उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
मत्ती 11:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस समय येशु ने कहा, “पिता! स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु! मैं तेरी स्तुति करता हूँ; क्योंकि तूने इन सब बातों को ज्ञानियों और बुद्धिमानों से गुप्त रखा; किन्तु बच्चों पर प्रकट किया है। पवित्र बाइबल उस अवसर पर यीशु बोला, “परम पिता, तू स्वर्ग और धरती का स्वामी है, मैं तेरी स्तुति करता हूँ क्योंकि तूने इन बातों को, उनसे जो ज्ञानी हैं और समझदार हैं, छिपा कर रखा है। और जो भोले भाले हैं उनके लिए प्रकट किया है। Hindi Holy Bible उसी समय यीशु ने कहा, हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु; मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसी समय यीशु ने कहा, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है। नवीन हिंदी बाइबल उसी समय यीशु ने कहा,“हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरी स्तुति करता हूँ, क्योंकि तूने इन बातों को बुद्धिमानों और समझदारों से छिपाया और बच्चों पर प्रकट किया है; सरल हिन्दी बाइबल यह वह अवसर था जब येशु ने इस प्रकार कहा: “पिता! स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी, मैं आपकी स्तुति करता हूं कि आपने ये सभी सच बुद्धिमानों और ज्ञानियों से छुपा रखे और नन्हे बालकों पर प्रकट कर दिए क्योंकि पिता, आपकी दृष्टि में यही अच्छा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसी समय यीशु ने कहा, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ, कि तूने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है। |
उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
अब्राम ने सदोम के राजा को उत्तर दिया, ‘मैंने आकाश और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता, सर्वोच्च प्रभु परमेश्वर की शपथ खाई है
हिजकियाह ने प्रभु के सम्मुख यह प्रार्थना की। उसने कहा, ‘हे इस्राएल के प्रभु परमेश्वर! तू करूबों पर विराजमान है। केवल तू ही पृथ्वी के समस्त राज्यों का परमेश्वर है। तूने ही पृथ्वी और आकाश को बनाया है।
अत: मनुष्य उसके प्रति भयभाव रखते हैं; पर जो मनुष्य स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानते हैं, वह उन पर दृष्टि भी नहीं करता!’
शिशुओं और बच्चों के मुख से तेरी स्तुति होती है। अपने बैरियों के कारण, अपने शत्रु और प्रतिशोधी का अंत करने के लिए तूने एक गढ़ बनाया है।
प्रभु यों कहता है : ‘आकाश मेरा सिंहासन है और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है! तब तुम मेरे लिए कैसा घर बनाओगे? वह स्थान कहाँ है, जहाँ मैं विश्राम कर सकता हूं?’
‘हे परमेश्वर, मेरे पूर्वजों के परमेश्वर, मैं तुझे धन्यवाद देता, और तेरी स्तुति करता हूं। तूने ही मुझे बुद्धि और बल प्रदान किया है; और अब तूने उस रहस्य को हम पर प्रकट किया, जो हमने तुझ से मांगा था; तूने हमें राजा का स्वप्न बता दिया।’
पृथ्वी के समस्त निवासी उसके सम्मुख नगण्य हैं; वह स्वर्ग की सेना में, पृथ्वी के प्राणियों के मध्य, अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करता है। कोई उसका हाथ रोक नहीं सकता, और न प्रश्न पूछने का साहस कर सकता है, कि “तूने यह क्या किया?’ ”
इस पर येशु ने उससे कहा, “सिमोन, योना के पुत्र! तुम धन्य हो, क्योंकि किसी निरे मनुष्य ने नहीं, बल्कि मेरे स्वर्गिक पिता ने तुम पर यह प्रकट किया है।
वे येशु से बोले, “क्या तुम सुन रहे हो कि ये क्या कह रहे हैं?” येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “हाँ, सुन रहा हूँ। क्या तुम लोगों ने धर्मग्रन्थ में यह नहीं पढ़ा, ‘बालकों और दुधमुँहे बच्चों के मुख से तूने अपना गुणगान कराया’?”
“पिता! यदि तू चाहे, तो यह प्याला मुझ से हटा ले। फिर भी मेरी नहीं, किन्तु तेरी इच्छा पूरी हो।” [
[येशु ने कहा, “पिता! इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं।”] तब उन्होंने चििट्ठयाँ डाल कर येशु के वस्त्र आपस में बाँट लिये।
इस पर लोगों ने पत्थर हटा दिया। येशु ने आँखें ऊपर उठा कर कहा, “पिता! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ; तूने मेरी प्रार्थना सुन ली है।
“अब मेरी आत्मा व्याकुल है। क्या मैं यह कहूँ, ‘पिता! इस घड़ी के संकट से मुझे बचा’? किन्तु इसी कारण मैं इस घड़ी तक पहुँचा हूँ।
पिता! अपने नाम की महिमा कर।” उसी समय स्वर्ग से यह वाणी सुनाई पड़ी, “मैंने अपने नाम की महिमा की है, और फिर उसकी महिमा करूँगा।”
“जिस परमेश्वर ने विश्व तथा उसमें जो कुछ है, वह सब बनाया है, और जो आकाश और पृथ्वी का प्रभु है, वह हाथ से बनाये हुए मन्दिरों में निवास नहीं करता।
परमेश्वर ने अपने आत्मा द्वारा हम पर वही प्रकट किया है, क्योंकि आत्मा सब कुछ की, परमेश्वर के रहस्य की भी, थाह लेता है।
इस्राएलियों की बुद्धि कुण्ठित हो गयी थी और आज भी, जब प्राचीन विधान पढ़ कर सुनाया जाता है, तो वही परदा पड़ा रहता है। वह पड़ा रहता है, क्योंकि मसीह ही उसे हटा सकते हैं।