अपनी धन-सम्पत्ति पर भरोसा करनेवाला सूखे पत्ते के समान झड़ जाता है; पर धार्मिक मनुष्य नए पत्ते के समान लहलहाता है।
मत्ती 19:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : धनवान के लिए स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। पवित्र बाइबल यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “मैं तुमसे सत्य कहता हूँ कि एक धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कर पाना कठिन है। Hindi Holy Bible तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। नवीन हिंदी बाइबल तब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा,“मैं तुमसे सच कहता हूँ कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। सरल हिन्दी बाइबल अपने शिष्यों से उन्मुख हो येशु ने कहा, “मैं तुम पर एक सच प्रकट कर रहा हूं; किसी धनी व्यक्ति का स्वर्ग-राज्य में प्रवेश कठिन है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। |
अपनी धन-सम्पत्ति पर भरोसा करनेवाला सूखे पत्ते के समान झड़ जाता है; पर धार्मिक मनुष्य नए पत्ते के समान लहलहाता है।
जो काँटों में बोया गया है : यह वह है, जो वचन सुनता है; परन्तु संसार की चिन्ता और धन का मोह वचन को दबा देता है और वह फल नहीं लाता।
कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, जब तक तुम में परिवर्तन न हो और तुम बच्चों के समान न बनो, तो तुम स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकते।
दोनों में से किसने अपने पिता की इच्छा पूरी की?” उन्होंने येशु को उत्तर दिया, “पहले ने।” इस पर येशु ने उन से कहा, “मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : चुंगी-अधिकारी और वेश्याएँ तुम लोगों से पहले परमेश्वर के राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।
मैं तुम लोगों से कहता हूँ, यदि तुम्हारी धार्मिकता शास्त्रियों और फरीसियों की धार्मिकता से गहरी नहीं हुई, तो तुम स्वर्गराज्य में प्रवेश नहीं कर सकोगे।
येशु ने चारों ओर दृष्टि दौड़ायी और अपने शिष्यों से कहा, “धनवानों के लिए परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कितना कठिन होगा!”
येशु ने उसे उदास देख कर कहा, “धनवानों के लिए परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कितना कठिन है!
येशु ने उसे उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ, जब तक कोई ऊपर से† जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर का राज्य नहीं देख सकता।”
येशु ने उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ; जब तक कोई जल और आत्मा से जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता।
वे शिष्यों का मन सुदृढ़ करते और उन्हें विश्वास में स्थिर रहने के लिए प्रोत्साहित करते थे, और कहते थे कि हमें बहुत-से कष्ट सह कर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना है।
भाइयो और बहिनो! इस बात पर विचार कीजिए कि बुलाये जाते समय संसार की दृष्टि में आप लोगों में से बहुत कम लोग ज्ञानी, शक्तिशाली अथवा कुलीन थे।
तब भी आपने दरिद्र का तिरस्कार किया है। क्या धनी आप लोगों का शोषण नहीं करते और आप को अदालतों में घसीट कर नहीं ले जाते?