प्रभु के वचन से डरनेवाले लोगो, प्रभु का यह वचन सुनो : ‘तुम्हारे जाति-भाई जो तुमसे घृणा करते हैं, जो तुम्हें मेरे नाम के कारण सभागृह से बहिष्कृत करते हैं, और यह कहते हैं : “प्रभु की महिमा हो, कि हम भी तुम्हारे आनन्द को देखें।” तुम्हारे ये जाति-भाई ही लज्जित होंगे।
“दोष न लगाओ तो तुम पर भी दोष नहीं लगाया जाएगा। किसी के विरुद्ध निर्णय न दो तो तुम्हारे विरुद्ध भी निर्णय नहीं दिया जाएगा। क्षमा करो तो तुम्हें भी क्षमा मिल जाएगी।