मेरे परमेश्वर! हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी सहायता क्यों नहीं करता? तू मेरा कराहना क्यों नहीं सुनता?
मरकुस 15:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दोपहर तीन बजे येशु ने ऊंचे स्वर से पुकारा, “एलोई! एलोई! लमा सबकतानी?” इसका अर्थ है : “हे मेरे परमेश्वर! हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?” पवित्र बाइबल दिन के तीन बजे ऊँचे स्वर में पुकारते हुए यीशु ने कहा, “इलोई, इलोई, लमा शबकतनी।” अर्थात, “मेरे परमेश्वर, मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों भुला दिया?” Hindi Holy Bible तीसरे पहर यीशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा, इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी जिस का अर्थ यह है; हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तीसरे पहर यीशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा, “इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ यह है, “हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” नवीन हिंदी बाइबल तीन बजे, यीशु ने ऊँची आवाज़ में पुकारा,“इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है,“हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?” सरल हिन्दी बाइबल नवें घंटे मसीह येशु ने ऊंचे शब्द में पुकारते हुए कहा, “एलोई, एलोई, लमा सबख़थानी?” जिसका अर्थ है, “मेरे परमेश्वर, मेरे परमेश्वर, आपने मुझे क्यों छोड़ दिया है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तीसरे पहर यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, “इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी?” जिसका अर्थ है, “हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?” |
मेरे परमेश्वर! हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी सहायता क्यों नहीं करता? तू मेरा कराहना क्यों नहीं सुनता?
अपना मुख मुझ से न छिपा! क्रोध में अपने सेवक को दूर न कर। तू ही मेरा सहायक था, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर! मेरा परित्याग न कर; मुझको मत छोड़।
मैं अपने परमेश्वर, अपनी चट्टान से यह पूछता हूँ: “तू ने मुझे क्यों भुला दिया? क्यों मैं शत्रु के अत्याचार के कारण शोक-संतप्त मारा-मारा फिरता हूँ?”
“परमेश्वर ने उसे त्याग दिया; उसका पीछा करो और उसे पकड़ो; क्योंकि उसको बचाने वाला कोई नहीं है।”
जब दीन-हीन जन पानी ढूंढ़ेंगे, और उन्हें पानी नहीं मिलेगा; जब उनका तालु प्यास के कारण सूखेगा, तब मैं, इस्राएल का प्रभु परमेश्वर उनकी प्रार्थना का उत्तर दूंगा, मैं उन्हें नहीं त्यागूंगा।
‘ओ सब राहगीरो! तुम पर यह मुसीबत न आए! मुझे देखो, मुझ पर ध्यान दो। जो दु:ख मुझे दिया गया है क्या उस दु:ख के तुल्य अन्य दु:ख हो सकता है? प्रभु ने अपने क्रोध-दिवस पर यह दु:ख मुझे दिया है।
प्रभु, तूने हमें क्यों सदा के लिए भुला दिया, तूने इतने दिन तक हमें क्यों छोड़ रखा है।
वस्तुत: जब मैं प्रार्थना के शब्दों को बोल ही रहा था, तब वही गब्रिएल स्वर्गदूत द्रुतगति से मेरे पास आया, जिसको मैंने प्रथम दर्शन में देखा था। संध्या-बलि का समय था।
लगभग तीन बजे येशु ने ऊंचे स्वर से पुकारा, “एली! एली! लेमा सबकतानी?” अर्थात् “हे मेरे परमेश्वर! हे मेरे परमेश्वर! तूने मुझे क्यों त्याग दिया है?”
येशु ने ऊंचे स्वर से पुकार कर कहा, “पिता! मैं अपनी आत्मा को तेरे हाथों में सौंपता हूँ”, और यह कह कर उन्होंने प्राण त्याग दिये।
उसने एक दिन दोपहर के लगभग तीन बजे दर्शन में यह साफ-साफ देखा कि परमेश्वर का दूत उसके पास आ कर कह रहा है, “करनेलियुस!”
मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा-बहा कर परमेश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धाभक्ति के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी।