परन्तु नामान नाराज हुआ। उसने कहा, ‘मैं यह सोचता था कि नबी घर से बाहर निकलेगा। वह मेरे पास खड़ा होगा। वह अपने प्रभु परमेश्वर के नाम का आह्वान करेगा। वह मेरे शरीर के दागों पर अपना हाथ फेरेगा, और कुष्ठ-रोग से मुझे स्वस्थ करेगा।
मत्ती 9:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु उन से ये बातें कह ही रहे थे कि एक अधिकारी आया। उसने येशु के सामने घुटने टेक कर यह कहा, “मेरी बेटी की अभी-अभी मृत्यु हुई है। फिर भी आप चल कर उस पर हाथ रखिए और वह जीवित हो जाएगी।” पवित्र बाइबल यीशु उन लोगों को जब ये बातें बता ही रहा था, तभी यहूदी आराधनालय का एक मुखिया उसके पास आया और उसके सामने झुक कर विनती करते हुए बोला, “अभी-अभी मेरी बेटी मर गयी है। तू चल कर यदि उस पर अपना हाथ रख दे तो वह फिर से जी उठेगी।” Hindi Holy Bible वह उन से ये बातें कह ही रहा था, कि देखो, एक सरदार ने आकर उसे प्रणाम किया और कहा मेरी पुत्री अभी मरी है; परन्तु चलकर अपना हाथ उस पर रख, तो वह जीवित हो जाएगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह उनसे ये बातें कह ही रहा था, कि देखो, एक सरदार ने आकर उसे प्रणाम किया और कहा, “मेरी पुत्री अभी मरी है, परन्तु चलकर अपना हाथ उस पर रख, तो वह जीवित हो जाएगी।” नवीन हिंदी बाइबल जब वह इन बातों को उनसे कह ही रहा था कि देखो, एक अधिकारी आया और उसे दंडवत् करके कहने लगा, “मेरी बेटी अभी मरी है; परंतु तू आकर उस पर अपना हाथ रख दे, और वह जीवित हो जाएगी।” सरल हिन्दी बाइबल जब येशु उन लोगों से इन विषयों पर बातचीत कर रहे थे, यहूदी सभागृह का एक अधिकारी उनके पास आया और उनके सामने झुककर विनती करने लगा, “कुछ देर पहले ही मेरी पुत्री की मृत्यु हुई है. आप कृपया आकर उस पर हाथ रख दीजिए और वह जीवित हो जाएगी.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह उनसे ये बातें कह ही रहा था, कि एक सरदार ने आकर उसे प्रणाम किया और कहा, “मेरी पुत्री अभी मरी है; परन्तु चलकर अपना हाथ उस पर रख, तो वह जीवित हो जाएगी।” |
परन्तु नामान नाराज हुआ। उसने कहा, ‘मैं यह सोचता था कि नबी घर से बाहर निकलेगा। वह मेरे पास खड़ा होगा। वह अपने प्रभु परमेश्वर के नाम का आह्वान करेगा। वह मेरे शरीर के दागों पर अपना हाथ फेरेगा, और कुष्ठ-रोग से मुझे स्वस्थ करेगा।
जो शिष्य नाव में थे, वे येशु के चरणों पर गिर पड़े। वे बोले, “आप सचमुच परमेश्वर के पुत्र हैं।
परन्तु वह स्त्री येशु के सामने आयी और उनके चरणों पर गिर पड़ी। उसने कहा, “प्रभु! मेरी सहायता कीजिए।”
तब जबदी के पुत्रों की माता अपने पुत्रों के साथ येशु के पास आयी। उसने वंदना कर उन से कुछ माँगना चाहा।
उस समय एक कुष्ठरोगी उनके पास आया और उसने यह कहते हुए उन्हें दण्डवत किया, “प्रभु! आप चाहें तो मुझे शुद्ध कर सकते हैं।”
इसी प्रकार लोग पुरानी मशकों में नया दाखरस नहीं भरते। नहीं तो मशकें फट जाती हैं, दाखरस बह जाता है और मशकें बरबाद हो जाती हैं। लोग नया दाखरस नयी मशकों में भरते हैं। इस प्रकार दोनों ही सुरक्षित रहते हैं।”
सभागृह का अधिकारी रुष्ट हो गया, क्योंकि येशु ने विश्राम के दिन उस स्त्री को स्वस्थ किया था। वह लोगों से कहने लगा, “छ: दिन हैं, जिन में काम करना उचित है। इसलिए उन्हीं दिनों स्वस्थ होने के लिए आओ, विश्राम के दिन नहीं।”
एक कुलीन मनुष्य ने येशु से यह पूछा, “भले गुरु! शाश्वत जीवन का उत्तराधिकारी बनने के लिए मैं क्या करूँ?”
वहाँ किसी रोमन शतपति का अत्यन्त प्रिय सेवक गंभीर रूप से बीमार था, और मृत्यु के निकट था।
येशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ। जो मुझ में विश्वास करता है, वह मरने पर भी जीवित रहेगा
मरियम उस जगह पहुँची, जहाँ येशु थे। उन्हें देखते ही वह उनके चरणों पर गिर पड़ी और बोली, “प्रभु! यदि आप यहाँ होते, तो मेरा भाई नहीं मरता।”
व्यवस्था तथा नबियों का पाठ समाप्त हो जाने पर सभागृह के अधिकारियों ने उन्हें यह कहला भेजा, “भाइयो! यदि लोगों के प्रोत्साहन के लिये आप कुछ कहना चाहते हैं, तो कहिए।”
अब ऐसा हुआ कि पुब्लियुस का पिता बुख़ार और पेचिश से पीड़ित था। अत: पौलुस उसके पास घर में गए। उन्होंने प्रार्थना की और उस पर हाथ रख कर उस को स्वस्थ कर दिया।