ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




मत्ती 5:35 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

न पृथ्‍वी की, क्‍योंकि वह उसका पायदान है; न यरूशलेम की, क्‍योंकि वह राजाधिराज का नगर है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

धरती की शपथ मत ले क्योंकि यह उसकी पाँव की चौकी है। यरूशलेम की शपथ मत ले क्योंकि यह महा सम्राट का नगर हैं।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

न धरती की, क्योंकि वह उसके पांवों की चौकी है; न यरूशलेम की, क्योंकि वह महाराजा का नगर है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

न धरती की, क्योंकि वह उसके पाँवों की चौकी है; न यरूशलेम की, क्योंकि वह महाराजा का नगर है।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

न धरती की, क्योंकि वह उसके पैरों की चौकी है; न यरूशलेम की, क्योंकि वह महाराजाधिराज का नगर है;

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

न पृथ्वी की, क्योंकि वह उनके चरणों की चौकी है, न येरूशलेम की, क्योंकि वह राजाधिराज का नगर है

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

न धरती की, क्योंकि वह उसके पाँवों की चौकी है; न यरूशलेम की, क्योंकि वह महाराजा का नगर है। (यशा. 66:1)

अध्याय देखें



मत्ती 5:35
10 क्रॉस रेफरेंस  

किन्‍तु मैंने यरूशलेम में अपना नाम प्रतिष्‍ठित करने के लिए उसको चुना। मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों पर शासन करने के लिए दाऊद को चुना।”


उसका पवित्र पर्वत, जिसकी उठान सुन्‍दर है, समस्‍त पृथ्‍वी के हर्ष का कारण है। सियोन पर्वत श्रेष्‍ठ पर्वत है, और वह राजाधिराज का नगर है।


प्रभु इस्राएल के समस्‍त निवास-स्‍थानों से अधिक सियोन के द्वारों से प्रेम करता है।


हमारे प्रभु परमेश्‍वर का गुणगान करो; उसके चरणों की चौकी के सम्‍मुख वन्‍दना करो। वह पवित्र है!


प्रभु यों कहता है : ‘आकाश मेरा सिंहासन है और पृथ्‍वी मेरे चरणों की चौकी है! तब तुम मेरे लिए कैसा घर बनाओगे? वह स्‍थान कहाँ है, जहाँ मैं विश्राम कर सकता हूं?’


धोखा देनेवाला व्यक्‍ति शापित हो। उसके रेवड़ में स्‍वस्‍थ नर पशु है। उसने उसे चढ़ाने की मन्नत मांगी, पर चढ़ाया अपने प्रभु को−वर्जित विकृत पशु! स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘मैं समस्‍त पृथ्‍वी का सम्राट हूँ। समस्‍त राष्‍ट्र मेरे नाम के प्रति श्रद्धा-भक्‍ति प्रकट करते हैं।


और न अपने सिर की शपथ खाना, क्‍योंकि तुम इसका एक भी बाल सफेद या काला नहीं कर सकते।


‘आकाश मेरा सिंहासन है और पृथ्‍वी मेरे चरणों की चौकी। प्रभु कहता है- तुम मेरे लिए कैसा मन्‍दिर बनाओगे? मेरा विश्राम-स्‍थल कहाँ होगा?


मैं आत्‍मा से आविष्‍ट हो गया और स्‍वर्गदूत ने मुझे एक विशाल तथा ऊंचे पर्वत पर ले जा कर पवित्र नगरी यरूशलेम दिखायी। वह स्‍वर्ग से परमेश्‍वर के यहाँ से उतर रही थी।


मैंने पवित्र नगरी, नवीन यरूशलेम को परमेश्‍वर के यहाँ से आकाश में उतरते देखा। वह अपने दूल्‍हे के लिए सजायी हुई दुलहन की तरह अलंकृत थी।