हे परमेश्वर, उठ और अपना पक्ष प्रस्तुत कर। मूर्ख द्वारा निरन्तर की जाने वाली निन्दा को स्मरण कर।
मरकुस 9:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उत्तर दिया, “अवश्य, एलियाह पहले आकर सब ठीक करेंगे। परन्तु मानव-पुत्र के विषय में धर्मग्रन्थ में यह क्यों लिखा है कि वह बहुत दु:ख उठाएगा और तिरस्कृत किया जाएगा? पवित्र बाइबल यीशु ने उनसे कहा, “हाँ, सब बातों को ठीक से व्यवस्थित करने के लिए निश्चय ही एलिय्याह पहले आयेगा। किन्तु मनुष्य के पुत्र के बारे में यह क्यों लिखा गया है कि उसे बहुत सी यातनाएँ झेलनी होंगी और उसे घृणा के साथ नकारा जायेगा? Hindi Holy Bible उस ने उन्हें उत्तर दिया कि एलिय्याह सचमुच पहिले आकर सब कुछ सुधारेगा, परन्तु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है, कि वह बहुत दुख उठाएगा, और तुच्छ गिना जाएगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उन्हें उत्तर दिया, “एलिय्याह सचमुच पहले आकर सब कुछ सुधारेगा, परन्तु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है कि वह बहुत दु:ख उठाएगा, और तुच्छ गिना जाएगा? नवीन हिंदी बाइबल उसने उनसे कहा,“एलिय्याह ही पहले आकर सब कुछ सुधारेगा; परंतु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है कि वह बहुत दुःख उठाएगा और उसे तुच्छ समझा जाएगा? सरल हिन्दी बाइबल मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “सच है. एलियाह ही पहले आएगा तथा सब कुछ व्यवस्थित करेगा. अब यह बताओ: पवित्र शास्त्र में मनुष्य के पुत्र के विषय में यह वर्णन क्यों है कि उसे अनेक यातनाएं दी जाएंगी तथा उसे तुच्छ समझा जाएगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उन्हें उत्तर दिया, “एलिय्याह सचमुच पहले आकर सब कुछ सुधारेगा, परन्तु मनुष्य के पुत्र के विषय में यह क्यों लिखा है, कि वह बहुत दुःख उठाएगा, और तुच्छ गिना जाएगा? |
हे परमेश्वर, उठ और अपना पक्ष प्रस्तुत कर। मूर्ख द्वारा निरन्तर की जाने वाली निन्दा को स्मरण कर।
अपने सेवक से जिसको मनुष्य सर्वथा तुच्छ समझते हैं, जिससे राष्ट्र घृणा करते हैं, जो शासकों का गुलाम है, उससे प्रभु इस्राएल का मुक्तिदाता और उसका पवित्र परमेश्वर यों कहता है : ‘तुझे देखकर राजा अपने सिंहासन से खड़े हो जाएंगे, सामन्त तेरे सम्मुख भूमि पर लेटकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे, क्योंकि मैं-प्रभु ने, जो सच्चा परमेश्वर हूं, जो इस्राएल का पवित्र परमेश्वर हूं, तुझे मनोनीत किया है।’
मैंने कोड़ा मारनेवालों के सामने अपनी पीठ कर दी; दाढ़ी नोचनेवालों की ओर अपने गाल कर दिए। मैंने अपमान सहा, उनके थूक से अपना मुख नहीं हटाया।
जैसे अनेक लोग उसे देखकर चकित हुए, (क्योंकि उसका रूप विकृत हो गया था, यहाँ तक कि वह मानव-रूप जैसा दिखाई नहीं देता था। उसकी आकृति भी मनुष्यों जैसी नहीं रह गई थी।)
तब प्रभु ने मुझसे कहा, ‘तू ये सिक्के मन्दिर के कोष में डाल दे।’ वाह! उन्होंने मेरी मजदूरी का मूल्य कितना बढ़िया लगाया! मैंने चांदी के तीस सिक्के लिए और उन्हें प्रभु-मन्दिर के कोष में डाल दिया।
‘ओ मेरी तलवार, जाग! मेरे चरवाहे पर, मेरे समीप खड़े हुए व्यक्ति पर प्रहार कर!’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यों कहा है: ‘चरवाहे पर प्रहार कर, जिससे भेड़ें तितर-बितर हो जाएं। मैं भेड़ों के बच्चों पर हाथ उठाऊंगा।’
वह माता-पिता के हृदय को उनकी सन्तान की ओर और सन्तान का हृदय उसके माता-पिता की ओर उन्मुख करेगा, ताकि सब लोग पश्चात्ताप करें। ऐसा न हो कि मैं पृथ्वी पर आऊं और उसका पूर्ण संहार कर दूं।’
उस समय से येशु अपने शिष्यों को यह समझाने लगे कि “मुझे यरूशलेम जाना ही होगा। यह अनिवार्य है कि मैं वहाँ धर्मवृद्धों, महापुरोहितों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दु:ख उठाऊं, मार डाला जाऊं और तीसरे दिन जीवित हो उठूँ।”
मानव-पुत्र तो जा रहा है, जैसा कि उसके विषय में धर्मग्रन्थ में लिखा है; परन्तु धिक्कार है उस मनुष्य को, जो मानव-पुत्र को पकड़वा रहा है! उस मनुष्य के लिए अच्छा यही होता कि वह उत्पन्न ही नहीं हुआ होता।”
“देखो, हम यरूशलेम जा रहे हैं। मानव-पुत्र महापुरोहितों और शास्त्रियों के हाथ में सौंप दिया जाएगा। वे उसे प्राणदण्ड के योग्य ठहराएँगे और अन्य-जातियों के हाथ में सौंप देंगे।
मैं तुम से कहता हूँ : एलियाह आ चुके हैं और उनके विषय में जैसे धर्मग्रन्थ में लिखा है, उन्होंने उनके साथ मनमाना व्यवहार किया।”
क्योंकि वह अपने शिष्यों को ही शिक्षा दे रहे थे। वह उन से कह रहे थे, “मानव-पुत्र मनुष्यों के हाथ पकड़वाया जाएगा। वे उसे मार डालेंगे और मार डाले जाने के तीन दिन बाद वह फिर जी उठेगा।”
“हे बालक! तू सर्वोच्च परमेश्वर का नबी कहलाएगा; तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा कि तू उसका मार्ग तैयार करे
तब हेरोदेस ने अपने सैनिकों के साथ येशु का अपमान तथा उपहास किया और उन्हें भड़कीला वस्त्र पहना कर पिलातुस के पास वापस भेज दिया।
क्रूस पर टंगा एक कुकर्मी येशु की निन्दा करने लगा, “तू मसीह है न? तो अपने को और हमें भी बचा।”
जब प्रेरित येशु के साथ एकत्र थे, तब उन्होंने यह प्रश्न किया, “प्रभु! क्या आप इस समय इस्राएलियों का राज्य पुन: स्थापित करेंगे?”
यह वह पत्थर हैं, ‘जिसे आप, कारीगरों ने तुच्छ समझा था और जो कोने की नींव का पत्थर बन गया है।’