटिबंध और सच्चाई उनकी कमर होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसकी कटि का फेंटा धार्मिकता और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी। (यशा. 59:17, इफि. 6:14) |
अभिशाप इसकी चादर बन जाए, जिसको यह ओढ़ता है; अभिशाप इसका कटिबन्ध हो जाए, जिसको वह नित्य लपेटता है।’
आपके यश की समृद्धि हो। सत्य और न्याय की रक्षा के लिए आप सवार होइए। आपका दाहिना हाथ आपको आतंकपूर्ण कार्यों के लिए प्रेरित करे।
प्रभु राज्य करता है, वह प्रताप से विभूषित है। प्रभु विभूषित है, वह शक्ति का कटिबन्ध बांधे हुए है। निश्चय पृथ्वी की नींव दृढ़ है, वह विचलित न होगी।
हे प्रभु, तू ही मेरा परमेश्वर है; मैं तुझे सराहूंगा, मैं तेरे नाम का गुणगान करूंगा। तूने अद्भुत कार्य किए हैं, तूने अपनी योजनाएं पूर्ण की हैं, जो आरम्भ से बनी थीं, जो विश्वस्त और निश्चयपूर्ण थीं।
देखो, एक राजा ऐसा होगा, जो धार्मिकता से राज्य करेगा, उसके प्रशासक न्यायपूर्वक शासन करेंगे।
उसने धार्मिकता का कवच धारण किया, और उद्धार का मुकुट अपने सिर पर रखा। उसने प्रतिशोध के वस्त्र पहिने, और क्रोधाग्नि की चादर ओढ़ ली।
देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्तिमान ईश्वर’, ‘शाश्वत पिता’, ‘शान्ति का शासक’।
उसकी राज्य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्याणकारी कार्यों का अन्त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्भालेगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य पूर्ण करेगा!
तुम्हें ये कार्य करने हैं : एक-दूसरे से सच बोलो। तुम न्यायालयों में सच्चाई से न्याय करो, और शान्ति की स्थापना करो।
सत्य के प्रचार तथा परमेश्वर के सामर्थ्य से स्वयं को परमेश्वर के योग्य सेवक प्रमाणित किया है। धार्मिकता के शस्त्र से हमने न केवल अपना बचाव किया, वरन् आक्रमण भी किया।
इसलिए यह आवश्यक था कि वह सभी बातों में अपने भाई-बहिनों† के सदृश बन जायें, जिससे वह परमेश्वर-सम्बन्धी बातों में मनुष्यों के दयालु और विश्वस्त महापुरोहित के रूप में प्रजा के पापों का प्रायश्चित कर सकें।
मसीह ने अपने शरीर में दु:ख भोगा; इसलिए आप भी शस्त्र की तरह यही मनोभाव धारण करें कि जिसने अपने शरीर में दु:ख भोगा है, उसने पाप से सम्बन्ध तोड़ लिया है
यदि हम अपने पाप स्वीकार करते हैं, तो परमेश्वर हमारे पाप क्षमा करेगा और हमें हर अपराध से शुद्ध करेगा; क्योंकि वह विश्वसनीय तथा धार्मिक है।
और उनके बीच में मानव पुत्र-जैसे एक व्यक्ति को। वह पैरों तक लम्बा वस्त्र पहने था और उसके वक्षस्थल पर स्वर्ण मेखला बाँधी हुई थी।
“लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिखो : “जो ‘आमेन’ है, जो विश्वस्त तथा सच्चा साक्षी एवं परमेश्वर की सृष्टि का मूलस्रोत है, उसका सन्देश इस प्रकार है :