मीका 4:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लंगड़े-लूलों को मैं इस्राएल का शेष-राष्ट्र बनाऊंगा। जिन्हें त्याग दिया गया था, उन्हें मैं एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाऊंगा। आज से युगानुयुग तक मैं-प्रभु सियोन पर्वत से उन पर राज्य करूंगा।’ पवित्र बाइबल “उस ‘ध्वस्त’ नगरी के लोग विशेष वंश होंगे। उस नगर के लोगों को छोड़कर भाग जाने को विवश किया गया था। किन्तु मैं उनको एक सुदृढ़ जाति के रूप में बनाऊँगा।” यहोवा उनका राजा होगा और वह सिय्योन के पहाड़ पर से सदा शासन करेगा। Hindi Holy Bible और लंगड़ों को मैं बचा रखूंगा, और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूंगा; और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और लंगड़ों* को मैं बचा रखूँगा, और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूँगा; और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल मैं लंगड़ों को अपना बचा हुआ भाग, और भगाये हुओं को एक मजबूत जाति बनाऊंगा. तब उस समय से लेकर सदा-सर्वदा तक याहवेह ज़ियोन पर्वत से उन पर शासन करते रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और लँगड़ों को मैं बचा रखूँगा, और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूँगा; और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा। |
तक प्रेम प्रतीक के रूप में दाऊद के शिविर में एक सिंहासन प्रतिष्ठित किया जाएगा, और उस पर एक सच्चा प्रशासक बैठेगा, जो निष्पक्ष न्याय करेगा, और सदा धार्मिकता की खोज में रहेगा।”
तब चन्द्रमा शर्म से मुंह छिपाएगा, सूर्य का मुंह काला होगा; क्योंकि आकाश की शक्तियों का प्रभु सियोन पर्वत पर, यरूशलेम नगर पर शासन करेगा; और अपने सेवक-धर्मवृद्धों के सम्मुख अपनी महिमा प्रकट करेगा।
यदि जनसंख्या का दसवां अंश भी शेष रहेगा, तो वह भी नष्ट होगा, जैसे तारपीन अथवा बांज वृक्ष के कट जाने पर उनका ठूंठ शेष रहता है।’ उनका ठूंठ एक पवित्र वंश है।
उनमें से छोटे-से-छोटे व्यक्ति से कुल बनेगा, सबसे दुर्बल मनुष्य से शक्तिशाली राष्ट्र का उद्भव होगा, मैं प्रभु हूं, ठीक समय पर, मैं इसे अविलम्ब पूरा करूंगा।’
ऐसा चमत्कार क्या कभी किसी ने सुना? क्या किसी ने अपनी आंखों से ऐसा चमत्कार देखा? क्या कोई देश एक दिन में उत्पन्न हो सकता है? क्या कोई राष्ट्र एक क्षण में जन्म ले सकता है? सियोन को जब प्रसव-पीड़ा हुई थी, उस क्षण ही उसने अपनी संतान को जन्म दिया था।’
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, यह मेरे सिंहासन का स्थान है। यही मेरे चरणों की चौकी है। इसी स्थान में मैं युग-युगांत इस्राएली लोगों के मध्य निवास करूंगा। अब इस्राएल के वंशज मेरे पवित्र नाम को अपवित्र नहीं करेंगे: न वे और न उनके राजा दूसरे देवताओं का अनुसरण कर मेरे प्रति विश्वासघात करेंगे, और न अपने मृत राजाओं की समाधि बना कर मेरे पवित्र नाम को अपवित्र करेंगे।
उन राजाओं के राज्य-काल में स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनंतकाल तक न नष्ट होगा और न उसकी राज्य-सत्ता किसी दूसरी कौम के हाथ में सौंपी जाएगी। यह राज्य सब राज्यों का अंत कर देगा, उनको मिटा डालेगा; पर वह स्वयं सदा-सर्वदा सुदृढ़ बना रहेगा।
