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मरकुस 9:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

येशु ने उसके पिता से पूछा, “इसकी ऐसी दशा कब से है?” उसने उत्तर दिया, “बचपन से।

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पवित्र बाइबल

तब यीशु ने उसके पिता से पूछा, “यह ऐसा कितने दिनों से है?” पिता ने उत्तर दिया, “यह बचपन से ही ऐसा है।

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Hindi Holy Bible

उस ने उसके पिता से पूछा; इस की यह दशा कब से है?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उसने उसके पिता से पूछा, “इसकी यह दशा कब से है?” उसने कहा, “बचपन से।

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नवीन हिंदी बाइबल

तब यीशु ने उसके पिता से पूछा,“ऐसा उसको कब से हो रहा है?” उसने कहा, “बचपन से;

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सरल हिन्दी बाइबल

मसीह येशु ने बालक के पिता से पूछा, “यह सब कब से हो रहा है?” “बचपन से,” उसने उत्तर दिया.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसने उसके पिता से पूछा, “इसकी यह दशा कब से है?” और उसने कहा, “बचपन से।

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मरकुस 9:21
15 क्रॉस रेफरेंस  

‘स्‍त्री से जन्‍मा मनुष्‍य अल्‍पायु होता है; उसका सारा जीवन दु:ख से भरा रहता है।


जैसे चिनगारियाँ सदा ऊपर ही उड़ती हैं, वैसे ही मनुष्‍य दु:ख भोगने के लिए जन्‍म लेता है।


मैं अधर्म में उत्‍पन्न हुआ था; और पाप में मेरी मां ने मुझे गर्भ में धारण किया था।


एक स्‍त्री बारह वर्ष से रक्‍तस्राव से पीड़ित थी।


वे उसे येशु के पास ले आए। येशु को देखते ही अशुद्ध आत्‍मा ने लड़के को मरोड़ दिया। लड़का गिर गया और फेन उगलता हुआ भूमि पर लोटने लगा।


अशुद्ध आत्‍मा ने इसका विनाश करने के लिए इसे बार-बार आग तथा पानी में गिराया है। यदि आप कुछ कर सकें, तो हम पर तरस खा कर हमारी सहायता कीजिए।”


शैतान ने इस स्‍त्री को, अब्राहम की इस पुत्री को इतने वर्षों से, अठारह वर्षों से बाँध रखा था, तो क्‍या इसे विश्राम के दिन उस बन्‍धन से छुड़ाना उचित नहीं था?”


एक स्‍त्री बारह वर्ष से रक्‍तस्राव से पीड़ित थी। वह अपनी सारी जीविका वैद्यों पर खर्च कर चुकी थी, पर कोई भी उसे स्‍वस्‍थ नहीं कर सका था।


मार्ग में येशु ने एक मनुष्‍य को देखा, जो जन्‍म से अन्‍धा था।


लुस्‍त्रा नगर में एक ऐसा व्यक्‍ति बैठा हुआ था, जिसके पैरों में शक्‍ति नहीं थी। वह जन्‍म से ही लँगड़ा था और कभी चल-फिर नहीं सका था।


लोग एक मनुष्‍य को ले जा रहे थे, जो जन्‍म से लँगड़ा था। वे उसे प्रतिदिन ला कर मन्‍दिर के ‘सुन्‍दर’ नामक फाटक के पास छोड़ देते थे, जिससे वह मन्‍दिर के अन्‍दर जाने वालों से भीख माँग सके।


जिस मनुष्‍य को उस आश्‍चर्य कर्म द्वारा स्‍वास्‍थ्‍य-लाभ हुआ था, उसकी उम्र चालीस वर्ष से अधिक थी।


वहाँ उन्‍हें एनियास नामक व्यक्‍ति मिला, जो लकवा रोग से पीड़ित था और आठ वर्षों से रोग-शैया पर पड़ा हुआ था।