राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
मत्ती 8:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे चिल्ला उठे, “परमेश्वर के पुत्र! हम से आप को क्या काम? क्या आप यहाँ समय से पहले हमें सताने आए हैं?” पवित्र बाइबल वे चिल्लाये, “हे परमेश्वर के पुत्र, तू हमसे क्या चाहता है? क्या तू यहाँ निश्चित समय से पहले ही हमें दंड देने आया है?” Hindi Holy Bible और देखो, उन्होंने चिल्लाकर कहा; हे परमेश्वर के पुत्र, हमारा तुझ से क्या काम? क्या तू समय से पहिले हमें दु:ख देने यहां आया है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने चिल्लाकर कहा, “हे परमेश्वर के पुत्र, हमारा तुझ से क्या काम? क्या तू समय से पहले हमें दु:ख देने यहाँ आया है?” नवीन हिंदी बाइबल और देखो, उन्होंने चिल्लाकर कहा, “हे परमेश्वर के पुत्र, हमारा तुझसे क्या लेना-देना? क्या तू समय से पहले हमें यातना देने यहाँ आया है?” सरल हिन्दी बाइबल येशु को देख वे दोनों चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगे, “परमेश्वर-पुत्र, आपका हमसे क्या लेना देना? क्या आप समय से पहले ही हमें दुःख देने आ पहुंचे हैं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और, उन्होंने चिल्लाकर कहा, “हे परमेश्वर के पुत्र, हमारा तुझ से क्या काम? क्या तू समय से पहले हमें दुःख देने यहाँ आया है?” (लूका 4:34) |
राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
दाऊद ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, मेरे और तुम्हारे विचारों में अन्तर है। आज तुम मेरे विरोधी मत बनो। आज क्या इस्राएल में किसी को मृत्यु-दण्ड दिया जा सकता है? आज मैं निश्चयपूर्वक जानता हूँ कि मैं इस्राएल का राजा हूँ।’
विधवा ने एलियाह से कहा, ‘परमेश्वर के जन, मैंने आपका क्या अपराध किया था? क्या आप मेरे घर में इसलिए आए थे कि परमेश्वर मेरे अधर्म का स्मरण कराए और इस कारण मेरे पुत्र का देहान्त हो जाए।’
एलीशा ने इस्राएल प्रदेश के राजा से कहा, ‘मेरा आपसे क्या काम? आप अपने पिता के नबियों के पास, अपनी मां के नबियों के पास जाइए।’ इस्राएल प्रदेश के राजा ने कहा, ‘नहीं, ऐसा मत कहो। प्रभु ने ही हम-तीन राजाओं को मोआब देश के राजा के हाथ में सौंपने के लिए यहां बुलाया है।’
राजा नको ने राजा योशियाह के पास अपना दूत भेजा, और उससे कहा, ‘ओ यहूदा प्रदेश के महाराज, हमें एक-दूसरे से क्या लेना-देना? मैं आज आप पर आक्रमण करने नहीं आ रहा हूं। मैं तो उस कुल के साथ युद्ध करने आया हूं जिस के साथ मेरी शत्रुता है। परमेश्वर ने मुझे शीघ्रता करने का आदेश दिया है। परमेश्वर मेरे साथ है। आप परमेश्वर का विरोध मत कीजिए; अन्यथा वह आपको नष्ट कर देगा।’
‘ओ सोर और सीदोन नगर-राज्यो, ओ पलिश्तीन देश के पंच राज्यो! तुम्हारा मुझसे क्या सम्बन्ध? क्या तुम मेरे काम का प्रतिफल मुझे दोगे? यदि तुम मुझे मेरा प्रतिफल चुका रहे हो तो मैं अविलम्ब, तुरन्त, तुम्हारे सिर पर तुम्हारे कामों का प्रतिफल मढ़ूंगा।
तब परीक्षक ने पास आकर उनसे कहा, “यदि आप परमेश्वर के पुत्र हैं, तो कह दीजिए कि ये पत्थर रोटियाँ बन जाएँ।”
“नासरत-निवासी येशु! हमें आपसे क्या काम? क्या आप हमें नष्ट करने आए हैं? मैं जानता हूँ कि आप कौन हैं : परमेश्वर के भेजे हुए पवित्र जन!”
अशुद्ध आत्माएँ भी येशु को देखते ही उनके सम्मुख गिर पड़तीं और चिल्लाकर कहती थीं, “आप परमेश्वर के पुत्र हैं।”
ऊंचे स्वर से चिल्लाया, “हे येशु! सर्वोच्च परमेश्वर के पुत्र! मुझ से आप को क्या काम? आप को परमेश्वर की शपथ, मुझे न सताइए।”
“हे येशु, नासरत-निवासी! हमें आपसे क्या काम? क्या आप हमें नष्ट करने आए हैं? मैं जानता हूँ कि आप कौन हैं−परमेश्वर के भेजे हुए पवित्र जन!”
भूत बहुतों में से यह चिल्लाते हुए निकले, “आप परमेश्वर के पुत्र हैं।” परन्तु येशु ने उन को डाँटा और उन्हें बोलने से रोका, क्योंकि भूत जानते थे कि वह मसीह हैं।
वह येशु को देख कर चिल्ला उठा और दण्डवत् कर ऊंचे स्वर से बोला, “येशु! सर्वोच्च परमेश्वर के पुत्र! मुझ से आप को क्या काम? मैं आप से विनती करता हूँ, मुझे न सताइए”;
येशु ने उत्तर दिया, “हे नारी, मुझे आप यह क्यों बता रही हैं? अभी मेरा समय नहीं आया है।”
वह पौलुस और हम लोगों के पीछे लग गई और चिल्लाने लगी, “ये लोग सर्वोच्च परमेश्वर के सेवक हैं और आप लोगों को मुक्ति का मार्ग बताते हैं।”
तुम विश्वास करते हो कि केवल एक परमेश्वर है। अच्छा करते हो। दुष्ट आत्माएं भी ऐसा विश्वास करती हैं और काँपती रहती हैं।
स्मरण रखें : परमेश्वर ने पापी स्वर्गदूतों को भी क्षमा नहीं किया, बल्कि उन्हें नरक के अंधकार में न्याय-दिवस के लिए जंजीरों में जकड़ दिया है।
जिन स्वर्गदूतों ने अपनी मर्यादा का उल्लंघन किया और अपना निजी निवासस्थान छोड़ दिया, परमेश्वर उन्हें न्याय के महान् दिन के लिए नरक के अन्धकार में अकाट्य बेड़ियों से बांधे रखता है।
यिफ्ताह ने अम्मोनियों के राजा के पास दूतों के हाथ से यह सन्देश भेजा : ‘इस्राएलियों ने क्या अपराध किया है कि आप मेरे देश से युद्ध करने के लिए आए हैं?’