अत: परमेश्वर ने अपने स्वरूप में मनुष्य को रचा। परमेश्वर के स्वरूप में उसने मनुष्य की सृष्टि की। परमेश्वर ने उन्हें नर और नारी बनाया।
मलाकी 2:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे। पवित्र बाइबल परमेश्वर चाहता है कि पति और पत्नी एक शरीर और एक आत्मा हो जायें। क्यों जिससे उनके बच्चे पवित्र हों। अत: उस आध्यात्मिक एकता की रक्षा करो। अपनी पत्नी को न ठगो। वह तुम्हारी पत्नी तब से है जब से तुम युवक हुए। Hindi Holy Bible क्या उसने एक ही को नहीं बनाया जब कि और आत्माएं उसके पास थीं? ओर एक ही को क्यों बनाया? इसलिये कि वह परमेश्वर के योग्य सन्तान चाहता है। इसलिये तुम अपनी आत्मा के विषय में चौकस रहो, और तुम में से कोई अपनी जवानी की स्त्री से विश्वासघात न करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या उसने एक ही को नहीं बनाया जब कि और आत्माएँ उसके पास थीं? और एक ही को क्यों बनाया? इसलिये कि वह परमेश्वर के योग्य सन्तान चाहता है। इसलिये तुम अपनी आत्मा के विषय में चौकस रहो, और तुम में से कोई अपनी जवानी की स्त्री से विश्वासघात न करे। सरल हिन्दी बाइबल क्या तुम्हें एक परमेश्वर ने नहीं बनाया? तुम्हारी देह और आत्मा उसकी है. और एक परमेश्वर किस बात की अपेक्षा करता है? श्रद्धा करनेवाली संतान. इसलिये सावधान रहो, और अपने जवानी के दिनों की पत्नी के साथ विश्वासघात मत करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या उसने एक ही को नहीं बनाया जबकि और आत्माएँ उसके पास थीं? और एक ही को क्यों बनाया? इसलिए कि वह परमेश्वर के योग्य सन्तान चाहता है। इसलिए तुम अपनी आत्मा के विषय में चौकस रहो, और तुम में से कोई अपनी जवानी की स्त्री से विश्वासघात न करे। |
अत: परमेश्वर ने अपने स्वरूप में मनुष्य को रचा। परमेश्वर के स्वरूप में उसने मनुष्य की सृष्टि की। परमेश्वर ने उन्हें नर और नारी बनाया।
तब प्रभु परमेश्वर ने मनुष्य को भूमि की मिट्टी से गढ़ा तथा उसके नथुनों में जीवन का श्वास फूँका और मनुष्य एक जीवित प्राणी बन गया।
और वह मुझे उत्तर देगी, ‘पीजिए, मैं आपके ऊंटों के लिए भी पानी भरूँगी’ तो वह वही कन्या हो जिसे प्रभु ने मेरे स्वामी के पुत्र के लिए चुना है।”
रिबका ने इसहाक से कहा, ‘मैं हित्ती जाति की बहुओं के कारण जीवन से ऊब गई हूँ। यदि याकूब भी इन बहुओं के समान इस देश की किसी हित्ती जाति की कन्या से विवाह कर लेगा तो मुझे अपने जीवन से क्या लाभ? मैं मर जाऊंगी।’
तब ईश-पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुन्दर हैं। उन्होंने उनमें से जिन कन्याओं को पसन्द किया, उनको पत्नी बना लिया।
तब इस्राएली कौम के परमेश्वर की धर्म-व्यवस्था से श्रद्धा-भक्ति करने वाले लोग मेरे चारों ओर एकत्र हो गए; क्योंकि उन्होंने निष्कासन से लौटे यहूदियों के विश्वासघात की खबर सुनी थी। मैं सन्ध्या-बलि के समय तक आतंकित-सा बैठा रहा।
उनके आधे बच्चे अश्दोदी भाषा बोलते थे। वे यहूदा प्रदेश की मातृ-भाषा नहीं जानते थे। प्रत्येक अपनी कौम की भाषा बोलता था।
मेरे पुत्र, बुरी स्त्री के सौन्दर्य की कामना अपने हृदय में मत करना, उसके कटाक्ष के जाल में मत फंसना।
तुम्हारा हृदय व्यभिचारिणी स्त्री की ओर आकर्षित न हो, तुम उसकी गली में प्रवेश भी न करना।
तब मिट्टी मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास लौट जाएगी, जिसने उसको प्रदान किया था।
मैंने उत्तम अंगूर-बेल, श्रेष्ठ जाति की बेल के रूप में तुझे लगाया था। फिर क्यों तुझ में कीड़ा लग गया? क्यों तू जंगली अंगूर-बेल बन गई?
