राजा हिजकियाह ने प्रभु के भवन में आराधना का प्रबन्ध किया। उसने अपने कार्यों से प्रभु के प्रति विश्वास प्रकट किया। इन कार्यों के पश्चात् असीरिया के राजा सनहेरिब ने यहूदा प्रदेश पर आक्रमण कर दिया। उसने यहूदा प्रदेश के सब किलाबन्द नगरों को घेर लिया। वह सोचता था कि वह उन गढ़वाले नगरों को जीत लेगा।
स्वामी, सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘सियोन पर्वत पर निवास करनेवाले मेरे निज लोगो, असीरिया राष्ट्र से मत डरो। जैसा मिस्र राष्ट्र ने तुम्हारे साथ किया था वैसा ही वे डंडे से तुम पर प्रहार करेंगे, तुम्हारे विरुद्ध अपना सोंटा उठाएंगे।
प्रभु मिस्र देश की खाड़ी को पूर्णत: सुखा देगा। वह फरात नदी पर अपना हाथ उठाएगा, और प्रचण्ड लू बहाएगा; वह उस पर प्रहार करेगा, और उसको सात धाराओं में खण्डित कर देगा, लोग बिना जूता उतारे हुए उन्हें पार करेंगे।
आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्व के पर्वतों में उच्चतम स्थान पर, गौरवमय स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्य उच्चतम स्थान ग्रहण करेगा; विश्व के राष्ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
सनहेरिब के सम्बन्ध में मेरा यह वचन है: ‘ओ सनहेरिब, यरूशलेम की कुंवारी बेटी, तुझे तुच्छ समझती है, वह तेरा मजाक उड़ाती है, तेरे पीठ पीछे यरूशलेम की कन्या मुंह बिचकाती है।
उसके सैनिक धनुष और भाले से सुसज्जित हैं; वे निर्दयी हैं, और उन में लेशमात्र भी दया नहीं है। जब वे चिल्लाते हैं, तब मानो समुद्र गरजता है। वे घोड़ों पर सवार हैं। ओ यरूशलेम के निवासियो! वे वीर योद्धा की तरह तुम पर आक्रमण करने के लिए पंिक्तबद्ध आ रहे हैं।’
दाऊद नोब नगर में आया। वह पुरोहित अहीमेलक के पास गया। अहीमेलक दाऊद से भेंट करने निकला। वह डर से कांप रहा था। उसने दाऊद से पूछा, ‘आप अकेले क्यों हैं? आपके साथ एक भी सैनिक नहीं है?’
दाऊद ने पुरोहित अहीमेलक को उत्तर दिया, ‘महाराज ने मुझे एक आदेश दिया है। उन्होंने मुझसे यह कहा है : “जिस विशेष कार्य के लिए मैं तुम्हें भेज रहा हूँ, उसका पता किसी भी व्यक्ति को नहीं होना चाहिए। मेरा यह आदेश भी किसी को मालूम नहीं होना चाहिए।” जहाँ तक मेरे सैनिकों का सम्बन्ध है, मैंने उन्हें आदेश दिया है कि वे अमुक स्थान पर मुझसे मिलें।
शाऊल ने पुरोहितों के नगर, नोब नगर को तलवार से नष्ट कर दिया। उसने नगर के स्त्री-पुरुष, बालक-बालिकाओं, दूध पीनेवाले शिशुओं को, गाय-बैल, गधों, भेड़-बकरियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया।
एदोम देश के रहने वाले दोएग ने, जो शाऊल के सेवकों के साथ खड़ा था, यह उत्तर दिया, ‘मैंने यिशय के पुत्र को देखा था। वह नोब नगर में अहीटूब के पुत्र अहीमेलक के पास आया था।