मत्ती 8:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उन से कहा, “अल्पविश्वासियो! डरते क्यों हो?” तब उन्होंने उठ कर वायु और झील को डाँटा और पूर्ण शान्ति छा गयी। पवित्र बाइबल तब यीशु ने उनसे कहा, “अरे अल्प विश्वासियों! तुम इतने डरे हुए क्यों हो?” तब उसने खड़े होकर तूफान और झील को डाँटा और चारों तरफ़ शांति छा गयी। Hindi Holy Bible उस ने उन से कहा; हे अल्पविश्वासियों, क्यों डरते हो? तब उस ने उठकर आन्धी और पानी को डांटा, और सब शान्त हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उनसे कहा, “हे अल्पविश्वासियो, क्यों डरते हो?” तब उसने उठकर आँधी और पानी को डाँटा, और सब शान्त हो गया। नवीन हिंदी बाइबल उसने उनसे कहा,“हे अल्पविश्वासियो, तुम क्यों डरते हो?” तब उसने उठकर आँधी और झील को डाँटा और बड़ी शांति छा गई। सरल हिन्दी बाइबल येशु ने उनसे कहा, “क्यों डर रहे हो, अल्पविश्वासियो!” वह उठे और उन्होंने आंधी और झील को डांटा, और उसी क्षण ही पूरी शांति छा गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उनसे कहा, “हे अल्पविश्वासियों, क्यों डरते हो?” तब उसने उठकर आँधी और पानी को डाँटा, और सब शान्त हो गया। |
जिसने अपनी प्रतापी भुजा से मूसा के दाहिने हाथ को नेतृत्व के लिए सामर्थ्य प्रदान किया था; अपने नाम को अमर करने के लिए जिसने हमारी आंखों के सामने समुद्र को दो भागों में विभक्त कर दिया था,
वह जल को सुखानेवाला है; उसकी डांट से समुद्र, और समस्त नदियाँ सूख जाती हैं। तब बाशान का कछार और कर्मेल का हरित पहाड़ी क्षेत्र मुरझा जाते हैं, लबानोन का हरा-भरा प्रदेश कुम्हला जाता है।
प्रभु, तू अपने अश्वों पर, अपने विजयी रथों पर क्यों सवार है? क्या तेरा कोप सरिताओं के प्रति है? क्या तू नदियों से नाराज है? क्या तू समुद्र से क्रुद्ध है?
यह जान कर येशु ने उन से कहा, “अल्पविश्वासियो! तुम यह क्यों सोचते हो कि हमारे पास रोटियाँ नहीं हैं।
येशु ने उन से कहा, “अपने विश्वास की कमी के कारण। मैं तुम से सच कहता हूँ − यदि तुम्हारा विश्वास राई के दाने के बराबर भी हो, तो यदि तुम इस पहाड़ से यह कहोगे, ‘यहाँ से वहाँ हट जा’, तो यह हट जाएगा; और तुम्हारे लिए कुछ भी असम्भव नहीं होगा।
ओ अल्पविश्वासियो! यदि परमेश्वर मैदान की घास को, जो आज भर है और कल आग में झोंक दी जाएगी, इस प्रकार पहनाता है, तो वह तुम्हें क्यों नहीं पहनाएगा?
इस पर वे लोग अचम्भे में पड़ गये, और बोल उठे, “आखिर यह कैसे मनुष्य हैं? वायु और समुद्र भी इनकी आज्ञा मानते हैं।”
येशु ने यह कहते हुए उसे डाँटा, “चुप रह, और इस मनुष्य से बाहर निकल जा।” भूत ने सब के सामने उस मनुष्य को भूमि पर पटका और उसकी कोई हानि किये बिना वह उसमें से निकल गया।
उन्हें परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर सन्देह नहीं हुआ, बल्कि उन्होंने अपने विश्वास की दृढ़ता द्वारा परमेश्वर का सम्मान किया।
वह हाथ में एक खुली पुस्तिका लिये था। उसने अपना दाहिना पैर समुद्र पर रखा और बायाँ पैर पृथ्वी पर।