इस्राएली राष्ट्र की जनसंख्या सागर-तट के रेत कणों के सदृश असंख्य हो जाएगी, जिनको न मापा जा सकता है और न जिनकी गणना ही की जा सकती है। जिस स्थान में उनको ‘लो-अम्मी’ अर्थात् ‘मेरे लोग नहीं’ कहा गया था, वही उन्हें कहा जाएगा, ‘जीवित परमेश्वर की संतान’।
‘यदि कोई पुरुष अपने पड़ोसी की स्त्री से व्यभिचार करता है, तो व्यभिचारी तथा व्यभिचारिणी, दोनों को मृत्युदण्ड दिया जाएगा।
तुम यह पूछते हो, ‘प्रभु ऐसा क्यों कर रहा है?’ सुनो, जब तुमने युवावस्था में विवाह किया था, तब तुम्हारी युवावस्था की पत्नी और तुम्हारे मध्य स्थापित विवाह की प्रतिज्ञा में प्रभु भी साक्षी था। अब तुम अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात कर रहे हो, जबकि वह विवाह की प्रतिज्ञा के अनुसार तुम्हारी जीवन-साथी और पत्नी है।
क्योंकि बुरे विचार, हत्या, परस्त्री-गमन, व्यभिचार, चोरी, झूठी गवाही और निन्दा − ये सब मन से निकलते हैं।
“आप लोग नबियों की संतान और उस विधान के भागीदार हैं, जिसे परमेश्वर ने आपके पूर्वजों के साथ उस समय निर्धारित किया, जब उसने अब्राहम से कहा, ‘तेरे वंश के द्वारा संसार की समस्त जातियां आशिष पायेंगी।’
क्योंकि विश्वास नहीं करने वाला पति अपनी पत्नी द्वारा पवित्र किया गया है और विश्वास नहीं करने वाली पत्नी अपने विश्वास-युक्त पति द्वारा पवित्र की गयी है। नहीं तो आपकी सन्तान दूषित होती, किन्तु अब वह पवित्र है।
मैं तुम्हारे लिए पिता-जैसा होऊंगा और तुम मेरे लिए पुत्र-पुत्रियों-जैसे होगे; यह सर्वशक्तिमान् प्रभु का कथन है।”
आप, जो पिता हैं, अपने बच्चों का क्रोध नहीं भड़काएं; बल्कि प्रभु के अनुरूप शिक्षा और उपदेश द्वारा उनका पालन-पोषण करें।
क्योंकि उनकी पुत्रियाँ तेरे पुत्रों को प्रभु का अनुसरण करने से विमुख कर देंगी, और उनसे दूसरे देवताओं की पूजा करवाएंगी। तब तेरे प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठेगा, और वह तुझे अविलम्ब नष्ट कर देगा।
उन में से प्रत्येक अनिन्दनीय और पत्नीव्रती हो। उसके पुत्र-पुत्रियाँ विश्वासी हों, लम्पटता और अनुशासनहीनता के दोष से मुक्त हों।
तुम्हारे वंश के कारण, जिन्हें प्रभु इस युवती के माध्यम से तुम्हें देगा, तुम्हारा घर पेरेस के समान बने जिसे तामार ने यहूदा से जन्म दिया था।’
पुरोहित एली एलकानाह और उसकी पत्नी हन्नाह को आशीर्वाद देता, और यह कहता था, ‘जो पुत्र इस स्त्री ने प्रभु को अर्पित किया है, उसके स्थान पर प्रभु तुम्हें इस स्त्री के द्वारा संतति प्रदान करे।’ उसके बाद वे अपने घर चले जाते थे।