इस हत्या का दोष योआब और उसके समस्त पितृकुल के सिर पर पड़े। योआब का पितृकुल स्राव रोग से मुक्त न हो। उसके पितृकुल में कोढ़ी हों, बैसाखी के सहारे चलनवाले लंगड़े हों। उसके कुल के पुरुष तलवार से मारे जाएँ। उसका पितृकुल रोटी के अभाव में भूखा मर जाए।’
भजन संहिता 7:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं प्रभु की धार्मिकता के लिए उसका स्तुतिगान करूंगा, मैं सर्वोच्च प्रभु के नाम का गुणगान करूँगा। पवित्र बाइबल मैं यहोवा का यश गाता हूँ, क्योंकि वह उत्तम है। मैं यहोवा के सर्वोच्च नाम की स्तुति करता हूँ। Hindi Holy Bible मैं यहोवा के धर्म के अनुसार उसका धन्यवाद करूंगा, और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊंगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं यहोवा के धर्म के अनुसार उसका धन्यवाद करूँगा, और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊँगा। नवीन हिंदी बाइबल मैं यहोवा की धार्मिकता के अनुसार उसका धन्यवाद करूँगा, और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊँगा। सरल हिन्दी बाइबल मैं याहवेह को उनके धर्म के अनुसार धन्यवाद दूंगा; मैं सर्वोच्च याहवेह के नाम का स्तवन करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं यहोवा के धर्म के अनुसार उसका धन्यवाद करूँगा, और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊँगा। |
इस हत्या का दोष योआब और उसके समस्त पितृकुल के सिर पर पड़े। योआब का पितृकुल स्राव रोग से मुक्त न हो। उसके पितृकुल में कोढ़ी हों, बैसाखी के सहारे चलनवाले लंगड़े हों। उसके कुल के पुरुष तलवार से मारे जाएँ। उसका पितृकुल रोटी के अभाव में भूखा मर जाए।’
प्रभु उसके रक्त का दोष उसी के सिर पर डालेगा। उसने दो निर्दोष व्यक्तियों को मार डाला था, जो उससे अधिक धार्मिक और भले थे : इस्राएल प्रदेश का सेनापति अब्नेर बेन-नेर, और यहूदा प्रदेश का सेनापति अमासा बेन-येतर। योआब ने तलवार से उनकी हत्या की थी, और मेरे पिता दाऊद को पता नहीं चला था।
पर जब एस्तर सम्राट क्षयर्ष के सम्मुख प्रस्तुत हुई तब सम्राट ने यह लिखित राजाज्ञा प्रसारित की : “जो अनिष्टकारी षड्यन्त्र हामान ने यहूदियों के विरुद्ध रचा है, उसका प्रतिफल स्वयं हामान के सिर पर पड़े। हामान और उसके पुत्र फांसी-स्तम्भों पर लटका दिए जाएं” ।’
हे परमेश्वर, मेरे उद्धार के परमेश्वर, मुझे रक्तपात के दोष से मुक्त कर, तब मैं अपने मुंह से तेरी धार्मिकता का जयजयकार करूंगा।
मैं तुझ में हर्षित होऊंगा, मैं प्रफुल्लित होऊंगा; हे सर्वोच्च प्रभु, मैं तेरे नाम की स्तुति गाऊंगा।
‘यह दण्ड प्रहरियों के आदेश के अनुसार दिया गया। यह निर्णय पवित्र दूतों के वचन के अनुरूप है। यह इसलिए दिया गया कि जीव-लोक के प्राणी जान लें कि सर्वोच्च परमेश्वर मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिस को चाहता है, उसको यह राज्य देता है, और उस पर शासन करने के लिए छोटे-से-छोटे मनुष्य को भी नियुक्त करता है।’
आप मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिए जाएंगे, और आपको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। आप बैल के समान घास चरेंगे, और आकाश की ओस में भीगा करेंगे। सात वर्ष तक आपकी यही दशा रहेगी। उसके बाद आपको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।
“सात वर्ष बीतने के बाद मैं नबूकदनेस्सर ने स्वर्ग की ओर दीनता से आंखें उठाईं, और मेरा विवेक लौट आया। मैंने सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा, जो सदा-सर्वदा जीवित है। मैंने इन शब्दों में उसकी महिमा और स्तुति की; “परमेश्वर का राज्य शाश्वत है; उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी बना रहता है।
फिर भी सर्वोच्च परमेश्वर मनुष्यों द्वारा बनाये हुए भवनों में निवास नहीं करता, जैसा कि नबी ने कहा है,
इसका यह कारण था कि यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों के साथ की गई हिंसा का फल अवश्य मिलना चाहिए। हत्या का दोष उनके भाई अबीमेलक के सिर पर, जिसने उनका वध किया था, तथा शकेम नगर के लोगों पर था, जिन्होंने अबीमेलक के भाइयों का वध करने में उसके हाथ मजबूत किए थे।
इसके अतिरिक्त जो बुराई शकेम नगर के लोगों ने की थी, उसको भी परमेश्वर ने उन्हीं के सिर लौटा दिया! यरूब्बअल के पुत्र योताम का श्राप भी उन पर पड़ा।