अत: पृथ्वी को शाप ग्रस रहा है, पृथ्वी के निवासी अपने अधर्म के कारण दु:ख भोग रहे हैं। वे झुलस गए; अत: पृथ्वी पर कुछ ही मनुष्य शेष रह गए!
यशायाह 1:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शक्तिशाली व्यक्ति सन के रेशे की तरह, और उसकी बनाई गई प्रतिमा चिनगारी की तरह है। वस्तुत: दोनों एक साथ जल उठेंगे; उन्हें बुझानेवाला कोई न होगा। पवित्र बाइबल बलशाली लोग सूखी लकड़ी के छोटे—छोटे टुकड़ों जैसे हो जायेंगे और वे लोग जो काम करेंगे, वे ऐसी चिंगारियों के समान होंगे जिनसे आग लग जाती है। वे बलशाली लोग और उनके काम जलने लगेंगे और कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो उस आग को रोक सकेगा। Hindi Holy Bible और बलवान तो सन और उसका काम चिंगारी बनेगा, और दोनों एक साथ जलेंगे, और कोई बुझाने वाला न होगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बलवान तो सन और उसका काम चिंगारी बनेगा, और दोनों एक साथ जलेंगे, और कोई बुझानेवाला न होगा। सरल हिन्दी बाइबल बलवान व्यक्ति आग और उसका काम चिंगारी होगा; और वे एक साथ जल जायेंगे, और कोई उन्हें बचा नहीं पाएगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बलवान तो सन और उसका काम चिंगारी बनेगा, और दोनों एक साथ जलेंगे, और कोई बुझानेवाला न होगा। |
अत: पृथ्वी को शाप ग्रस रहा है, पृथ्वी के निवासी अपने अधर्म के कारण दु:ख भोग रहे हैं। वे झुलस गए; अत: पृथ्वी पर कुछ ही मनुष्य शेष रह गए!
प्रभु, न्याय करने के लिए तेरा हाथ उठा हुआ है; पर वे उसे नहीं देख रहे हैं। वे तेरे निज लोगों के प्रति तेरा उत्साह देखें, और तब वे लज्जित हों। शत्रुओं के प्रति तेरी क्रोधाग्नि उन्हें भस्म कर दे।
मुझ में अब कोप नहीं रहा। यदि मैं कंटीले झाड़-झंखाड़ पाऊंगा, तो मैं उसके विरुद्ध युद्ध छेड़ दूंगा, मैं उन-सब को भस्म कर दूंगा।
तुम्हें सूखी घास का गर्भ है, अत: तुम भूसी को ही जन्म दोगे। तुम्हारी सांस आग है, वह स्वयं तुमको भस्म करेगी।
सियोन में रहनेवाले पापी भयभीत हैं; डर ने अधार्मिकों को दबोच लिया है। वे यह कहते हैं, “हम में से कौन व्यक्ति भस्म करनेवाली अग्नि में रह सकता है? हम में कौन व्यक्ति शाश्वत अग्नि में वास कर सकता है?”
जब स्वामी सियोन की पुत्रियों के कलंक को दूर करेगा, और न्याय की आत्मा तथा अग्नि की आत्मा से यरूशलेम के खून के दागों को धोकर दूर करेगा,
वह ही रथों और घोड़ों को, सेना और योद्धाओं को निकाल कर लाता है। वे भूमि पर पड़े हैं; अब वे उठ नहीं सकते। वे सन की बत्ती की तरह बुझ गए।
जैसे अग्नि की लपटें खूंटों को भस्म कर देती हैं; जैसे सूखी घास ज्वाला में जलकर राख बन जाती है, वैसे ही उन लोगों की जड़ सड़ जाएगी, उनके फूल धूल की तरह उड़ जाएंगे; क्योंकि उन्होंने स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की व्यवस्था को मानने से इन्कार किया; उन्होंने इस्राएल के पवित्र परमेश्वर की वाणी को तुच्छ समझा।
ओ आग जलानेवालो! ओ अग्निबाण छोड़ने वालो! तुम्हें स्वयं अपनी जलाई हुई आग में, अग्निबाणों से सुलगाई हुई अग्नि में चलना पड़ेगा; मेरा हाथ ही तुम्हें यह भोगने पर विवश करेगा। तुम संताप में पड़े रहोगे।
‘जो लोग पूजा-उद्यानों की ओर पंिक्त में जाने के लिए स्वयं को पवित्र और शुद्ध करते हैं, और वहां सूअर का मांस, अन्य घृणित वस्तुएँ तथा चूहे खाते हैं, उन सब का एक साथ अन्त हो जाएगा।’ प्रभु की यह वाणी है।
‘वे नगर से बाहर निकलेंगे, और उन लोगों के शव देखेंगे जिन्होंने मुझ से विद्रोह किया था। कीड़े उन के शव को निरन्तर खाते रहेंगे, उनको भस्म करने वाली अग्नि कभी न बुझेगी। सब प्राणियों को उन से घृणा होगी।’
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के क्रोध से समस्त देश जल गया; जनता अग्नि का कौर बन गई। भाई, भाई पर दया नहीं करता।
सेनापति अपने सहायकों के माध्यम से अधोलोक के भीतर उनके विषय में यह कहेंगे, “ये बेख़तना लोग भी अधोलोक में आ गए। देखो, ये निर्जीव पड़े हैं। ये तलवार से मारे गए हैं।”
देखो, वह दिन आ रहा है, जो धधकते तन्दूर के समान है। उस दिन सब अभिमानी और दुष्कर्मी भूसे के सदृश भस्म हो जाएंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता है: ‘आनेवाला दिन उन्हें जलाकर राख कर देगा, वे जड़-मूल से नष्ट हो जाएंगे।
अब पेड़ों की जड़ पर कुल्हाड़ा लग चुका है। जो पेड़ अच्छा फल नहीं देता, वह काटा और आग में झोंक दिया जाएगा।
वह हाथ में सूप ले चुके हैं। वह अपना खलिहान ओसा कर साफ करेंगे और अपना गेहूँ बखार में जमा करेंगे। किन्तु वह भूसी को कभी न बुझने वाली आग में जला देंगे।”
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।
उन्हें बहकाने वाले शैतान को आग और गन्धक के कुण्ड में डाल दिया गया, जहाँ पशु और झूठा नबी डाल दिये गये थे। वे युग-युगों तक दिन रात यन्त्रणा भोगेंगे।
जब शिमशोन लेही नगर पहुँचा तब पलिश्ती विजय के नारे लगाते हुए उससे भेंट करने के लिए आए। तब प्रभु का आत्मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा। उसकी बाहों पर बंधी रस्सियाँ आग से जले हुए सन के रेशों के समान हो गईं। उसके हाथों के बन्धन मानो गल कर टूट गए।