“सात वर्ष बीतने के बाद मैं नबूकदनेस्सर ने स्वर्ग की ओर दीनता से आंखें उठाईं, और मेरा विवेक लौट आया। मैंने सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा, जो सदा-सर्वदा जीवित है। मैंने इन शब्दों में उसकी महिमा और स्तुति की; “परमेश्वर का राज्य शाश्वत है; उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी बना रहता है।
तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको शासन का अधिकार, महिमा और राज्य प्रदान किया ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग उसकी सेवा करें। उसका शासन शाश्वत शासन है; जो कभी समाप्त न होगा; उसका राज्य युगानुयुग अटल है, जिसका कभी नाश न होगा।
राज्य और शासन, समस्त आकाश के नीचे पृथ्वी के सब राज्यों की महानता, सर्वोच्च परमेश्वर के भक्तों के जन-समूह को दी जाएगी। उनका राज्य शाश्वत राज्य होगा; पृथ्वी के सब शासक उनकी सेवा करेंगे वे उनकी आज्ञा का पालन करेंगे।”
इस्राएली राष्ट्र की जनसंख्या सागर-तट के रेत कणों के सदृश असंख्य हो जाएगी, जिनको न मापा जा सकता है और न जिनकी गणना ही की जा सकती है। जिस स्थान में उनको ‘लो-अम्मी’ अर्थात् ‘मेरे लोग नहीं’ कहा गया था, वही उन्हें कहा जाएगा, ‘जीवित परमेश्वर की संतान’।
उस दिन यह होगा : जो भी व्यक्ति मुझ-प्रभु का नाम लेगा, वह संकट से मुक्त होगा। सियोन पहाड़ पर संकटमुक्त व्यक्ति रहेंगे। जैसा मैंने कहा है: यरूशलेम नगर में बचे हुए वे लोग होंगे, जिन्हें मैं-प्रभु ने बुलाया है।
‘तब तुम्हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे।
बचाए हुए व्यक्ति सियोन पर्वत पर जाएंगे, और वे एसाव पर्वत पर शासन करेंगे। यह राज्य प्रभु का होगा।’
प्रभु कहता है, ‘ओ याकूब-वंशियो! मैं निस्सन्देह तुम सबको पुन: एकत्र करूंगा; मैं बचे हुए इस्राएल-वंशियों को फिर इकट्ठा करूंगा। जैसे बाड़े में भेड़ों को, या चरागाह में पशुओं को एक साथ रखा जाता है वैसे ही मैं तुमको रखूंगा। तुम्हारी संख्या हजारों-हजार होगी।’
बन्दीगृह की दीवार तोड़नेवाला प्रभु, तुम्हारे आगे-आगे जाएगा; तुम दीवार को तोड़ोगे, और नगर के प्रवेश-द्वार की ओर जाओगे। तुम उससे नगर के बाहर निकलोगे। तुम्हारा राजा तुम्हारा मार्ग-दर्शन करेगा। प्रभु ही तुम्हारा अगुआ होगा।
जब तक गर्भवती स्त्री बालक को जन्म न देगी, तब तक प्रभु इस्राएल को त्यागे रहेगा। उसके पश्चात् शेष इस्राएली अपने जाति-भाई-बहिनों के पास लौट आएंगे।
हे प्रभु, तेरे समान अधर्म को क्षमा करनेवाला, अपनी मीरास के बचे हुए लोगों के अपराध क्षमा करनेवाला और कौन ईश्वर है? तू सदा क्रोध नहीं करता, क्योंकि तू करुणा से प्रसन्न होता है।
ये इस्राएल के बचे हुए लोग होंगे। ये अनुचित कार्य नहीं करेंगे, ये झूठ नहीं बोलेंगे, और न उनके मुंह में कपटपूर्ण जीभ होगी। वे आराम से चरागाह में भेड़ चराएंगे। वे निश्चिन्त हो, विश्राम करेंगे; उन्हें डरानेवाला कोई न होगा।’
ओ इस्राएली कौम! उस समय जब मैं तुझे एकत्र करूंगा तब मैं तुझे घर वापस लाऊंगा; जब मैं तेरी समृद्धि तेरी आंखों के सामने तुझे लौटाऊंगा, तब मैं निस्सन्देह पृथ्वी की समस्त कौमों में तुझे यश और कीर्ति प्रदान करूंगा।’ प्रभु की यही वाणी है।
सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।”