जनसमूह ने देखा कि गूँगे बोल रहे हैं, लूले भले-चंगे हो रहे हैं, लंगड़े चल रहे हैं और अन्धे देखने लगे हैं। वे बड़े अचम्भे में पड़ गये और उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर की स्तुति की।
मरकुस 1:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सब चकित रह गये और एक दूसरे से पूछने लगे, “यह क्या है? यह तो नये प्रकार की शिक्षा है। वह अधिकार के साथ बोलते हैं। वह अशुद्ध आत्माओं को भी आदेश देते हैं और वे उनकी आज्ञा मानती हैं।” पवित्र बाइबल हर व्यक्ति चकित हो उठा। इतना चकित, कि सब आपस में एक दूसरे से पूछने लगे, “यह क्या है? अधिकार के साथ दिया गया एक नया उपदेश! यह दुष्टात्माओं को भी आज्ञा देता है और वे उसे मानती हैं।” Hindi Holy Bible इस पर सब लोग आश्चर्य करते हुए आपस में वाद-विवाद करने लगे कि यह क्या बात है? यह तो कोई नया उपदेश है! वह अधिकार के साथ अशुद्ध आत्माओं को भी आज्ञा देता है, और वे उस की आज्ञा मानती हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस पर सब लोग आश्चर्य करते हुए आपस में वाद–विवाद करने लगे, “यह क्या बात है? यह तो कोई नया उपदेश है! वह अधिकार के साथ अशुद्ध आत्माओं को भी आज्ञा देता है, और वे उसकी आज्ञा मानती हैं।” नवीन हिंदी बाइबल सब लोग अचंभित हुए और आपस में विचार-विमर्श करते हुए कहने लगे, “यह क्या है? अधिकार के साथ एक नई शिक्षा! वह अशुद्ध आत्माओं को भी आज्ञा देता है और वे उसकी आज्ञा मानती हैं!” सरल हिन्दी बाइबल सभी हैरान रह गए. वे आपस में विचार करने लगे, “यह सब क्या हो रहा है? यह अधिकारपूर्वक शिक्षा देते हैं और अशुद्ध आत्मा तक को आज्ञा देते है और वे उनका पालन भी करती हैं!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस पर सब लोग आश्चर्य करते हुए आपस में वाद-विवाद करने लगे “यह क्या बात है? यह तो कोई नया उपदेश है! वह अधिकार के साथ अशुद्ध आत्माओं को भी आज्ञा देता है, और वे उसकी आज्ञा मानती हैं।” |
जनसमूह ने देखा कि गूँगे बोल रहे हैं, लूले भले-चंगे हो रहे हैं, लंगड़े चल रहे हैं और अन्धे देखने लगे हैं। वे बड़े अचम्भे में पड़ गये और उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर की स्तुति की।
मैं स्वयं शासन के अधीन हूँ और सैनिक मेरे अधीन हैं। जब मैं एक से कहता हूँ − ‘जाओ’, तो वह जाता है और दूसरे से − ‘आओ’, तो वह आता है और अपने सेवक से − ‘यह करो’, तो वह करता है।”
येशु ने भूत को निकाल दिया और वह गूँगा बोलने लगा। लोग अचम्भे में पड़ कर बोल उठे, “इस्राएल में ऐसा कभी नहीं देखा गया है।”
शिष्य यह बात सुन कर चकित रह गये। परन्तु येशु ने उनसे फिर कहा, “बच्चो! परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कितना कठिन है!
वे यरूशलेम के मार्ग पर जा रहे थे। येशु शिष्यों के आगे-आगे चल रहे थे। शिष्य बहुत घबराए हुए थे और पीछे आने वाले लोग भयभीत थे। येशु बारहों को फिर अलग ले जा कर उन्हें बताने लगे कि मुझ पर क्या-क्या बीतेगी :
वे कबर के अन्दर गयीं और यह देख कर आश्चर्य-चकित रह गयीं कि श्वेत वस्त्र पहने एक नवयुवक दाहिनी ओर बैठा हुआ है।
किन्तु उसने उनसे कहा, “आश्चर्य-चकित मत हो! आप लोग नासरत-निवासी येशु को ढूँढ़ रही हैं, जो क्रूस पर चढ़ाए गये थे। वह जी उठे हैं। वह यहाँ नहीं हैं। देखिए, यही जगह है, जहाँ उन्होंने उनको रखा था।
लोगों के आश्चर्य की सीमा न रही। वे कहते थे, “वह जो कुछ करते हैं, अच्छा ही करते हैं। वह बहरों को कान और गूँगों को वाणी देते हैं।”
सब विस्मित हो गये और आपस में कहते रहे, “यह क्या बात है! वह अधिकार तथा सामर्थ्य के साथ अशुद्ध आत्माओं को आदेश देते हैं और वे निकल जाते हैं।”
येशु ने बारह प्रेरितों को एक साथ बुलाया और उन्हें सब भूतों और रोगों को दूर करने की शक्ति और अधिकार प्रदान किया।
इसलिए वे पौलुस को अपने साथ अरियोपिगुस परिषद में ले गये और उनसे कहा, “क्या हम जान सकते हैं कि आप यह कौन-सी नयी शिक्षा दे रहे हैं?