तब प्रभु परमेश्वर ने मनुष्य को भूमि की मिट्टी से गढ़ा तथा उसके नथुनों में जीवन का श्वास फूँका और मनुष्य एक जीवित प्राणी बन गया।
भजन संहिता 8:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो भी तूने उसे ईश्वर से कुछ घटकर बनाया, और उसे महिमा और सम्मान का मुकुट पहनाया। पवित्र बाइबल किन्तु तेरे लिये मनुष्य महत्वपूर्ण है! तूने मनुष्य को ईश्वर का प्रतिरुप बनाया है, और उनके सिर पर महिमा और सम्मान का मुकुट रखा है। Hindi Holy Bible क्योंकि तू ने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि तू ने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है। नवीन हिंदी बाइबल तूने तो उसे परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और उस पर महिमा और आदर का मुकुट रखा है। सरल हिन्दी बाइबल आपने मनुष्य को सम्मान और वैभव का मुकुट पहनाया, क्योंकि आपने उसे स्वर्गदूतों से थोड़ा ही कम बनाया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि तूने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है। |
तब प्रभु परमेश्वर ने मनुष्य को भूमि की मिट्टी से गढ़ा तथा उसके नथुनों में जीवन का श्वास फूँका और मनुष्य एक जीवित प्राणी बन गया।
तब अबशालोम ने योआब के पास सन्देश भेजा और उसे बुलाया। वह योआब को राजा के पास भेजना चाहता था। पर योआब उसके पास नहीं आया। अबशालोम ने दूसरी बार सन्देश भेजा। तब भी वह आने को तैयार नहीं हुआ।
ओ प्रभु के स्वर्गदूतो, महान शक्तिशालियो, तुम उसका वचन सुनकर उसके अनुसार कार्य करते हो, प्रभु को धन्य कहो!
हे प्रभु, मानव क्या है, कि तू उस पर ध्यान दे? मत्र्य मनुष्य क्या है कि तू उसकी चिन्ता करे?
आपका सिंहासन युग-युगांत स्थिर है, जो परमेश्वर ने आप को दिया है। आपका राजदण्ड न्याय का राजदण्ड है।
परमेश्वर ने उन्हें प्रत्येक आधिपत्य, अधिकार, शक्ति, प्रभुत्व एवं नामी पद से बहुत ऊपर स्थान दिया-चाहे ये इस युग के हों अथवा आने वाले युग के।
तूने उसे स्वर्गदूतों से कुछ काल के लिए छोटा बनाया और उसे महिमा तथा सम्मान का मुकुट पहनाया।
परन्तु हम यह देखते हैं कि येशु कुछ काल के लिए स्वर्गदूतों से छोटे बनाए गए थे, किन्तु मृत्यु की यन्त्रणा सहने के कारण येशु को महिमा और सम्मान का मुकुट पहनाया गया है। इस प्रकार वह परमेश्वर की कृपा से प्रत्येक मनुष्य के लिए मृत्यु का स्वाद चख सके।