मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
यशायाह 11:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु का भय ही उसका आनन्द होगा। वह केवल मुंह देखकर न्याय नहीं करेगा; वह केवल कान से सुनकर निर्णय नहीं देगा; पवित्र बाइबल यह पुत्र यहोवा का आदर करेगा और इससे वह प्रसन्न होगा। यह पुत्र वस्तुएँ जैसी दिखाई दे रही होगी, उसके अनुसार लोगों का न्याय नहीं करेगा। वह सुनी, सुनाई के आधार पर ही न्याय नहीं करेगा। Hindi Holy Bible ओर उसको यहोवा का भय सुगन्ध सा भाएगा॥ वह मुंह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसको यहोवा का भय सुगन्ध–सा भाएगा। वह मुँह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा; सरल हिन्दी बाइबल उनकी खुशी याहवेह के प्रति ज्यादा होगी. वे मुंह देखकर न्याय नहीं करेंगे, न सुनकर करेंगे; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ओर उसको यहोवा का भय सुगन्ध—सा भाएगा। वह मुँह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा; (यूह. 8:15,16, यूह. 7:24) |
मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
राजा दाऊद ने स्त्री से कहा, ‘तुम अपने घर जाओ। मैं स्वयं तुम्हारे मामले के सम्बन्ध में आदेश दूँगा।’
राजा के इस न्याय-निर्णय का समाचार सब इस्राएली लोगों ने सुना। वे राजा के प्रति भय से भर गए। उन्होंने देखा कि न्याय करने के लिए परमेश्वर की बुद्धि राजा में निवास करती है।
अत: तू अपने सेवक को ऐसा हृदय प्रदान कर कि वह प्रजा की बात सुने, उनका न्याय करे; वह भले और बुरे को परख सके। प्रभु, तेरी इस महाप्रजा पर कौन शासन कर सकता है?’
प्रिय शिष्य, बुद्धि ग्रहण करने से तू धर्म और न्याय को समझ पाएगा, निष्कपट आचरण तथा सन्मार्ग को पहचान पाएगा,
ओ इस्राएल, तेरे युग में प्रभु स्थायित्व का आधार होगा; वह तुझे पूर्ण उद्धार, अपार बुद्धि और असीमित ज्ञान प्रदान करेगा। प्रभु का भय ही तेरा एकमात्र धन है!
शासक का इस्राएल देश में इतनी ही भूमि पर अधिकार होगा। तब मेरे शासक मेरे निज लोगों पर अत्याचार नहीं करेंगे। किन्तु वे इस्राएलियों को उनके कुलों के अनुसार भूमि पर अधिकार करने देंगे।
प्रभु भिन्न-भिन्न कौमों का न्याय करेगा, वह दूर-दूर के शक्तिशाली राष्ट्रों का निर्णय करेगा। अत: राष्ट्र अपनी तलवारों को हल के फाल बनाएंगे। वे अपने भाले को हंसिए में बदल देंगे, एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के विरुद्ध तलवार नहीं उठाएगा, और न ही वे युद्ध-विद्या सीखेंगे।
उन्हें यह आवश्यकता नहीं थी कि कोई उन्हें मनुष्य के विषय में बताए; क्योंकि वह स्वयं जानते थे कि मनुष्य के मन में क्या है।
जब कि सिद्ध व्यक्ति ठोस भोजन करते हैं। वे अनुभवी हैं और अभ्यास के कारण उनकी ज्ञानेन्द्रियां भला-बुरा पहचानने में समर्थ हैं।
परन्तु प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘तू उसके बाहरी रूप-रंग और ऊंचे कद पर ध्यान मत दे। मैंने उसे अस्वीकार किया है। जिस दृष्टि से मनुष्य देखता है, उस दृष्टि से मैं नहीं देखता। मनुष्य व्यक्ति के बाहरी रूप-रंग को देखता है, पर मैं उसके हृदय को देखता हूँ।’