मरकुस 14:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शिष्यों के साथ भोजन करते समय येशु ने रोटी ली, और आशिष माँग कर तोड़ी, शिष्यों को दी, और कहा, “लो, यह मेरी देह है।” पवित्र बाइबल जब वे खाना खा ही रहे थे, यीशु ने रोटी ली, धन्यवाद दिया, रोटी को तोड़ा और उसे उनको देते हुए कहा, “लो, यह मेरी देह है।” Hindi Holy Bible और जब वे खा ही रहे थे तो उस ने रोटी ली, और आशीष मांगकर तोड़ी, और उन्हें दी, और कहा, लो, यह मेरी देह है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वे खा ही रहे थे, उसने रोटी ली, और आशीष माँगकर तोड़ी, और उन्हें दी, और कहा, “लो, यह मेरी देह है।” नवीन हिंदी बाइबल जब वे भोजन कर रहे थे तो यीशु ने रोटी ली, आशिष माँगकर तोड़ी और उन्हें देकर कहा,“लो, यह मेरी देह है।” सरल हिन्दी बाइबल भोजन के लिए बैठे हुए मसीह येशु ने रोटी लेकर उसके लिए आभार धन्यवाद करते हुए उसे तोड़ा और उनमें बांटते हुए कहा, “लो, यह मेरा शरीर है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब वे खा ही रहे थे तो उसने रोटी ली, और आशीष माँगकर तोड़ी, और उन्हें दी, और कहा, “लो, यह मेरी देह है।” |
उसी समय एपा माप का ढक्कन खोला गया। वह सीसे का बना था। मैंने देखा कि उसके भीतर एक स्त्री बैठी है।
येशु ने लोगों को घास पर बैठा देने का आदेश दिया। तब उन्होंने वे पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ लीं, और आकाश की ओर आँखें उठाकर आशिष माँगी। तब उन्होंने रोटियाँ तोड़ कर शिष्यों को दीं और शिष्यों ने लोगों को।
मानव-पुत्र तो जा रहा है, जैसा कि उसके विषय में धर्मग्रन्थ में लिखा है; परन्तु धिक्कार है उस मनुष्य को, जो मानव-पुत्र को पकड़वा रहा है! उस मनुष्य के लिए अच्छा यही होता कि वह उत्पन्न ही नहीं हुआ होता।”
तब उन्होंने कटोरा लिया, परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसे शिष्यों को दिया और सब ने उस में से पीया।
येशु ने वे पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ लीं और आकाश की ओर आँखें उठा कर आशिष माँगी। उन्होंने रोटियाँ तोड़ीं और शिष्यों को दीं, ताकि वे लोगों को परोसते जाएँ। उन्होंने उन दो मछलियों को भी सब में बाँट दिया।
इसके बाद येशु ने कटोरा लिया, धन्यवाद की प्रार्थना की और कहा, “इसे लो और आपस में बाँट लो;
जब येशु उनके साथ भोजन करने बैठे, तब उन्होंने रोटी ली, आशिष माँगी और वह रोटी तोड़ कर उन्हें देने लगे।
अब तिबेरियस नगर की ओर से कुछ अन्य नावें उस स्थान के समीप आईं जहाँ प्रभु येशु की धन्यवाद की प्रार्थना के बाद लोगों ने रोटी खायी थी।
और एक ही आध्यात्मिक पेय का पान किया, क्योंकि वे एक आध्यात्मिक चट्टान का जल पीते थे, जो उनके साथ-साथ चलती थी और वह चट्टान थी-मसीह।
हागार का सीनय पर्वत अरब में है, पर यह वर्तमान यरूशलेम के सदृश्य है; क्योंकि यरूशलेम अपनी सन्तति के साथ दासता के अधीन है।