परन्तु उन्होंने नहीं सुना। जैसे उनके पूर्वज जिद्दी थे, जिन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया था, वैसे ही वे जिद्दी थे।
भजन संहिता 78:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसकी मुक्तिप्रद शक्ति पर भरोसा नहीं किया। पवित्र बाइबल क्यों? क्योंकि लोगों ने उस पर भरोसा नहीं रखा था, उन्हें भरोसा नहीं था, कि परमेश्वर उन्हें बचा सकता है। Hindi Holy Bible इसलिए कि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखा था, न उसकी उद्धार करने की शक्ति पर भरोसा किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये कि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखा था, न उसकी उद्धार करने की शक्ति पर भरोसा किया। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि उन्होंने न तो परमेश्वर पर विश्वास किया था, और न ही उसके उद्धार पर भरोसा रखा था। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि उन्होंने न तो परमेश्वर में विश्वास किया और न उनके उद्धार पर भरोसा किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए कि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखा था, न उसकी उद्धार करने की शक्ति पर भरोसा किया। |
परन्तु उन्होंने नहीं सुना। जैसे उनके पूर्वज जिद्दी थे, जिन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया था, वैसे ही वे जिद्दी थे।
एफ्रइम राज्य की राजधानी सामरी नगर है, और सामरी नगर का राजा बेन-रमल्याह है। मुझ-प्रभु पर दृढ़ विश्वास करो, अन्यथा तुम लोग उसके सामने दृढ़ नहीं रह सकोगे।’ ”
वह किसी की बात पर ध्यान नहीं देती, वह ताड़ना पाने पर भी नहीं सुधरी। वह प्रभु पर भरोसा नहीं करती। वह परमेश्वर की आराधना के लिए उसके मन्दिर में नहीं आती।
और विश्वास के बिना परमेश्वर को प्रसन्न करना, असंभव है। अत: जो परमेश्वर के निकट पहुँचना चाहता है, उसे विश्वास करना आवश्यक है कि परमेश्वर है और वह उन लोगों को प्रतिफल देता है, जो उसकी खोज में लगे रहते हैं।
भाइयो और बहिनो! आप सावधान रहें। आप लोगों में से किसी के मन में इतनी बुराई और अविश्वास न हो कि वह जीवन्त परमेश्वर से विमुख हो जाये।
जो परमेश्वर के पुत्र में विश्वास करता है, उसके हृदय में परमेश्वर की यह साक्षी विद्यमान है। जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता, वह उसे झूठा समझता है; क्योंकि वह पुत्र के विषय में परमेश्वर की साक्षी स्वीकार नहीं करता।
यद्यपि आप लोग यह सब जानते हैं, फिर भी मैं आप को याद दिलाना चाहता हूँ कि प्रभु ने मिस्र देश से इस्राएली प्रजा का अद्वितीय उद्धार करने के बाद भी उन लोगों का विनाश किया, जो विश्वास करने से इनकार करते हैं।