जिस वर्ष नूह छ: सौ वर्ष का हुआ, उसके दूसरे महीने के सत्रहवें दिन अथाह महासागर के झरने फूट पड़े, आकाश के झरोखे खुल गए और
भजन संहिता 78:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर भी परमेश्वर ने ऊंचे आकाश-मण्डल को आदेश दिया, उसने स्वर्ग के द्वार खोल दिए, पवित्र बाइबल किन्तु तब भी परमेश्वर ने उन पर बादल को उघाड़ दिया, उऩके खाने के लिय़े नीचे मन्ना बरसा दिया। यह ठीक वैसे ही हुआ जैसे अम्बर के द्वार खुल जाये और आकाश के कोठे से बाहर अन्न उँडेला हो। Hindi Holy Bible तौभी उसने आकाश को आज्ञा दी, और स्वर्ग के द्वारों को खोला; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी उसने आकाश को आज्ञा दी, और स्वर्ग के द्वारों को खोला; नवीन हिंदी बाइबल फिर भी उसने आकाश के बादलों को आज्ञा दी, और स्वर्ग के द्वार खोल दिए। सरल हिन्दी बाइबल यह होने पर भी उन्होंने आकाश को आदेश दिया और स्वर्ग के झरोखे खोल दिए; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी उसने आकाश को आज्ञा दी, और स्वर्ग के द्वारों को खोला; |
जिस वर्ष नूह छ: सौ वर्ष का हुआ, उसके दूसरे महीने के सत्रहवें दिन अथाह महासागर के झरने फूट पड़े, आकाश के झरोखे खुल गए और
परन्तु सेना-नायक ने यह उत्तर दिया था, ‘यदि स्वयं प्रभु आकाश में झरोखे बनाए तो भी क्या यह बात सम्भव है?’ तब एलीशा ने यह कहा, ‘तुम स्वयं अपनी आंखों से यह देखोगे, पर तुम अन्न को नहीं खा सकोगे।’
सेना-नायक ने जिसके हाथ के सहारे राजा खड़ा था, परमेश्वर के जन से यह कहा, ‘यदि स्वयं प्रभु आकाश में झरोखे बनाए तो भी क्या यह सम्भव है?’ एलीशा ने सेना-नायक को उत्तर दिया, ‘तुम स्वयं अपनी आंखों से यह देखोगे; परन्तु तुम उस अन्न को खा नहीं सकोगे।’
मैं उसको उजाड़ दूंगा; मैं उसको नहीं छांटूंगा, और न कुदाली से खोदकर उसको निराऊंगा। तब उसमें कंटीले झाड़-झंखाड़ उग आएंगे। मैं बादलों को भी आदेश दूंगा, कि वे उस पर पानी न बरसाएँ।
‘मेरे भण्डार-गृह में पूर्ण दशमांश लाओ, जिससे मेरे भवन में भोजन-वस्तु रहे। तब मुझे परखो कि मैं आकाश के झरोखे खोलकर तुम्हारे लिए वर्षा करता हूँ कि नहीं, मैं तुम पर आशिष की वर्षा करता हूँ कि नहीं।’