जब अहीतोफल ने यह देखा कि उसकी सलाह के अनुसार कार्य नहीं किया गया, तब उसने अपने गधे पर काठी कसी और अपने घर, अपने नगर को चला गया। वहाँ उसने अपने घर की व्यवस्था की। उसके बाद उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसको उसके पिता की कबर में गाड़ा गया।
मत्ती 27:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस पर यूदस ने चाँदी के सिक्के मन्दिर में फेंक दिये और वहाँ से चला गया। तब जा कर उसने फांसी लगा ली। पवित्र बाइबल इस पर यहूदा चाँदी के उन सिक्कों को मन्दिर के भीतर फेंक कर चला गया और फिर बाहर जाकर अपने को फाँसी लगा दी। Hindi Holy Bible तब वह उन सिक्कों मन्दिर में फेंककर चला गया, और जाकर अपने आप को फांसी दी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वह उन सिक्कों को मन्दिर में फेंककर चला गया, और जाकर अपने आप को फाँसी दी। नवीन हिंदी बाइबल तब वह चाँदी के उन सिक्कों को मंदिर में फेंककर चला गया, और जाकर अपने आपको फाँसी लगा ली। सरल हिन्दी बाइबल वे सिक्के मंदिर में फेंक यहूदाह चला गया और जाकर फांसी लगा ली. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वह उन सिक्कों को मन्दिर में फेंककर चला गया, और जाकर अपने आपको फांसी दी। |
जब अहीतोफल ने यह देखा कि उसकी सलाह के अनुसार कार्य नहीं किया गया, तब उसने अपने गधे पर काठी कसी और अपने घर, अपने नगर को चला गया। वहाँ उसने अपने घर की व्यवस्था की। उसके बाद उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसको उसके पिता की कबर में गाड़ा गया।
जब जिम्री को पता चला कि नगर पर शत्रुओं का अधिकार हो गया है, तब वह राजमहल की गढ़ी में आया। उसने राजमहल में आग लगा दी और यों आग में जल कर आत्महत्या कर ली।
उसकी पत्नी ने उससे कहा, ‘क्या तुम अब भी अपने आदर्श पर अटल हो? परमेश्वर को कोसो, और मर जाओ।’
मैं इतना भयभीत हो जाता हूं, कि मैं अपना ही गला घोंटना चाहता हूं। मुझे ऐसे जीवन से अधिक मृत्यु की कामना होने लगती है।
परमेश्वर, तू उन्हें विनाश के गर्त्त में डालेगा; रक्त-पिपासु और कपटी मनुष्य आधी आयु भी व्यतीत न कर पाएंगे। पर मैं तुझ पर ही भरोसा करूंगा।
“इस व्यक्ति ने कहा था, ‘मैं परमेश्वर का मन्दिर ढा सकता हूँ और तीन दिनों में उसे फिर बना सकता हूँ।”
महापुरोहितों ने चाँदी के सिक्के उठा कर कहा, “इन्हें खजाने में जमा करना उचित नहीं है, यह तो रक्त की कीमत है।”
जनसमूह जकर्याह की बाट जोह रहा था और आश्चर्य कर रहा था कि वह मन्दिर में इतनी देर क्यों लगा रहा है।
तब पुरोहितों की प्रथा के अनुसार उसके नाम चिट्ठी निकली कि वह प्रभु के मन्दिर में प्रवेश कर धूप जलाए।
अबीमेलक ने अपने शस्त्र-वाहक युवक को अविलम्ब बुलाया, और उससे कहा, ‘ऐसा न हो कि लोग मेरे विषय में यह कहें, “अबीमेलक का वध एक स्त्री ने किया” , इसलिए तू अपनी तलवार खींच और मुझे मार डाल।’ तब अबीमेलक के शस्त्र-वाहक युवक ने उसके शरीर में तलवार बेध दी, और अबीमेलक मर गया।