‘ओ सब राहगीरो! तुम पर यह मुसीबत न आए! मुझे देखो, मुझ पर ध्यान दो। जो दु:ख मुझे दिया गया है क्या उस दु:ख के तुल्य अन्य दु:ख हो सकता है? प्रभु ने अपने क्रोध-दिवस पर यह दु:ख मुझे दिया है।
मरकुस 13:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि उन दिनों ऐसा दु:ख-कष्ट होगा, जैसा परमेश्वर-रचित सृष्टि के प्रारम्भ से अब तक न कभी हुआ है और न कभी होगा। पवित्र बाइबल उन दिनों ऐसी विपत्ति आयेगी जैसी जब से परमेश्वर ने इस सृष्टि को रचा है, आज तक न कभी आयी है और न कभी आयेगी। Hindi Holy Bible क्योंकि वे दिन ऐसे क्लेश के होंगे, कि सृष्टि के आरम्भ से जो परमेश्वर ने सृजी है अब तक न तो हुए, और न कभी फिर होंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि वे दिन ऐसे क्लेश के होंगे कि सृष्टि के आरम्भ से, जो परमेश्वर ने सृजी है, अब तक न तो हुए और न फिर कभी होंगे। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि वे ऐसे क्लेश के दिन होंगे जैसे सृष्टि के आरंभ से लेकर—जिसे परमेश्वर ने सृजा—अब तक न तो हुए और न कभी होंगे। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि वह महाक्लेश काल होगा—ऐसा कि जो न तो सृष्टि के प्रारंभ से आज तक देखा गया, न ही इसके बाद दोबारा देखा जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि वे दिन ऐसे क्लेश के होंगे, कि सृष्टि के आरम्भ से जो परमेश्वर ने रची है अब तक न तो हुए, और न कभी फिर होंगे। (मत्ती 24:21) |
‘ओ सब राहगीरो! तुम पर यह मुसीबत न आए! मुझे देखो, मुझ पर ध्यान दो। जो दु:ख मुझे दिया गया है क्या उस दु:ख के तुल्य अन्य दु:ख हो सकता है? प्रभु ने अपने क्रोध-दिवस पर यह दु:ख मुझे दिया है।
ओ यरूशलेम की पुत्री! मैं तेरे विषय में क्या कहूं? मैं तेरी तुलना किससे करूं? ओ सियोन की कुंआरी कन्या, तुझे धैर्य बंधाने के लिए मैं तेरी समता किससे करूं? तेरा दु:ख सागर के सदृश अपार है; कौन तुझे तेरे दु:ख से उबार सकता है?
मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के अधर्म का दण्ड सदोम नगर के पाप के दण्ड से अधिक कठोर है, जो नगर बिना किसी के हाथ लगाए ही क्षण भर में उलट-पुलट गया था।
“उस समय महा स्वर्गदूत मीखाएल, जो तेरी कौम का रक्षक-दूत है, रक्षा के लिए आएगा। वह संकट का समय होगा। राष्ट्र की उत्पत्ति से लेकर अब तक ऐसा संकट कभी नहीं हुआ। परन्तु इसी संकट-काल में तेरी कौम का उद्धार भी किया जाएगा। जिन लोगों के नाम ग्रन्थ में लिखे हुए हैं, वे मुक्त किए जाएंगे।
हे परमेश्वर, जो वचन तूने हमारे प्रति और हम पर शासन करने वाले प्रशासकों के प्रति कहे थे, उनको तूने पूरा किया। तूने हम पर महा विपत्ति ढाही। वस्तुत: जैसी विपत्ति यरूशलेम पर ढाही गई वैसी समस्त आकाश के नीचे धरती पर और कहीं नहीं पड़ी।
बासठ सप्ताहों के पश्चात् एक दूसरा ‘अभिषिक्त’ होगा। वह काटा जाएगा, और उसके पास कुछ नहीं रह जाएगा। एक अगुआ आएगा। उस की सेना नगर और पवित्र स्थान को खण्डहर बना देगी। उसका अन्त बाढ़ से होगा, और अन्त तक युद्ध होता रहेगा। विनाश ठहराया जा चुका है।
वह अंधकार का, घोर अंधकार का दिन है। उस दिन बादल छा जाएंगे, और सघन अंधकार फैल जाएगा। गहन कालिमा के सदृश शक्तिशाली असंख्य टिड्डी-सेना पहाड़ी पर बिछी है। ऐसी सेना प्राचीनकाल में न हुई थी, और न इसके पश्चात् आगामी पीढ़ियों में कभी होगी।
क्योंकि उन दिनों ऐसा घोर संकट होगा, जैसा सृष्टि के आरम्भ से अब तक न कभी हुआ है और न कभी होगा।
यदि प्रभु ने उन दिनों को घटाया न होता, तो कोई भी प्राणी नहीं बचता; किन्तु अपने मनोनीत लोगों के कारण, जिन्हें उसने चुना है, उसने उन दिनों को घटा दिया है।
तो प्रभु तुझ पर और तेरे वंश पर असाधारण महामारियाँ ढाहेगा। वह भयंकर और दीर्घ महामारियों से, असाध्य और दीर्घ रोगों से तुझ को पीड़ित करेगा।
‘अत: बीते हुए युगों के विषय में, जो तुम्हारे सम्मुख उस दिन से व्यतीत हुए हैं जब परमेश्वर ने मनुष्य को पृथ्वी पर रचा था, यह प्रश्न पूछो : क्या आकाश के एक सीमान्त से दूसरे सीमान्त तक कभी ऐसी महान् घटना घटी है? क्या कभी ऐसी कोई बात सुनी गई है?
मैंने उत्तर दिया, “महोदय, आप ही जानते हैं”, और उसने मुझसे कहा, “ये वे लोग हैं, जो महासंकट में से निकल कर आये हैं। इन्होंने मेमने के रक्त में अपने वस्त्र धो कर उजले कर लिये हैं।