हमारे पूर्वजों ने तलवार से धरती पर अधिकार नहीं किया था, और न अपने भुजबल से विजय प्राप्त की थी, वरन् तेरे दाहिने हाथ ने, तेरी भुजा ने, तेरे मुख की ज्योति ने; क्योंकि तब तू उनसे प्रसन्न था।
भजन संहिता 78:54 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब वह उन्हें अपनी पवित्र भूमि पर, पर्वत पर ले आया जिसको उसने अपने भुजबल से जीता था। पवित्र बाइबल परमेश्वर अपने निज भक्तों को अपनी पवित्र धरती पर ले आया। उसने उन्हें उस पर्वत पर लाया जिसे उसने अपनी ही शक्ति से पाया। Hindi Holy Bible और उसने उन को अपने पवित्र देश के सिवाने तक, इसी पहाड़ी देश में पहुंचाया, जो उसने अपने दाहिने हाथ से प्राप्त किया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उनको अपने पवित्र देश की सीमा तक, इसी पहाड़ी देश में पहुँचाया, जो उसने अपने दाहिने हाथ से प्राप्त किया था। नवीन हिंदी बाइबल वह उन्हें अपने पवित्र देश अर्थात् इस पहाड़ी देश में ले आया, जिसे उसने अपने दाहिने हाथ से प्राप्त किया था। सरल हिन्दी बाइबल यह सब करते हुए परमेश्वर उन्हें अपनी पवित्र भूमि की सीमा तक, उस पर्वतीय भूमि तक ले आए जिस पर उनके दायें हाथ ने अपने अधीन किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने उनको अपने पवित्र देश की सीमा तक, इसी पहाड़ी देश में पहुँचाया, जो उसने अपने दाहिने हाथ से प्राप्त किया था। |
हमारे पूर्वजों ने तलवार से धरती पर अधिकार नहीं किया था, और न अपने भुजबल से विजय प्राप्त की थी, वरन् तेरे दाहिने हाथ ने, तेरी भुजा ने, तेरे मुख की ज्योति ने; क्योंकि तब तू उनसे प्रसन्न था।
ओ शिखरोंवाले पर्वत, ईष्र्या से उस पर्वत को क्यों देखते हो, जिस पर बसने की परमेश्वर ने इच्छा की है? निस्सन्देह प्रभु वहां युग-युगान्त निवास करेगा।
‘जिन लोगों को तूने मुक्त किया, उनका, अपनी प्रजा का, तूने करुणा से नेतृत्व किया। तूने अपनी शक्ति से उनका अपने पवित्र निवास स्थान तक मार्गदर्शन किया।
‘हे प्रभु, तू अपने उस पर्वत पर, अपने उस स्थान पर, जिसे तूने अपने निवास-स्थान के लिए बनाया है, उन्हें पहुँचाएगा। हे प्रभु, अपने पवित्र स्थान पर, जिसे तेरे हाथों ने स्थापित किया है, तू उन्हें रोपेगा।
मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
वे मिस्र देश से इस देश में आए। उन्होंने इस देश में प्रवेश किया, और इस पर अधिकार कर लिया। ‘किन्तु उन्होंने तेरी वाणी नहीं सुनी, और तेरी व्यवस्था के अनुसार आचरण नहीं किया। उन्होंने वे कार्य नहीं किये जिनको करने का आदेश तूने उनको दिया था। अत: तूने यह विपत्ति उन पर ढाही।
वह समुद्र और तेजोमय पवित्र पर्वत के मध्य अपने राजसी तम्बू गाड़ेगा। तो भी उसका अन्त होगा ही। उसको बचाने वाला कोई न होगा।
पवित्र आत्मा हमें विरासत की अग्रिम राशि के रूप में उस उद्देश्य से दिया गया है, कि सम्पूर्णता प्राप्त करने पर हमारा पूर्ण विमोचन हो, जिससे परमेश्वर की महिमा और स्तुति हो।