यदि हम कहें : ‘मनुष्यों की ओर से’, तो हमें जनता से डर लगता है; क्योंकि सब योहन को नबी मानते हैं।”
मरकुस 12:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे समझ गये कि येशु का यह दृष्टान्त हमारे ही विषय में है। अत: वे उन्हें गिरफ्तार करने का उपाय ढूँढ़ने लगे। किन्तु वे जनता से डरते थे, इसलिए वे उन्हें छोड़ कर चले गये। पवित्र बाइबल वे यह समझ गये थे कि उसने जो दृष्टान्त कहा है, उनके विरोध में था। सो वे उसे बंदी बनाने का कोई रास्ता ढूँढने लगे, पर लोगों से वे डरते थे इसलिये उसे छोड़ कर चले गये। Hindi Holy Bible तब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा; क्योंकि समझ गए थे, कि उस ने हमारे विरोध में यह दृष्टान्त कहा है: पर वे लोगों से डरे; और उसे छोड़ कर चले गए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा; क्योंकि समझ गए थे कि उसने उनके विरोध में यह दृष्टान्त कहा है। पर वे लोगों से डरे, और उसे छोड़ कर चले गए। नवीन हिंदी बाइबल तब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा, क्योंकि वे समझ गए थे कि उसने यह दृष्टांत उनके विषय में कहा है; परंतु वे भीड़ से डर गए, इसलिए उसे छोड़कर चले गए। सरल हिन्दी बाइबल फलस्वरूप प्रधान पुरोहित तथा शास्त्री प्रभु येशु को पकड़ने की योजना में जुट गए, क्योंकि वे यह समझ गए थे कि प्रभु येशु ने उन पर ही यह दृष्टांत कहा है. किंतु उन्हें भीड़ का भय था. इसलिए इस अवसर पर वे मसीह येशु को छोड़ वहां से चले गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा; क्योंकि समझ गए थे, कि उसने हमारे विरोध में यह दृष्टान्त कहा है: पर वे लोगों से डरे; और उसे छोड़कर चले गए। |
यदि हम कहें : ‘मनुष्यों की ओर से’, तो हमें जनता से डर लगता है; क्योंकि सब योहन को नबी मानते हैं।”
महापुरोहितों तथा शास्त्रियों ने यह सुना, तो वे येशु का विनाश करने का उपाय ढूँढ़ने लगे। पर वे उन से डरते थे, क्योंकि समस्त जनसमुदाय येशु की शिक्षा से चकित था।
यदि हम कहें, ‘मनुष्यों की ओर से’, तो ...।” वे जनता से डरते थे, क्योंकि सब लोग मानते थे कि योहन सचमुच नबी थे।
शास्त्रियों और महापुरोहितों ने येशु को उसी समय पकड़ना चाहा, क्योंकि वे समझ गये थे कि येशु ने यह दृष्टान्त उनके ही विषय में कहा है; परन्तु वे जनता से डरे।
यदि हम कहें, ‘मनुष्यों की ओर से’ तो सारी जनता हमें पत्थरों से मार डालेगी, क्योंकि लोगों को निश्चय हो चुका है कि योहन नबी थे।”
इस पर यरूशलेम के कुछ लोगों ने कहा, “क्या यह वही नहीं है, जिसे हमारे धर्माधिकारी मार डालने की ताक में हैं?
इस पर उन्होंने येशु को गिरफ्तार करना चाहा, किन्तु किसी ने उन पर हाथ नहीं डाला; क्योंकि अब तक उनका समय नहीं आया था।