पर उसके प्राण याकूब की पुत्री पर मुग्ध हो गए। वह लड़की से प्रेम करने लगा। उसने उससे मधुर बातें कीं।
मत्ती 19:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और कहा कि ‘इस कारण पुरुष अपने माता-पिता को छोड़ेगा और अपनी पत्नी के साथ रहेगा, और वे दोनों एक शरीर होंगे’? पवित्र बाइबल और कहा था ‘इसी कारण अपने माता-पिता को छोड़ कर पुरुष अपनी पत्नी के साथ दो होते हुए भी एक शरीर होकर रहेगा।’ Hindi Holy Bible कि इस कारण मनुष्य अपने माता पिता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक तन होंगे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ‘इस कारण मनुष्य अपने माता–पिता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक तन होंगे?’ नवीन हिंदी बाइबल और कहा :इस कारण पुरुष अपने पिता और अपनी माता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ मिला रहेगा, और वे दोनों एक तन होंगे। सरल हिन्दी बाइबल और कहा, ‘इस कारण पुरुष अपने माता-पिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा तथा वे दोनों एक देह होंगे.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ‘इस कारण मनुष्य अपने माता पिता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक तन होंगे?’ |
पर उसके प्राण याकूब की पुत्री पर मुग्ध हो गए। वह लड़की से प्रेम करने लगा। उसने उससे मधुर बातें कीं।
ओ मेरे भाई योनातन, मैं तेरे लिए कितना दु: खी हूँ। तू मुझे कितना प्रिय था! मेरे प्रति तेरा प्रेम अद्भुत था! वह स्त्री के प्रेम से बढ़कर था।
इस्राएल के प्रभु परमेश्वर ने इन जातियों के विषय में यह आज्ञा दी थी, ‘तुम इन जातियों से विवाह-सम्बन्ध स्थापित नहीं करना और न ये जातियां तुमसे विवाह-सम्बन्ध स्थापित करेंगी, क्योंकि इनकी पुत्रियाँ अपने देवताओं की ओर तुम्हें निश्चय ही उन्मुख कर देंगी।’ परन्तु सुलेमान उनके प्रेम में डूब गया।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
इस प्रकार अब वे दो नहीं, बल्कि एक शरीर हैं। इसलिए जिसे परमेश्वर ने जोड़ा है, उसे मनुष्य अलग नहीं करे।”
क्या आप लोग यह नहीं जानते कि जिसका मिलन वेश्या से होता है, वह उसके साथ एक शरीर हो जाता है? क्योंकि धर्मग्रन्थ कहता है, “वे दोनों एक शरीर हो जायेंगे।”
पत्नी का अपने शरीर पर अधिकार नहीं, वह पति का है और उसी प्रकार पति का भी अपने शरीर पर अधिकार नहीं, वह पत्नी का है।
धर्मग्रन्थ में लिखा है, “इस कारण पुरुष अपने माता-पिता को छोड़ेगा और अपनी पत्नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक देह होंगे।”
‘तू प्रभु परमेश्वर की भक्ति करना। तू उसकी आराधना करना, और उससे ही सम्बद्ध रहना। तू केवल उसके नाम की शपथ खाना।
‘यदि तुम इन सब आज्ञाओं का निश्चय ही पालन करोगे, जिनका आदेश आज मैं तुम्हें दे रहा हूँ, उनको व्यवहार में लाओगे, अपने प्रभु परमेश्वर से प्रेम करोगे, उसके मार्ग पर चलोगे, और उससे सम्बद्ध रहोगे,
जब दाऊद ने शाऊल से वार्तालाप समाप्त किया, तब योनातन के प्राण दाऊद के प्राण से जुड़ गए! योनातन उसे अपने प्राण के समान प्रेम करने लगा।