चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता है!
भजन संहिता 92:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कि यद्यपि दुर्जन घास के सदृश हरे-भरे रहते हैं, समस्त कुकर्मी फलते-फूलते हैं, तो भी वे सदा-सर्वदा के लिए नष्ट हो जाएंगे, पवित्र बाइबल दुष्ट जन घास की तरह जीते और मरते हैं। वे जो भी कुछ व्यर्थ कार्य करते हैं, उन्हें सदा सर्वदा के लिये मिटाया जायेगा। Hindi Holy Bible कि दुष्ट जो घास की नाईं फूलते- फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है, कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएं, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि दुष्ट जो घास के समान फूलते–फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है कि वे सर्वदा के लिये नष्ट हो जाएँ, नवीन हिंदी बाइबल चाहे दुष्ट घास के समान फूले-फलें, और सब अनर्थकारी समृद्ध हो जाएँ, फिर भी वे सर्वदा के लिए नष्ट हो जाएँगे; सरल हिन्दी बाइबल यद्यपि दुष्ट घास के समान अंकुरित तो होते हैं और समस्त दुष्ट उन्नति भी करते हैं, किंतु उनकी नियति अनंत विनाश ही है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि दुष्ट जो घास के समान फूलते-फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिए होता है, कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएँ, |
चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता है!
अज्ञानी मार्ग से भटक जाते हैं, और उनका भटकना मृत्यु का कारण बनता है; मूर्खों का आत्म-सन्तोष उनके विनाश का कारण होता है।
उनके निवासी, जिनके हाथों में बल नहीं था, पराजित और निराश थे। वे मैदान के पौधों के सदृश कोमल घास के समान थे। वे मकान की छत की घास के समान थे, जो पल्लवित होने के पूर्व ही सूख जाती है।
अब हम अभिमानी लोगों को धन्य कहेंगे। दुष्कर्मी न केवल जीवन में सफल होते हैं, वरन् जब वे परमेश्वर को परखते हैं तब भी वे बच जाते हैं।” ?’
देखो, वह दिन आ रहा है, जो धधकते तन्दूर के समान है। उस दिन सब अभिमानी और दुष्कर्मी भूसे के सदृश भस्म हो जाएंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता है: ‘आनेवाला दिन उन्हें जलाकर राख कर देगा, वे जड़-मूल से नष्ट हो जाएंगे।
क्योंकि धर्मग्रन्थ में लिखा है- “समस्त शरीरधारी घास के सदृश हैं और उनका सौन्दर्य घास के फूल की तरह। घास मुरझाती है और फूल झड़ता है,