यरूशलेम से बचे हुए यहूदा कुल के वंशज, और सियोन पर्वत से भाग कर बचे हुए लोगों का दल बाहर निकलेगा। प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य सम्पन्न करेगा।
यशायाह 10:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब स्वामी सियोन पर्वत पर तथा यरूशलेम नगर में अपने सब कार्य समाप्त कर लेगा, तब वह असीरिया राष्ट्र को उसके अहंकारपूर्ण हृदय तथा घमण्ड से चढ़ी आंखों के लिए दण्ड देगा। पवित्र बाइबल मेरा स्वामी जब यरूशलेम और सिय्योन पर्वत के लिये, जो उसकी योजना है, उसकी बातों को करना समाप्त कर देगा, तो यहोवा अश्शूर को दण्ड देगा। अश्शूर का राजा बहुत अभिमानी है। उसके अभिमान ने उससे बहुत से बुरे काम करवाये हैं। सो परमेश्वर उसे दण्ड देगा। Hindi Holy Bible इस कारण जब प्रभु सिय्योन पर्वत पर और यरूशलेम में अपना सब काम कर चुकेगा, तब मैं अश्शूर के राजा के गर्व की बातों का, और उसकी घमण्ड भरी आंखों का पलटा दूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण जब प्रभु सिय्योन पर्वत पर और यरूशलेम में अपना सब काम कर चुकेगा, तब मैं अश्शूर के राजा के गर्व की बातों का, और उसकी घमण्ड भरी आँखों का बदला दूँगा। सरल हिन्दी बाइबल तब अब ऐसा होगा जब प्रभु ज़ियोन पर्वत और येरूशलेम में अपना सब काम पूरा कर चुके होंगे, तब वे अश्शूर के राजा को उसके विचारों और घमंड को तोड़ देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण जब प्रभु सिय्योन पर्वत पर और यरूशलेम में अपना सब काम कर चुकेगा, तब मैं अश्शूर के राजा के गर्व की बातों का, और उसकी घमण्ड भरी आँखों का बदला दूँगा। |
यरूशलेम से बचे हुए यहूदा कुल के वंशज, और सियोन पर्वत से भाग कर बचे हुए लोगों का दल बाहर निकलेगा। प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य सम्पन्न करेगा।
संसार में कुछ आदमी हैं जिनकी आंखें घमण्ड से भरी रहती हैं, जिनकी भौंहें गर्व से चढ़ी रहती हैं।
मनुष्य-जाति की चढ़ी हुई आंखें नीची की जाएंगी; मनुष्य का घमण्ड चूर-चूर किया जाएगा। उस दिन केवल प्रभु ही उच्च स्थान पर विराजमान होगा।
अहंकारियों और अभिमानियों के लिए, घमण्डियों और गर्व से फूलनेवालों के लिए स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने एक दिन निश्चित कर रखा है।
उस दिन प्रभु आकाश की शक्तियों को आकाश में और पृथ्वी के राजाओं को पृथ्वी पर दण्ड देगा।
क्या प्रभु ने इस्राएलियों को उतना दण्ड दिया है, जितना उसने उन राष्ट्रों को दिया था, जिन्होंने इस्राएलियों को मारा था? क्या प्रभु ने इस्राएलियों का उतना ही वध किया है, जितना उनके वधिकों का किया था?
अत: याकूब के अधर्म का प्रायश्चित यों किया जाएगा, उसके पाप के विमोचन का यह परिणाम होगा : वह चूना बनाने के पत्थरों की तरह वेदियों के सब पत्थरों को चूर-चूर करेगा; अशेराह देवी की मूर्तियाँ और सूर्य देवता के स्तम्भ खड़े नहीं रहेंगे।
अत: मैं इन लोगों के मध्य पुन: आश्चर्य कर्म, अद्भुत कार्य करूंगा: इनके बुद्धिमान लोगों की बुद्धि नष्ट हो जाएगी, समझदार व्यक्तियों की समझ को पाला मार जाएगा।”
अरे विनाशक, तेरा बुरा हो; स्वयं तेरा कभी विनाश नहीं हुआ! अरे विश्वासघाती, तेरे साथ कभी किसी ने विश्वासघात नहीं किया! जब तू विनाश कर चुकेगा तब तेरा भी विनाश होगा। जब तू विश्वासघात कर चुकेगा तब तेरे साथ भी विश्वासघात किया जाएगा।
‘तूने किस की ओर व्यंग्य-बाण छोड़े थे? तूने किसको गाली दी थी? तूने किसके विरुद्ध आवाज उठाई थी? तूने अहंकार से किसको आंख दिखाई थी? क्या मुझे, इस्राएल के पवित्र परमेश्वर को?
