अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
मलाकी 1:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ पुरोहितो, अब परमेश्वर को प्रसन्न करने का प्रयत्न करो, जिससे वह हम पर कृपा करे। क्या वह तुम्हारे हाथ से अशुद्ध भेंट ग्रहण कर तुम पर कृपा कर सकता है? कदापि नहीं! स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, पवित्र बाइबल “याजकों, तुम्हें यहोवा से हमारे लिए अच्छा बने रहने की प्रार्थना करनी चाहिये। किन्तु वह तुम्हारी नहीं सुनेगा और यह सारा दोष तुम्हारा है।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने यह सब कहा। Hindi Holy Bible और अब मैं तुम से कहता हूं, ईश्वर से प्रार्थना करो कि वह हम लोगों पर अनुग्रह करे। यह तुम्हारे हाथ से हुआ है; तब क्या तुम समझते हो कि परमेश्वर तुम में से किसी का पक्ष करेगा? सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “अब मैं तुम से कहता हूँ, ईश्वर से प्रार्थना करो कि हम लोगों पर अनुग्रह करे। यह तुम्हारे हाथ से हुआ है; तब क्या तुम समझते हो कि परमेश्वर तुम में से किसी का पक्ष करेगा? सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। सरल हिन्दी बाइबल “अब तुम परमेश्वर से निवेदन करो कि वह हम पर अनुग्रह करें. तुम्हारे हाथों से इस प्रकार के बलिदान को देखकर क्या वे तुम्हें स्वीकार करेंगे?” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “अब मैं तुम से कहता हूँ, परमेश्वर से प्रार्थना करो कि वह हम लोगों पर अनुग्रह करे। यह तुम्हारे हाथ से हुआ है; तब क्या तुम समझते हो कि परमेश्वर तुम में से किसी का पक्ष करेगा? सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। |
अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
मूसा ने अपने प्रभु परमेश्वर का क्रोध शान्त करते हुए उससे विनती की, ‘हे प्रभु, क्यों तेरी क्रोधाग्नि तेरे लोगों के विरुद्ध प्रज्वलित हुई है, जिसे तू अपने महान् सामर्थ्य और भुजबल के द्वारा मिस्र देश से निकाल लाया है?
‘हम आप-सब से पूछते हैं : क्या राजा हिजाकियाह ने नबी मीकायाह की इस कठोर नबूवत के कारण उन को मृत्यु-दण्ड दिया? कदापि नहीं; बल्कि वह प्रभु से डरा, और उसने प्रभु की कृपा के लिए विनती की। अत: प्रभु अपने निश्चय के लिए पछताया, और उसने यहूदा प्रदेश का अनिष्ट करने का जो निश्चय किया था, और जिसकी उसने घोषणा की थी, वह नहीं किया। किन्तु हम तो इस मनुष्य के साथ यह व्यवहार कर अपने ऊपर महा विपत्ति ला रहे हैं।’
यदि ये नबी सचमुच प्रभु के नबी हैं, और प्रभु का वचन उनके साथ है, तो वे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु से विनती करें कि शत्रु-सैनिक उस के भवन में बचे हुए पवित्र पात्रों को, राजमहल के बहुमूल्य पात्रों तथा यरूशलेम के समस्त कीमती पात्रों को न लूटें, और उनको भी बेबीलोन न ले जाएं।
रात के हर पहर के आरम्भ में तू उठ, और प्रभु को पुकार, स्वामी के सम्मुख जल के सदृश अपना हृदय उण्डेल। अपने बच्चों की प्राण-रक्षा के लिए जो गलियों के नुक्कड़ पर भूख से मूर्च्छित पड़े हैं, प्रभु की ओर हाथ फैला।
प्रभु का यह सन्देश है : ‘अब भी तुम पूर्ण हृदय से उपवास करते, शोक मनाते और रोते हुए मेरे पास लौटो। पश्चात्ताप करने के लिए
मन्दिर के आंगन और वेदी के मध्य खड़े होकर, रोते हुए प्रभु के सेवक, पुरोहित यह कहें : ‘हे प्रभु, अपने निज लोगों पर दया कर। अपनी मीरास को बदनाम मत कर। वे अन्य राष्ट्रों में कहावत न बनें। अन्य राष्ट्रों के लोग यह क्यों कहें, “कहां है उनका ईश्वर?” ’
तुम मुझे अग्नि-बलि और अन्न-बलि चढ़ाते हो, पर मैं उनको स्वीकार नहीं करूंगा। सहभागिता-बलि के रूप में चढ़ाए गए तुम्हारे मोटे-ताजे पशुओं की चर्बी पर मैं नजर भी नहीं डालूंगा।
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता। वह उन लोगों की सुनता है, जो उसके भक्त हैं और उसकी इच्छा पूरी करते हैं।
यदि आप उसे “पिता” कह कर पुकारते हैं, जो पक्षपात किये बिना प्रत्येक मनुष्य का उसके कर्मों के अनुसार न्याय करता है, तो जब तक आप यहाँ परदेश में रहते हैं, तब तक उस पर श्रद्धा रखते हुए जीवन बितायें।