किन्तु सातवां दिन तेरे प्रभु परमेश्वर का विश्राम दिवस है। इसलिए तू, तेरे पुत्र-पुत्री, सेवक-सेविका, तेरे पशु और तेरे नगरों में रहने वाले प्रवासी व्यक्ति उस दिन कोई कार्य न करें।
मरकुस 2:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फरीसियों ने येशु से कहा, “देखिए, जो काम विश्राम के दिन मना है, ये क्यों वही कर रहे हैं?” पवित्र बाइबल इस पर फ़रीसी यीशु से कहने लगे, “देख सब्त के दिन वे ऐसा क्यों कर रहे हैं जो उचित नहीं है?” Hindi Holy Bible तब फरीसियों ने उस से कहा, देख; ये सब्त के दिन वह काम क्यों करते हैं जो उचित नहीं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब फरीसियों ने उससे कहा, “देख; ये सब्त के दिन वह काम क्यों करते हैं जो उचित नहीं?” नवीन हिंदी बाइबल तब फरीसियों ने उससे कहा, “देख, जो कार्य सब्त के दिन करना उचित नहीं, उसे वे क्यों करते हैं?” सरल हिन्दी बाइबल इस पर फ़रीसियों ने मसीह येशु से कहा, “देखो! वे लोग वह काम क्यों कर रहे हैं, जो शब्बाथ पर व्यवस्था के अनुसार नहीं है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब फरीसियों ने उससे कहा, “देख, ये सब्त के दिन वह काम क्यों करते हैं जो उचित नहीं?” |
किन्तु सातवां दिन तेरे प्रभु परमेश्वर का विश्राम दिवस है। इसलिए तू, तेरे पुत्र-पुत्री, सेवक-सेविका, तेरे पशु और तेरे नगरों में रहने वाले प्रवासी व्यक्ति उस दिन कोई कार्य न करें।
छ: दिन तक काम किया जाएगा, पर सातवां दिन परम विश्राम-दिवस है, प्रभु के लिए पवित्र दिवस है। जो व्यक्ति विश्राम-दिवस पर कार्य करेगा, उसे मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
‘धन्य है वह मनुष्य जो न्याय का पालन करता है; धन्य है मानव-पुत्र जो धर्म को पकड़े रहता है, जो विश्राम-दिवस को पवित्र मानता है, और उसको अपवित्र नहीं करता, जो सब प्रकार की बुराई से स्वयं को दूर रखता है।’
क्योंकि प्रभु यह कहता है : ‘जो खोजा व्यक्ति मेरे विश्राम-दिवसों का पालन करता है, जो उन कामों को करता है, जिनसे मैं प्रसन्न होता हूं, जो मेरे विधान पर दृढ़ रहता है,
‘जो विदेशी व्यक्ति मुझ-प्रभु के अनुयायी हो गए हैं, जो मेरी सेवा करते हैं, मेरे नाम से प्रेम करते हैं, और मेरे सेवक हैं, जो विश्राम-दिवस का पालन करते हैं और उसको अपवित्र नहीं करते हैं, जो मेरे विधान पर दृढ़ हैं;
यदि तू विश्राम-दिवस को अपवित्र नहीं करेगा, मेरे पवित्र दिवस पर अपना दैनिक काम-धन्धा नहीं करेगा, और विश्राम-दिवस को आनन्द-पर्व मानेगा, उसको प्रभु का पवित्र और सम्मानीय दिन समझेगा; यदि तू अपने मार्ग पर अपने मन के अनुरूप आचरण नहीं करेगा, अपना काम-काज नहीं करेगा, और न व्यर्थ बातों में उसको गुजारेगा और यों उसका सम्मान करेगा;
यह देख कर फरीसियों ने येशु से कहा, “देखिए, जो काम विश्राम के दिन करना मना है, आपके शिष्य वही कर रहे हैं।”
जब फरीसी दल के शास्त्रियों ने देखा कि येशु पापियों और चुंगी-अधिकारियों के साथ भोजन कर रहे हैं, तब उन्होंने उनके शिष्यों से कहा, “वह चुंगी-अधिकारियों और पापियों के साथ क्यों भोजन करते हैं?”
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “क्या तुम लोगों ने कभी यह नहीं पढ़ा कि जब दाऊद और उनके साथी भूखे थे और खाने को उनके पास कुछ नहीं था, तो दाऊद ने क्या किया था?
कहीं ऐसा न हो कि आप लोग निराश होकर हिम्मत हार जायें, इसलिए आप उनका स्मरण करते रहें, जिन्होंने पापियों का इतना घोर विरोध सहा।