तू मुझसे क्रुद्ध हुआ, तेरी गर्वोिक्त मेरे कानों में पड़ी, इसलिए मैं तेरी नाक में नकेल डालूंगा, और तेरे मुंह में अपनी लगाम। जिस मार्ग से तू आया था उसी से मैं तुझे वापस भेजूंगा।’
ओ आग जलानेवालो! ओ अग्निबाण छोड़ने वालो! तुम्हें स्वयं अपनी जलाई हुई आग में, अग्निबाणों से सुलगाई हुई अग्नि में चलना पड़ेगा; मेरा हाथ ही तुम्हें यह भोगने पर विवश करेगा। तुम संताप में पड़े रहोगे।
सब लोग यह जानेंगे, एफ्रइम राज्य के लोग, सामरी नगर के निवासी जो अहंकार से, घमण्ड से यह कहते हैं,
देखो, जो नगर मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उस का मैं अनिष्ट करनेवाला हूं, तो क्या तुम मेरे दण्ड से बच जाओगे? कदापि नहीं। तुम नहीं बच सकते। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : मैं पृथ्वी के समस्त निवासियों को नष्ट करने के लिए शत्रु की तलवार को बुला रहा हूं।”
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : जैसे मैंने असीरिया के राजा को दण्ड दिया था, वैसे ही अब मैं बेबीलोन के राजा और उसके देश को दण्ड देने वाला हूं।
अहंकारी लड़खड़ा कर गिरेगा, और उसका पतन होगा। उसे फिर कोई नहीं उठाएगा। मैं उसके नगरों में आग लगा दूंगा; जो उसके चारों ओर सब कुछ भस्म कर देगी।
“स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ देवदार, तेरी ऊंचाई आसमान को छू रही है; तेरी चोटी बादलों से ढक गई है। अपनी ऊंचाई के कारण तेरा हृदय घमण्ड से फूल उठा है।
ओ देवदार, यह इसलिए होगा, ताकि जल के समीप रोपे गए वृक्ष बहुत ऊंचाई तक न बढ़ें, और न उसकी टहनियां बादलों से ढकें, और न वे वृक्ष, जिनको भरपूर जल मिलता है, बादलों की ऊंचाई के बराबर सिर उठाएं। क्योंकि घमण्ड के कारण वे मृत हो जाते हैं, मैं उनको मृत मनुष्यों के मध्य मृत्यु के हाथ में, अधोलोक में सौंप देता हूं। वे भी कबर में जानेवालों के समान मृत हो जाते हैं।
वह समुद्र और तेजोमय पवित्र पर्वत के मध्य अपने राजसी तम्बू गाड़ेगा। तो भी उसका अन्त होगा ही। उसको बचाने वाला कोई न होगा।
“अब मैं, नबूकदनेस्सर, स्वर्ग के राजा की स्तुति और महिमा करता हूं, उसके गुणों का गान करता हूं; क्योंकि उसके सब कार्य सच्चे, और प्रत्येक व्यवहार न्यायपूर्ण है। ‘जो मनुष्य घमण्ड से सिर ऊंचा करके चलता है, उसको वह नीचा कर सकता है।’
कित्तीम द्वीप से जलयान आएंगे जो अश्शूर तथा एबर को पीड़ित करेंगे; अन्तत: वह भी नष्ट हो जाएगा।’
“यदि तुम किसी पेड़ को अच्छा मानते हो, तो उसके फल को भी अच्छा मानो। अथवा यदि पेड़ को बुरा मानते हो, तो उसके फल को भी बुरा मानो; क्योंकि पेड़ तो अपने फल से पहचाना जाता है।
क्योंकि बुरे विचार, हत्या, परस्त्री-गमन, व्यभिचार, चोरी, झूठी गवाही और निन्दा − ये सब मन से निकलते हैं।
पर मुझे शत्रुओं की चिढ़ का भय था; ऐसा न हो कि उनके बैरियों को भ्रम हो, और वे यह कहें, “हमने अपने भुजबल से विजय प्राप्त की है। प्रभु ने यह सब नहीं किया।”
क्योंकि न्याय का समय प्रारम्भ हो गया है और यह स्वयं परमेश्वर के परिवार से प्रारम्भ हो रहा है। यदि वह इस प्रकार हम से प्रारम्भ हो रहा है, तो अन्त में उन लोगों का क्या होगा, जो परमेश्वर के शुभ समाचार में विश्वास करना नहीं चाहते?