अपनी धार्मिकता के कारण अपनी व्यवस्था को महिमा देने के लिए, उसको गौरव प्रदान करने के लिए प्रभु अपने सेवक इस्राएल से प्रसन्न हुआ था।
मत्ती 5:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “यह न समझो कि मैं व्यवस्था अथवा नबियों के लेखों को रद्द करने आया हूँ। उन्हें रद्द करने नहीं, बल्कि पूरा करने आया हूँ। पवित्र बाइबल “यह मत सोचो कि मैं मूसा के धर्म-नियम या भविष्यवक्ताओं के लिखे को नष्ट करने आया हूँ। मैं उन्हें नष्ट करने नहीं बल्कि उन्हें पूर्ण करने आया हूँ। Hindi Holy Bible यह न समझो, कि मैं व्यवस्था था भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों को लोप करने आया हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यह न समझो, कि मैं व्यवस्था या भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों को लोप करने आया हूँ, लोप करने नहीं, परन्तु पूरा करने आया हूँ। नवीन हिंदी बाइबल “यह न समझो कि मैं व्यवस्था या भविष्यवक्ताओं के लेखों को नष्ट करने आया हूँ; नष्ट करने नहीं, बल्कि उन्हें पूरा करने आया हूँ। सरल हिन्दी बाइबल “अपने मन से यह विचार निकाल दो कि मेरे आने का उद्देश्य व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं के लेखों को व्यर्थ साबित करना है—उन्हें पूरा करना ही मेरा उद्देश्य है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यह न समझो, कि मैं व्यवस्था या भविष्यद्वक्ताओं की शिक्षाओं को लोप करने आया हूँ, लोप करने नहीं, परन्तु पूरा करने आया हूँ। (रोम. 10:4) |
अपनी धार्मिकता के कारण अपनी व्यवस्था को महिमा देने के लिए, उसको गौरव प्रदान करने के लिए प्रभु अपने सेवक इस्राएल से प्रसन्न हुआ था।
परन्तु येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “अभी ऐसा ही होने दीजिए। यह हमारे लिए उचित है कि हम इसी तरह सब धार्मिकता को पूरा करें।” इस पर योहन ने येशु की बात मान ली।
“हर समय दूसरों से अपने प्रति जैसा व्यवहार चाहते हो, तुम भी उनके प्रति वैसा ही व्यवहार किया करो; क्योंकि व्यवस्था-ग्रन्थ और नबियों की यही शिक्षा है।
“आकाश और पृथ्वी टल जाएँ, तो टल जाएँ, परन्तु व्यवस्था का एक बिन्दु भी नहीं मिट सकता।
व्यवस्था में मूसा ने हमें ऐसी स्त्रियों को पत्थरों से मार डालने का आदेश दिया है। आप इसके विषय में क्या कहते हैं?”
उन्होंने यह आरोप लगाया, “यह व्यक्ति परमेश्वर की ऐसी उपासना-पद्धति सिखलाता है, जो व्यवस्था के विरुद्ध है।”
चिल्लाने लगे, “इस्राएली भाइयो! हमारी सहायता कीजिये! यह वही व्यक्ति है, जो सब जगह सब लोगों में ऐसी शिक्षा का प्रचार करता है, जो हमारी जाति, हमारी व्यवस्था और इस मन्दिर के विरुद्ध है। यही नहीं, इसने यूनानियों को मन्दिर में लाकर इस पवित्र स्थान को भ्रष्ट कर दिया है।”
वहां उन्होंने झूठे गवाहों को खड़ा किया, जो बोले, “यह व्यक्ति सदा इस पवित्र मन्दिर तथा मूसा की व्यवस्था की निन्दा करता है।
क्योंकि मसीह व्यवस्था को परिपूर्णता तक पहुँचाते हैं और प्रत्येक विश्वास करने वाले को धार्मिकता प्रदान करते हैं।
तो, क्या हम इस विश्वास द्वारा व्यवस्था को रद्द करते हैं? कदापि नहीं! हम व्यवस्था की पुष्टि करते हैं।
जिससे हम लोगों में—जो कि शारीरिक स्वभाव के अनुसार नहीं, बल्कि आत्मा के अनुसार आचरण करते हैं—धार्मिकता के संबंध में व्यवस्था की मांग पूर्ण हो जाए।